शिवजी को प्रसन्न करने के लिए कई तरह के मंत्र और स्तुति हैं. उन्हीं में से एक है श्री शिव रुद्रष्टकम स्त्रोत. यदि प्रतिदिन इसका पाठ किया जाए तो शिवजी अति प्रसन्न होते हैं. रुद्राष्टकम के पाठ करने से सभी प्रकार की समस्याओं का निदान स्वतः हो जाता है. इसका पाठ करने वाले को शिवजी की कृपा प्राप्त होती है.
रुद्राष्टकम पाठ के नियम
शिवजी को प्रसन्न करने के लिए यदि आप इसका पाठ करना चाहते हैं तो आपको किसी शिवालय में जाकर या अपने घर पर ही आसन पर बैठकर रुद्राष्टकम का पाठ करना चाहिए. आपको हर सोमवार को सुबह और शाम को इसका पाठ करना चाहिए. पाठ करने के लिए आप सुबह सूर्योदय से पहले स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करके पहले शिवजी की पूजा करें और फिर रुद्राष्टकम का पाठ करें.
रुद्राष्टकम के फायदे
रुद्राष्टकम राम चरितमानस में लिखी गयी एक स्तुति है जिसे आप कुछ ही दिनों में याद कर सकते हैं. यदि कोई शत्रु आपको परेशान कर रहा है तो इस स्तुति द्वारा आपको बेहद लाभ मिलेगा। रामायण के अनुसार भगवान श्री राम ने रावण जैसे भयंकर शत्रु पर विजय पाने के लिए रामेश्वरम में शिवलिंग की स्थापना की थी तथा वहाँ रुद्राष्टकम पाठ किया था. परिणामस्वरूप श्री राम विजयी हुए थे. इसी तरह यदि आप अपने शत्रुओं पर विजय चाहते हैं तो रुद्राष्टकम पाठ आपको जरूर करना चाहिए.
श्री शिव रुद्राष्टकम पाठ

शिव जी की आरती
शिव रुद्राष्टकम पीडीएफ़
यदि आप शिव रुद्राष्टकम को पीडीएफ़ के रूप में अपने मोबाइल में सेव करना चाहते हैं तो यहाँ क्लिक करके Shiv Rudrashtakam PDF Download कर सकते हैं.