Share Market में पैसा निवेश करना एक रिस्क वाला काम है. इस बात को हम सभी जानते हैं. लेकिन हम सभी ये भी जानते हैं कि काफी सारे लोग शेयर मार्केट से करोड़ों रुपये कमा चुके हैं. इसी के चलते लोग शेयर मार्केट में निवेश करने की चाह रखते हैं. कई समझदार लोगों के मुंह से आपने p/e ratio के बारे में भी सुना होगा. उन्होने कहा होगा कि किसी भी शेयर को खरीदने से पहले उसका p/e ratio देखो.
अगर अभी तक आप p/e ratio के बारे में नहीं जानते हैं और शेयर मार्केट में निवेश करने वाले हैं तो आपको p/e ratio क्या है? इस बारे में जरूर जानना चाहिए.
पीई रेशियो क्या है? | What is P/E Ratio?
पीई रेशियो एक ऐसा अनुपात होता है जिसका इस्तेमाल शेयर से आय का अनुपात निकालने के लिए किया जाता है. कोई शेयर सस्ता है या महंगा ये बात पीई रेशियो के जरिये ही पता लगाई जाती है. शेयर से होने वाली आय को शेयर बाजार की डिक्शनरी में ईपीएस यानि Earning Per Share कहा जाता है. पीई रेशियो को निकालने के लिए शेयर की कीमत को एक शेयर से की हुई कमाई से भाग दिया जाता है.
जैसे किसी शेयर की कीमत 100 रुपये है. उस शेयर से 10 रुपये की कमाई हुई. उस शेयर का पीई रेशियो 100/10=10 होगा. इस तरह पीई रेशियो 10 हुआ. हम किसी भी शेयर की कीमत और उसकी आय का पता करके पीई रेशिओ के बारे में पता कर सकते हैं.
P/E Ratio के प्रकार | Types of P/E Ratio
पीई रेशियो दो तरह के होते हैं. 1) ट्रेलिंग 2) फॉरवर्ड प्राइस टू अर्निंग
1) ट्रेलिंग पीई रेशियो | Trailing P/E Ratio
ट्रेलिंग पीई रेशिओ का संबंध कंपनी के पिछले कुछ सालों के प्रदर्शन पर आधारित होता है. इसमें पिछले वर्ष के कुल ईपीएस आय द्वारा हाल के स्टॉक मूल्य को विभाजित करके ट्रेलिंग मूल्य निकाला जाता है. इसे सबसे विश्वसनीय और फेमस पीई मेट्रिक माना जाता है क्योंकि ये कंपनी के मुनाफे के रियल डाटा को यूज करता है. अधिकतर निवेशक इसी तरीके का इस्तेमाल करके पीई रेशियो का पता लगाते हैं और निवेश करते हैं. लेकिन निवेशकों को ये याद रखना चाहिए कि कंपनी के पिछले कुछ सालों का प्रदर्शन उसके भविष्य की गारंटी नहीं है.
2) फॉरवर्ड प्राइस टू अर्निंग | Forward Price to Earning
पीई रेशिओ निकालने का दूसरा सबसे फेमस तरीका फॉरवर्ड प्राइस टू अर्निंग है. ये ट्रेलिंग पीई रेशिओ के विपरीत होता है. इसमें पीई रेशिओ निकालने के लिए भविष्य की आय का इस्तेमाल किया जात आ है जो अनुमानित होती हैं. इसे कमाई की अनुमानित लागत के रूप में भी जाना जाता है.
यह संकेतक यह वर्तमान आय और भविष्य की आय के बीच तुलना का आधार प्रदान करने के लिए महत्वपूर्ण होता है. इसमें कंपनी में क्या मुनाफा होगा, क्या नुकसान होगा, कैसे नुकसान होगा ये सारी बातों की स्पष्टता मिलती है. इसे किसी कंपनी की भविष्य की कमाई का आंकलन करने का विश्वसनीय तरीका माना जाता है.
अच्छा पीई रेशियो कितना होता है? | What is good p/e ratio
पीई रेशियो के बारे में जानने के बाद आपके दिमाग में एक सवाल ये भी आ रहा होगा कि एक अच्छा पीई रेशियो कितना होता है. तो इसका जवाब ये है कि पीई रेशियो जितना कम होगा उतना अच्छा है. बहुत ज्यादा पीई रेशियो होना किसी भी शेयर के लिए अच्छी बात नहीं है. मार्केट के हिसाब से देखा जाए तो 20 से 25 पीई रेशियो अच्छा माना जाता है.
किसी शेयर को खरीदने के बाद कंपनी घाटे में जाती है या मुनाफे में. इस बात के बारे में कहा नहीं जा सकता. इसके बारे में बस अनुमान लगाया जा सकता है. यदि आप निवेश कर रहे हैं तो खुद बहुत सोच-समझकर, बहुत रिसर्च करने के बाद ही किसी शेयर में निवेश करें.
यह भी पढ़ें :
Share Market Investment: शेयर मार्केट में पैसा कैसे निवेश करें, जरूरी बातें?
Mutual Fund में निवेश को कितना सेफ मानते हैं शेयर मार्केट के एक्सपर्ट?
ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे करें, जानिए भारत के बेस्ट मोबाइल ट्रेडिंग एप्स के बारे में