तुतलाना (lisping problem) एक सामान्य सी समस्या है जो हर व्यक्ति की जिंदगी में बचपन में आती है. जो बच्चा बोलना सीखता है वह शुरुआत में तुतलाता (lisp) ही है] लेकिन आगे ना केवल बच्चे का उच्चारण साफ होता है बल्कि वह साफ बोलने भी लगते हैं. लेकिन कई बच्चे बड़े होकर भी तुतलाते रहते हैं.
तुतलाहट की समस्या (lisp treatment) अक्सर बच्चे के विकास में बाधक बनती है. बच्चों में आत्मविश्वास की कमी आती है. कुछ शब्द ऐसे होते हैं जिनका उच्चारण बच्चे ठीक से नहीं कर पाते हैं. जो बात करने में समस्या पैदा करते हैं.
तुतलाने की समस्या कुछ कारणों से (causes a lisp in toddlers) आती हैं जैसे- जीभ का नीचे ज्यादा चिपके रहना, सुनने में दिक्कत, सही शब्द नहीं समझ पाना, बच्चा तुतलाकर बोलता है और बड़े लोग भी प्यार में वैसे ही बोलने लगते हैं तो बच्चे और ज्यादा तुतला कर बोलने लगता है.
दरअसल, कुछ माता-पिता तो यह सोच कर इस समस्या को अनदेखा कर देते है कि समय के साथ यह ठीक हो जाएगी. अगर छोटी उम्र में ही इसका इलाज न किया जाए तो बच्चे का तुतलाना जिंदगी भर नहीं जाता है. दवाइयों और ट्रीटमेंट के साथ-साथ आप इस समस्या को कुछ घरेलू तरीकों से भी दूर कर सकते है.बच्चे की तुतलाने की समस्या को दूर करने के लिए कुछ असरदार घरेलू नुस्खे इस समस्या का बेहतर उपाय बन सकते हैं.
तुतलाना दूर करने घरेलु नुस्खे (home remedies to get rid of a Lisp)
सौंफ- सौंफ मुंह की बदबू के साथ-साथ तुतलाने की समस्या को दूर करने में भी असरकारक है. 5 ग्राम सौंफ को थोड़ा कूटकर 1 गिलास पानी में उबाल लें. जब पानी उबलकर आधा रह जाए तो इसमें 50 ग्राम मिश्री और 250 ग्राम गाय का दूध मिलाकर बच्चे को पिलाएं. इससे उनका तुतलाना दूर हो जाएगा.
बादाम- रात को 2 बादाम पानी में भिगो दें. सुबह इसके छिलके उतारकर पीस लें और मक्खन में मिलाकर बच्चे को खिलाएं. बादाम बच्चों के शरीर को पोषण के देती है और साथ ही तुतलाने की समस्या भी दूर करती है.
आंवला- तुतलाना दूर करने के लिए उन्हें रोजाना कच्चा आंवला बच्चों को खिलाएं. इसके अलावा आंवला पाउडर में 1 चम्मच देसी घी मिलाकर खिलाने से भी बच्चे का तुतलाना ठीक
हो जाएगा.
दालचीनी- दालचीनी भोजन के स्वाद को बढ़ाने के साथ ही तुतलाना दूर करने में भी कारगर है. प्रतिदिन दालचीनी का टुकड़ा बच्चों को करीब दस मिनट तक चूसने दें. इससे तुतलाने की बीमारी ठीक हो जाएगी.
तेजपत्ता- तेजपत्ता ऐसी चीज है जिसे सब्जी में से सबसे पहले निकाल कर फेकते हैं. जबकि तेज पत्ते को जीभ के नीचे रखने से तुतलाना ठीक हो जाता है. इससे गले की खराश भी दूर होती है.
मिश्री- रोजाना बच्चे को थोड़ी मिश्री खाने को दें. इससे भी जुबां साफ हो जाती है. जिससे बच्चा स्पष्ट बोलने लगता है.
शहद- शहद तुतलाना ठीक करने का प्राकृतिक तरीका है. यह जीभ को पतला बनाने का काम करता है. शहद के साथ अदरक मिला के बच्चे को चटाने से तुतलाना ठीक होता है.
खारक या छुहारा- छुहासे की तासीर गर्म होती है, जो बच्चों को तुतलाने के साथ-साथ शीत सर्दी को ठीक करने का काम भी करती है. रात को सोने से पहले 1 गिलास दूध में छुहारे उबाल कर बच्चे को पिलाएं. इसे पिलाने के 1 घंटे तक बच्चे को पानी न पीने दें. इससे कुछ समय में ही तुतलाने की समस्या दूर हो जाएगी.
फिटकरी- रोजाना सोते समय थोड़ी सी फिटकरी का टुकड़ा मुंह में रखकर सोएं, या फिर फिटकरी को भुनकर प्रतिदिन रात को सोने से पहले दो ग्राम चूर्ण को जीभ पर रखें फिर 5 मिनट बाद कुल्ला करलें. ऐसा करने से कुछ ही दिनों में तुतलाने की आदत ठीक हो जाती है.
नोट: यह लेख आपकी जानकारी बढ़ाने के लिए साझा किया गया है. यदि तुतलाने की समस्या ज्यादा है अथवा बोलने संबंधी कोई विकार है तो अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें.