बदलती लाइफ स्टाइल (lifestyle changes to reduce stress) और भागदौड़ भरी जिंदगी में हर व्यक्ति चाहता है कि वह (How to stress free) तनाव से मुक्ति कैसे पाए? तनाव एक ऐसी बीमारी है (stress a silent killer) जिसे आप साइलेंट किलर कह सकते हैं. हर आदमी जानता है कि तनाव सेहत के लिए अच्छा नहीं है (is stress good or bad) लेकिन ना चाहकर भी वह तनाव का शिकार होता है.
अव्वल तो हर सौ में 80% लोग समझ ही नहीं पाते हैं कि ज्यादा टेंशन और तनाव लेने से कौन सी बीमारी होती है? और दिमाग में तनाव क्यों होता है? और यदि फिर उसे पता चलता है कि वह तनाव का शिकार हो रहा है तो वह मानसिक तनाव दूर करने के घरेलू उपाय तलाश करता है. वह मानसिक तनाव से मुक्ति का अचूक मंत्र तलाशता है, (remedy for stress and anxiety) वह सोचता है कि ऐसा कौन सा उपाय करें कि तनाव दूर हो जाए. आप यह जानकर आश्चर्य करेंगे कि कई लोगों को तो तनाव दूर करने का भी तनाव हो जाता है.
तनाव केवल एक चीज का हिस्सा नहीं है बल्कि यह कई तरह की तकलीफों का हिस्सा है और फिर लंबे चले आ रहे मानसिक तनाव का संबंध किसी भी व्यक्ति की एक गतिविधि भर से नहीं, बल्कि इसके पीछे कई बातें काम करती हैं.
उदाहरण यही ले सकते हैं कि अच्छे भले खुशहाल व्यक्ति ने यदि हंसते हुए किसी पुराने अपमान और कष्ट भरे समय को याद कर लिया तो उसी से मानसिक टेंशन हो जाएगा, तनाव बढ़ जाएगा. अब भले ही वह घटना 10 साल पुरानी क्यों ना हो. जाने अंजाने में अवचेतन मन में चल रही पुरानी यादें भी बेवजह तनाव का कारण बनती हैं, इसलिए कहा भी गया है वर्तमान में ही रहें क्योंकि कल जैसी कोई चीज नहीं होती. सवाल यह है कि स्मृति की धारा कैसी हो उस पर भी निर्भर करता है कि तनाव पैदा होगा या नहीं.
मानसिक तनाव क्या है? (what is stress in Hindi)
मानसिक तनाव का इलाज ढूंढने से पहले जरूरी है कि बीमारी को समझा जाए. (what is mental stress) जानते और समझते सब हैं कि तनाव क्या है, और हर कोई यह चाहता है कि आखिर मानसिक तनाव कैसे खत्म करें? (Mental stress meaning in hindi) लेकिन लक्षण जब तक समझ ना आएंगे, बीमारी का पता नहीं चलेगा और बीमारी का पता भी (diseases caused by stress) तनाव से पैदा होने वाली बीमारी के रूप में होगा क्योकि तनाव एक बीमारी नहीं बल्कि कई सारी बीमारियों की जननी है.
ऐसे में आपके लिए जानना जरूरी है कि मानसिक तनाव के लक्षण क्या हैं? (mansik tanav ke lakshan) मानसिक तनाव के प्रकार कौन से हैं? (types of stress) मानसिक तनाव से होने वाले रोग कौन से होते हैं और फिर मानसिक तनाव दूर करने के घरेलू उपाय और मानसिक तनाव की दवा पर बात करेंगे.
आइए जानते हैं मानसिक तनाव के लक्षण क्या हैं?
मानसिक तनाव के कारण कुछ प्रभाव सीधे शरीर पर (Tanav ke sharirik lakshan) पड़ते हैं-
- दिल की धड़कन बढ़ जाना. (jyada tanav ke lakshan) अचानक ह्दय की चाल ऐसे बढ़ जाना लगना कि आपका ब्लड प्रेशर बढ़ गया हो. (symptoms of stress and anxiety)
- सांस तेजी से चलने लगती है. हाथ-पैरों में ऐसे कंपन होता है जैसे कोई हादसा घटा हो.
- अत्यधिक (Physical symptoms of stress) चिढ़चिढ़ापन होने लगना. बात-बात पर गुस्सा होना. (anxiety)
- भौंहों का गीला होना. छोटी सी बात पर दिल बैठ जाना और घबराहट होने लगना.
- बिल्कुल सामान्य सी स्थितियों को हेंडल ना कर पाना और गुस्सा करना.
- व्यक्ति का अपने आप में उलझा हुआ रहना. कौन क्या कह रहा है उसकी ओर ना ध्यान देकर लगातार मन में आ रहे नकारात्मक विचारों में घूमते रहना.
- किसी भी कार्य में फोकस ना रहना. परिवार और भीड़ से खुदको अलग रखना.
- तनाव के कारण भूख कम लगना और शरीर मे कमजोर बढ़ने लगना. कई लोग तनाव में ज्यादा भी खाने लगते हैं.
- खाना ठीक से ना पचना भी मानसिक तनाव के प्रमुख लक्षणों में से एक है.
- अपने आसपास की स्थितियों के प्रति देखने का बेहद नकारात्मक नजरिया बना लेना. (what are emotional signs of stress)
- कामकाजी जीवन और कार्यशैली पर प्रभाव पड़ना. आसपास के लोगों के प्रति नजिरये और व्यवहार में बदलाव आना.
मानसिक तनाव से मुक्ति के उपाय (Home remedies to reduce stress)
मानसिक तनाव से निकलने का रास्ता तनावग्रस्त व्यक्ति के पास स्वयं होता है. (stress ka ilaj in hindi) फिर भी कुछ ऐसे उपाय हैं जिन्हें करके आप मानसिक तनाव से मुक्ति पा सकते हैं.
-तनाव ग्रस्त हैं लाइफ में ऐसी एक्टिविटी को शामिल करें जिसमें शारीरिक श्रम हो. फिजिकल एक्टिविटी, चाहे जिम हो, योग हो, दौड़ना हो या कोई खेल हो. यदि खेल सकते हैं तो फिर यह मानसिक तनाव का रामबाण इलाज हैं.
-योग और ध्यान का सहारा लें. (yoga meditation for stress) योग से तनाव में मुक्ति मिलना ही मिलना है. (mental health tips) ध्यान करेंगे तो शांत होंगे और मन जितना शांत होगा चिंता की जगह मन में चिंतन की धारा बहने लगेगी.
-तनाव किस वजह से है उस समस्या को समझें. अपने करीबी मित्र अथवा लाइफ पार्टनर से शेयर करें. तनाव की वजह और कारण को समझकर उस समस्या का समाधान निकालें. (emotional stress relief techniques)
-दो रास्ते होते हैं संघर्ष और पलायन. पलायन कमजोर लोग करते हैं लेकिन संघर्ष हिम्मतवर. बेहद शांति से और सोच-समझकर व योजना बनाकर समस्यसा और विपरित परिस्थितियों से जूझ़ें. एक समय हर व्यक्ति के जीवन में विपरित आता है उसे लाइफ का गलत टाइम समझकर निकाल दीजिए.
-पैसे, रुतबा, लोकप्रियता और दूसरे के जीवन से अपनी तुलना बिल्कुल ना करें. हर आदमी अलग है और पृथ्वी पर रहने वाला छोटा सा छोटा जीवन कीमती व अलग है.
-बिंदास रवैया अपनाइए. दुनिया का बहुत लोड ना लें यहां से अच्छे से अच्छे पैसे वाले और रुतबा रखने वाले विदा हो गए. किले, महल एक झटके में झाड़ फानूस बन गए. (spirituality and stress management) जिंदगी को आध्यात्म की ओर मोड़िए अथवा जिंदगी को देखने का तरीका बदलिए. तनाव से ना समस्या हल होती है और ना दूसरों को कोई फर्क पड़ता है जो पड़ता है तनाव लेने वाले के शरीर को पड़ता है.
-ज्यादा परेशान हैं तो किसी योग्य डॉक्टर अथवा मनोचिकित्सक से सलाह लीजिए. निराश मत होइए, दुनिया में ऐसी कोई समस्या नहीं जिसका हल नहीं है और जिसका हल नहीं है फिर मान लीजिए वह समस्या नहीं बल्कि मूर्खता है जिसे आप समस्या मानकर ढो रहे हैं.
डिस्क्लेमर नोट: यह लेख आपकी जागरूकता बढ़ाने के लिए साझा किया गया है. मानसिक तनाव संबंधी किसी भी बीमारी के इलाज के लिए एक बार अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें.