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इस बात का ध्यान रखें कि सूर्य प्रकाश या सनबाथ के आधे घंटे पहले और आधे घंटे बाद तक कुछ नहीं खाना चाहिए. (फोटो: Pixabay)
इस बात का ध्यान रखें कि सूर्य प्रकाश या सनबाथ के आधे घंटे पहले और आधे घंटे बाद तक कुछ नहीं खाना चाहिए. (फोटो: Pixabay)

धूप शरीर के लिए सबसे जरूरी है. बदलती लाइफ स्टाइल ने लोगों को इस कदर घर में रहने की आदत मिली हुई है कि ना कहीं बाहर जाना होता है ना सूर्य प्रकाश में आने की स्थिति बन पाती है. दरअसल, सूर्य का प्रकाश हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी है. इसे आसान शब्दों में सनबाथ कहा जाता है. सनबाथ यानी की धूप में नहाना. धूप भी सुबह की, ऐसा नहीं कि दोपहर की धूप में निकला जाए और उसे कहा जाए कि सनबाथ हो गया, ध्यान रखें गलत समय की धूप बीमार कर सकती है. 

Sunbath क्या होता है? | Sunbath in Hindi 

सनबाथ का अर्थ है एक निश्चित समय में सूर्य के प्रकाश में शरीर को रखना ताकि शरीर को सूर्य से मिलने वाले आवश्यक विटामिन, ऊर्जा और कुछ खास तरह की सकारात्मक एनर्जी मिल सके. जहां तक विटामिन की बात है तो सूर्य का प्रकाश (vitamin d and sunlight) विटामिन-डी का सबसे प्राकृतिक सोर्स माना जाता है.

आज एक बड़ी आबादी सूर्य प्रकाश में नहीं जाने के कारण विटामिन डी कमी से जूझ रही है. यदि कोई भी व्यक्ति सुबह 6 बजे से लेकर तकरीबन सुबह साढ़े सात बजे तक सूर्य का प्रकाश ग्रहण करता है तो उस समय सूर्य प्रकाश से सबसे विटामिन डी की प्राप्ति होती है. इस बात को बेहद गंभीरता से लें कि केवल विटामिन् डी की कमी आपको इतनी गंभीर जानलेवा बीमारियों से ग्रसित कर सकती है, यहां तक कि एक समय के बाद यह आपको हार्ट पेशेंट तक बना सकती है. 

सनबाथ यानी की धूप में नहाने का अपना ही मजा है. सर्दियों में तो ये और भी बढ़ जाता है. सूर्य स्नान के कई फायदे हैं.(Is it healthy to sunbathe) नियमित रूप से सूर्य स्नान करते रहने से हर अवस्था के तथा हर रोग से ग्रस्त स्त्री-पुरूष तथा बच्चे स्वास्थ्य को प्राप्त कर सकते है. सूर्य की किरणें शरीर में भीतर तक प्रवेश कर जाती है और रोग के कीटाणुओं को नष्ट कर देती है.

सूर्य स्नान यानी सन बाथ का महत्व और फायदे  (Sunbath therapy in Hindi)

सूर्य को हिंदू धर्म और संस्कृति में आरोग्य का कारक माना गया है. यानी की सूर्य बीमारियों से रक्षा करने वाले और मनुष्य शरीर को रोगमुक्त रखने वाले देवता है. सूर्य के उदित होने के साथ ही रात के गहन अंधकार में उपस्थित खतरनाक और जानलेवा रोगाणुु व जीवाणुओं का नाश हो जाता है. आप भी रोजाना तकरीबन 20 मिनट सूर्य के प्रकाश में जरूर जाएं और सनबाथ लें. सनबाथ के एक नहीं कई फायदे हैं.

यदि आप रोजाना सुबह छत पर जाकर सूर्य का प्रकाश लेते हैं तो आपको मानिसक रूप से सकारात्मक ऊर्जा मिलती है. (health benefits of sunlight) सूर्य के प्रकाश में जाने से शरीर का तापमान बढ़ता है और जो शरीर से पसीना बाहर आता है उसे पसीने से शरीर के भीतर स्थित विषाक्त पदार्थ बाहर आते हैंं. एक तरह से बॉडी डिटॉक्स होती है और शरीर की सफाई होती है.

बीमार व्यक्ति को तो जरूर सूर्य प्रकाश में जाकर सनबाथ (importance of sunlight to humans) लेना चाहिए ताकि शरीर की बीमार और मृत कोशिकाओं को बल मिले और शरीर को ताजगी महसूस हो.

शरीर की हड्डियों को जोड़ने, घावों को भरने के लिए सूर्य का प्रकाश जरूरी होता है. यदि शरीर में कोई चोट लगी हो फिर तो जरूर सनबाथ लेना चाहिए.

सूर्य का प्रकाश यानी की सनबाथ बारह (benefits of morning sunlight for skin) महीने लिया जा सकता है. विशेष तौर पर सुबह के समय जहां भी आपको समय मिले सनबाथ जरूर लें. सनबाथ लेने के लिए सुबह का समय सबसे श्रेष्ठ माना जाता है.

मौसम के हिसाब से आप किसी भी मौसम में सुबह के समय सूर्य प्रकाश में जा सकते हैंं  लेकिन ठंड के दिनों में सनबाथ लेना बहुत फायदेमंद माना जाता है.

कब लें सूर्य का प्रकाश, सनबाथ का समय  (Sunbathing time of day)

सनबाथ के लिए आप सुबह साढ़े सात बजे से पहले का समय निर्धारित कर सकते हैं. यह वह समय है जब को सूर्य के प्रकाश से विटामिन डी मिलेगा. इसके अलावा आप शाम को भी ढलते सूरज के समय सनबाथ ले सकते हैं. सनबाथ का समय आधे घंटे से लेकर एक से डेढ़ घंटे तक कर सकते हैं. ध्यान रखें गलत समय पर धूप लेना सेहत के लिए भारी पड़ सकता है क्योंंकि सूर्य हर 12 घंटे में अलग-अलग कोण पर स्थित होता है तरह-तरह की किरणों का उत्सर्जन करता है.     

कैसे करें सूर्य स्नान, जानिए सनबाथ का तरीका (how to take sun bath)

यदि आप सनबाथ सुबह के समय ले रहे हैं तो अपने शरीर पर कोई शॉल या टॉवेल लेना चाहिए. शरीर को बिल्कुल भी उघाड़ा ना छोड़ें क्योंंकि सीधे सूर्य के प्रकाश में आने से शरीर की त्वचा को नुकसान पहुंच सकता है.  नीम के पत्तों का गुच्छा, केला, कमल के पत्ते रखे जा सकते हैं.

कौन से अंग के लिए सूर्य का स्नान (how to use sunlight as medicine for your body) 

सूर्य प्रकाश तो वैसे पूरे शरीर के लिए जरूरी होता है. लेकिन आप समय के हिसाब से प्रत्येक अंग को बांट सकते हैं. इसे आप चार भागों में बांट लें. पहले पेट का भाग, फिर पीठ का भाग, फिर करवट बदल-बदलकर दाहिने और बांहिने दोनों हिस्से सूर्य प्रकाश में ले आएं. इसके अलावा सूर्य के प्रकाश में धीरे-धीरे पूरे शरीर को रखना चाहिए.

धूप का सेवन करते समय ताजे पानी में भिगोए हुए कपड़े को शरीर के हर अंग में रगड़ सकते हैं. इससे पानी और सूर्य का प्रकाश लगने से त्वचा के रोम छिद्र खुलते हैं. इस बात का ध्यान रखें कि सूर्य प्रकाश या सनबाथ के आधे घंटे पहले और आधे घंटे बाद तक कुछ नहीं खाना चाहिए.

सूर्य स्नान का स्थान है महत्व का (What are 5 benefits of the sun)

धूप का स्नान या सनबाथ ऐसी जगह पर लेना चाहिए जहां तेज हवा ना आती हो. इस बात का ध्यान रखें कि धूप सेकने के बाद शरीर फूर्तिला और हल्का हो जाता है. मौसम के हिसाब से सूर्य स्नान के बहुत फायदे होते हैं. ध्यान रखें जिस दिन बादल हो या तेज हवा चल रही हो उस दिन सूर्य का स्नान नहीं करना चाहिए.

(नोट: यह लेख आपकी जागरूकता और समझ बढ़ाने के लिए साझा किया गया है. सनबाथ किस तरह और किस समय लेना चाहिए इसके बारे में एक बार डॉक्टर से सलाह जरूर लें.)

By आनंद कुमार अनंत

लेखक और पत्रकार.

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