बदलते हुए मौसम के कारण कई सारी दिक्कत शरीर में होने वाली है. जिसमें सर्दी और खांसी काफी आम बात है. खांसी आना वैसे तो बहुत ही नॉर्मल है लेकिन जब लंबे समय से खांसी चलती आ रही हो तो उसके टीबी होने के संकेत (Tuberculosis Symptoms) होते हैं. टीबी को समय रहते यदि पहचान लिया जाए तो इसका इलाज संभव है वरना टीबी के कारण व्यक्ति की जान तक जा सकती है. खांसी को हमेशा एक आम समस्या समझा जाता है लेकिन आपको किस तरह की खांसी चल रही है उस पर निर्भर करता है कि खांसी टीबी है या नहीं है.
सामान्य खांसी और टीबी में अंतर (Difference in Normal Cough and TB)
सर्दियों के मौसम में लगभग हर व्यक्ति खांसी से पीड़ित होता है. सर्दियों के मौसम में ये बहुत ही आम होती है. वहीं दूसरे मौसमों में ठंडी चीजें खाने की वजह से भी खांसी आने लगती है. सामान्य खांसी को नजर अंदाज किया जा सकता है लेकिन टीबी को नजर अंदाज करने की गलती बिल्कुल भी न करें.
सामान्य खांसी कुछ दिनों में दवाई लेने से खत्म हो जाती है लेकिन यदि खांसी दो हफ्तों से ज्यादा समय से चल रही है तो वो टीबी हो सकती है. ये खांसी थोड़ी सी आसामान्य भी होती है. इसमें खांसी ज्यादा देर तक चलती है और आपके सीने में भी दर्द उठ सकता है.
लेकिन टीबी का सबसे बड़ा लक्षण सिर्फ खांसी ही है. इसके आधार पर ही सबसे पहले ये पहचान सकते हैं कि किसी व्यक्ति को टीबी है या नहीं है.
टीबी के लक्षण (Symptoms of Tuberculosis)
टीबी का प्रमुख लक्षण खांसी का चलना है. यदि किसी व्यक्ति को दो सप्ताह से ज्यादा समय से खांसी चल रही है तो उसे टीबी की जांच अवश्य करवा लेनी चाहिए. टीबी की जांच सभी सरकारी अस्पतालों में मुफ़्त होती है. इसके कुछ और भी लक्षण हैं जिन पर आपको अवश्य गौर करना चाहिए.
– 2 हफ्ते से ज्यादा खांसी
– खांसी में खून आना
– बहुत ज्यादा थकान होना
– भूख कम लगना और वजन का तेजी से घटना
– ठंड लगना
– रात में पसीना और बुखार आना
ये सभी टीबी के लक्षण हैं. किसी भी व्यक्ति में यदि खांसी के साथ ये सभी लक्षण दिखाई देते हैं तो उसे टीबी होने के आसार होते हैं.
टीबी के कारण (Reason of Tuberculosis)
टीबी होने के कई कारण हो सकते हैं. लेकिन डॉक्टर के मुताबिक
– कमजोर इम्यून सिस्टम
– खराब खान-पान
– अधिक मात्रा में धूम्रपान करना
– किडनी से संबंधित बीमारी होना जैसे कारण हो सकते हैं.
टीबी के अधिकतर केस में टीबी होने का कारण नियमित रूप से शराब पीना और धूम्रपान करना होता है. अधिकतर लोग इसी वजह से टीबी के शिकार होते हैं. अधिक मात्रा में धूम्रपान करने और शराब का सेवन करने से फेफड़े खराब हो जाते हैं, तथा शरीर की इम्यूनिटी भी कमजोर हो जाती है. इस वजह से काफी सारे लोग टीबी का शिकार हो जाते हैं.
दूसरी ओर टीबी का एक प्रमुख कारण भी है जो शराब का सेवन और धूम्रपान नहीं करने वाले लोगों में टीबी के लिए जिम्मेदार होता है. डॉक्टर के मुताबिक हर व्यक्ति में टीबी के कीटाणु होते हैं लेकिन ये तभी अपना कार्य कर पाते हैं जब व्यक्ति किसी टीबी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आ जाता है. अगर कोई अच्छा भला व्यक्ति टीबी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आता है तो उसे टीबी होने के अधिक आसार होते हैं.
टीबी का इलाज (Treatment of TB)
किसी व्यक्ति को यदि टीबी हो जाती है तो उसे घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि इसका इलाज संभव है. भारत की सरकार ने टीबी के रोगियों के लिए इलाज की विशेष व्यवस्था की है. भारत के सभी सरकारी अस्पतालों में टीबी का मुफ़्त इलाज किया जाता है. इसके अलावा कई सरकारी टीबी अस्पताल भी बनाए गए हैं.
टीबी का इलाज भारत में पूरी तरह निशुल्क है. टीबी के इलाज, जांच, दवाइयों किसी भी कार्य के लिए आपको पैसा खर्च नहीं करना पड़ता है. इसका पूरा इलाज सरकार की ओर से फ्री में किया जाता है.
किसी भी व्यक्ति को यदि टीबी हो जाती है तो उसे नजदीकी सरकारी अस्पताल से अपना इलाज शुरू करवाना चाहिए. आपका इलाज 6 महीने या 9 महीने तक चल सकता है. आपको नियमित रूप से बताई गई दवाइयाँ लेनी होती हैं. दवाइयों के मामले में आपको कोई भी लापरवाही नहीं बरतनी है. इसके अलावा आपको अपने खानपान पर विशेष ध्यान देना होता है. यदि आप ठीक तरीके से इलाज करवाते हैं तो आप टीबी मुक्त हो सकते हैं.
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