जब आप किसी नदी या समुद्र में जाते हैं तो डूबने का डर हमेशा बना रहता है. आमतौर पर जिस व्यक्ति को तैरना नहीं आता उसके डूबने के सबसे ज्यादा चांस होते हैं. लेकिन क्या आप किसी ऐसे सागर के बारे में जानते हैं जहां पर डूबना असंभव है. यानी जिसे तैरना भी नहीं आता है वो व्यक्ति भी इस सागर (Dead Sea floating) में तैर सकता है.
दुनिया में एक ऐसा सागर भी है जिसमें खूब सारा पानी होने के बावजूद भी इंसान डूबता नहीं है. ऐसा नहीं है कि इसका पानी गहरा नहीं है. ये खूब गहरा भी है और इसमें बहुत सारा पानी भी है फिर भी इसमें कोई व्यक्ति डूबता नहीं है. इस सागर का नाम मृत सागर है.
मृत सागर कहां है? (Where is Dead Sea?)
मृतसागर के नाम से फेमस Dead Sea दुनिया का सबसे निचला बिन्दु कहे जाने वाला सागर है. ये समुद्र तल से 440 मीटर नीचे है. ये 64 किमी लंबा और 18 किमी चौड़ा सागर है. मृत सागर इज़राइल और जॉर्डन (Dead sea country) के बीच स्थित है. इसे अरबी झील भी कहा जाता है.
इस सागर में जॉर्डन नदी और अन्य छोटी-छोटी नदियां आकर मिलती हैं. (Dead Sea History) समुद्र के बीच के पर कई पिकनिक स्पॉट और होटल बने हुए हैं. अपनी खूबियों और खूबसूरती के चलते ये आकर्षक पर्यटन केंद्र है. इसकी सबसे खास बात ये है कि इसमें इंसान डूबता नहीं है. लेकिन इसमें कोई जलीय जीव जीवित नहीं रहता.
मृत सागर में इंसान क्यों नहीं डूबता? (Dead Sea Floating)
मृत सागर के बारे में आप जितना जाने है उसे सुनकर आपके दिमाग में सवाल आ रहा होगा कि इसमें इंसान क्यों नहीं डूबता है. मृत सागर असल में एक खारे पानी का सागर है. आम पानी की तुलना में इसके पानी में 20 गुना ज्यादा ब्रोमीन, 50 गुना ज्यादा मेग्नीशियम और 10 गुना ज्यादा आयोडिन है.
इस वजह से ये पानी काफी ज्यादा खारा (Dead sea salt) है. पानी के ज्यादा खारे होने के कारण इसका घनत्व भी काफी ज्यादा है. जिस वजह से इसमें तैराकी करने वाला व्यक्ति डूबता नहीं है बल्कि सतह पर ही तैरता रहता है. इसका पानी पीने लायक नहीं है और न ही इसमें जलीय जीव जीवित रह पाते हैं. हालांकि स्वास्थ्य की दृष्टि से इसका पानी काफी लाभदायक है.
यहाँ आने वाले सैलानी इस समुद्र में तैराकी का लुत्फ उठाते हैं साथ ही इसके कीचड़ को अपने शरीर पर लगाते हैं. इस सागर का कीचड़ त्वचा संबन्धित कई बीमारियों को खत्म करने की शक्ति रखता है. कई सारे लाइलाज रोगों का इलाज इसके पानी से किया गया है. क्योंकि इसमें काफी सारे खनिज तत्व पाये जाते हैं.
मृत सागर नाम क्यों पड़ा? (Why dead sea called dead sea?)
इस सागर का नाम और भी कुछ रखा जा सकता था लेकिन इसे मृत सागर ही क्यों कहा गया. असल में इसका नामकरण इसकी विशेषता के तौर पर रखा गया. एक समुद्र में कई जलीय जीवों का जीवन होता है, वो उनका संसार होता है. लेकिन मृत सागर में लवणता अधिक होने के कारण मछ्ली या अन्य जलीय जीव जीवित नहीं रह सकते.
गलती से भी यदि कोई जीव मृत सागर में आ जाता है तो वो मर जाता है. इसकी लवणता के चलते यहाँ जलीय पौधे भी पनप नहीं पाते. पौधों के नाम पर यहाँ केवल कुछ बैक्टीरिया और शैवाल ही मिलते हैं. यही कारण है कि इसका नाम मृत सागर रखा गया है.
मृत सागर धरती पर एक अजूबा है क्योंकि जितना खरा मृत सागर का पानी है उतना खारा किसी भी समुद्र या सागर का पानी नहीं है. इसका पानी 33 प्रतिशत से भी ज्यादा खारा और भारी है जिस वजह से यहाँ कोई डूबता नहीं और कोई जलीय जीव बचता नहीं.
यह भी पढ़ें :
एशिया की सबसे पुरानी सड़क, जिसने भारत से जोड़े 3 देश
इन देशों में ज्यादा है भारतीय करंसी की कीमत, सस्ते में प्लान करें फॉरेन ट्रिप
VISA Free Country : बिना वीजा के घूम सकते हैं ये 16 देश