किसी इंसान को सामान्यतः कितने लोगों की शक्लें याद रह सकती हैं. आमतौर पर हमें अपने दोस्तों, रिश्तेदारों, सहपाठियों और सहकर्मियों के चेहरे आसानी से याद हो जाते हैं. इसके अलावा कुछ प्रसिद्ध हस्तियों के साथ ही कुछ ऐसे अजनबी जो रोज़ाना या कभी-कभी दिखते हैं की भी शक्लें हमें याद रह जाती हैं.
क्या आप याद चेहरों की सूची बना पाएंगे? (Will you make a list of remember faces)
यदि आपको याद चेहरों की सूची बनाने को कहा जाए तो क्या यह आपके लिए संभव हो सकेगा. यदि हां तो आप इन नामों की कितनी लंबी फेहरिस्त बना पाएंगे? एक रिसर्च में पाया गया कि एक सामान्य व्यक्ति लगभग 5000 चेहरे याद रख सकता है.
कैसे की गई रिसर्च? (How to do research)
शोधकर्ता जानना चाहते थे कि एक सामान्य व्यक्ति कितने चेहरे याद रख सकता है. इसके लिए उन्होंने 25 प्रतिभागियों को उन लोगों की सूची बनाने को कहा जिनके चेहरे उन्हें याद थे. प्रतिभागियों को पहले एक घंटे में अपने व्यक्तिगत जीवन से जुड़े चेहरों की सूची बनानी थी.
वहीं दूसरे एक घंटे में प्रसिद्ध हस्तियों जैसे नेता, अभिनेता, संगीतकार की सूची बनानी थी. प्रतिभागी उन व्यक्तियों को भी लिस्ट में शामिल कर सकते थे, जिनका उन्हें नाम नहीं सिर्फ चेहरा याद है. उस व्यक्ति के चेहरे की कल्पना कर उसका विवरण लिखना था.
क्या रहा रिसर्च का रिजल्ट (What is the result of research)
अध्ययन में देखा गया कि प्रतिभागियों को शुरूआती एक मिनट में कई लोगों के चेहरे याद आए, लेकिन जैसे-जैसे एक घंटे का वक्त बीतता गया लोगों के चेहरे याद आने की संख्या भी कमती गई. शोधकर्ताओं ने देखा कि ऐसे कितने चेहरे हैं जो उक्त सूची में नहीं हैं लेकिन याद दिलाने पर याद आ जाते हैं.
इसके लिए शोधकर्ताओं ने प्रतिभागियों को बराक ओबामा और टॉम क्रूज़ सहित 3441 प्रसिद्ध हस्तियों की तस्वीरें दिखाई. प्रतिभागी किसी व्यक्ति को पहचानते हैं, यह तभी माना गया जब वे एक ही व्यक्ति की दो अलग-अलग तस्वीरों को पहचान सके.
पांच हज़ार चेहरे रखे जा सकते हैं याद
अध्ययन के आंकड़ों के विश्लेषण से शोधकर्ताओं ने पाया कि एक सामान्य या औसत व्यक्ति 5000 चेहरे याद रख सकता है. विभिन्न प्रतिभागियों को 1000 से लेकर 10000 की संख्या में चेहरे याद थे. यह अध्ययन “प्रोसीडिंग्स ऑफ दी रॉयल सोसायटी बी” में प्रकाशित किया गया है.
दूसरे अध्ययनों में मिलेगी मदद
शोधकर्ताओं का कहना है कि अध्ययन में याद से जुड़ी कई बातें मानी गई थीं और प्रतिभागियों की ओर से दी गई जानकारी पर विश्वास किया गया था. उम्मीद है कि यह अध्ययन चेहरों की पहचान से जुड़े और दूसरे अध्ययनों में मदद करेगा. (स्रोत फीचर्स)