Travel Tips: कहा जाता है कि देश भर में घूमने के लिए आपको पासपोर्ट या किसी वीजा की जरूरत नहीं है. बेशक ये सच है. लेकिन यह भी उतना ही सच है कि भारत के कुछ हिस्सों में यात्रा करने के लिए आपको विशेष अनुमति लेनी होगी. भारत में कुछ ऐसे दर्शनीय पर्यटन स्थल हैं जहां जाना हो तो विशेष अनुमति लेना अनिवार्य है. सुरक्षा कारणों से यह अनुमति आवश्यक है. इसलिए यदि आप ऐसी जगह की यात्रा करने की योजना बना रहे हैं, तो सुनिश्चित करें कि आपके पास सभी दस्तावेज तैयार हैं और प्रशासन से इनर लाइन परमिट प्राप्त करें.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे के बाद पिछले कुछ दिनों से लक्षद्वीप द्वीप चर्चा में है. लेकिन इस खूबसूरत जगह पर जाने के लिए आपको परमिट लेना होगा. लेकिन सिर्फ लक्षद्वीप ही नहीं बल्कि भारत में ऐसे कई राज्य हैं जहां घूमने के लिए स्थानीय अथॉरिटी से इजाजत लेनी पड़ती है.
अरुणाचल प्रदेश
यह विविध संस्कृति से समृद्ध उत्तर-पूर्वी राज्य है. अरुणाचल प्रदेश की सीमा तीन देशों चीन, भूटान और म्यांमार से लगती है. इसलिए अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा के लिए संबंधित क्षेत्र में जाने की अनुमति लेना जरूरी है. इसके अलावा, आपको कोलकाता, शिलांग, गुवाहाटी, दिल्ली जैसे खूबसूरत शहरों में यात्रा करने के लिए इनर लाइन परमिट की आवश्यकता होती है. परमिट की समय सीमा 30 दिन है. इस दौरान जरूरी दस्तावेज अपने साथ रखना अनिवार्य है.
नागालैंड
नागालैंड राज्य कई जनजातियों का घर है. म्यांमार की अंतर्राष्ट्रीय सीमा नागालैंड के करीब है. इसलिए यह क्षेत्र संवेदनशील क्षेत्र माना जाता है. यहां यात्रा करने के लिए आप दिल्ली, कोलकाता, कोहिमा, दीमापुर, शिलांग और मोकोकचुंग के उपायुक्तों से इनर लाइन परमिट प्राप्त कर सकते हैं. साथ ही आपको पैन कार्ड और वोटर कार्ड की मदद से भी अनुमति मिल जाएगी. यहां आपको 15 दिन के परमिट के लिए 50 रुपये और 30 दिन के लिए 100 रुपये खर्च करने होंगे.
लद्दाख
लद्दाख के कुछ हिस्सों का दौरा करने के लिए भी परमिट आवश्यक है क्योंकि लद्दाख में जम्मू और कश्मीर की सीमा पाकिस्तान से लगती है. हनु गांव, पैंगोंग त्सो झील, त्सो मोरीरी झील, न्योमा, लोमा बेंड और खारदुंग जैसी जगहों पर जाने के लिए परमिट की आवश्यकता होती है. चूंकि यह पाकिस्तान की सीमा है, इसलिए पूरे लद्दाख में लोगों का घूमना सख्त मना है. आपको डीसी ऑफिस से लद्दाख में यात्रा करने के लिए केवल एक दिन का परमिट मिल सकता है.
मणिपुर
मणिपुर में जाने के लिए आपको परमिट की जरूरत होती है. इसके लिए आप अपने साथ पासपोर्ट साइज फोटो और अपना मान्य पहचान पत्र जरूरत लेकर जाएं.
लक्षद्वीप
लक्षद्वीप जाने के लिए भी आपके पास परमिट होना चाहिए. आपको अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन से क्लीयरेंस सर्टिफिकेट की जरूरत होती है. क्लीयरेंस सर्टिफिकेट मिलने के बाद आप इसे लक्षद्वीप में स्टेशन हाउस ऑफिसर के पास सबमिट करना होगा.
मिजोरम
इस राज्य की सीमा म्यांमार और बांग्लादेश को छूती है और यह कई आदिवासी समुदायों का घर भी है. इस खूबसूरत जगह पर घूमने के लिए इनर लाइन परमिट की जरूरत होती है. इस परमिट को आप सिलचर, कोलकाता, गुवाहाटी, शिलॉन्ग और नई दिल्ली में मिजोरम सरकार के संपर्क अधिकारी से प्राप्त कर सकते हैं. मिजोरम जाने के लिए 2 तरह के परमिट उपलब्ध हैं- एक परमिट सिर्फ 15 दिनों के लिए मान्य होता है जबकि दूसरा परमिट 6 महीने के लिए मान्य होता है.