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बजाज कंपनी के पूर्व चेयरमैन राहुल बजाज का पुणे में 83 वर्ष की उम्र में निधन (Rahul Bajaj Passed away) हो गया है. राहुल बजाज लंबे समय से कैंसर से पीड़ित थे. वे पिछले एक महीने से हॉस्पिटल में भर्ती थे. उन्हें निमोनिया और दिल की समस्या भी थी. जिसके चलते 12 फरवरी को उन्होंने आखिरी सांस ली. (Rahul Bajaj Death) साल 2001 में राहुल बजाज को पद्म भूषण से सम्मानित किया जा चुका है. राहुल बजाज आटोमोबाइल इंडस्ट्री का जाना माना नाम थे.

बजाज, ऑटो सैक्टर (Auto sector of India) जगत का वह नाम जिसने आजादी के बाद धीरे-धीरे अपने पैरों पर खड़े होते भारत को यह सपने दिखाए कि वह दौड़ सके और सड़कों पर तेज रफ्तार से चल सके. गरीब से मध्यम वर्ग और मध्यम वर्ग से अमीरी की और बढ़ते भारतीय नागरिक ने (Bajaj two wheeler and four wheeler) बजाज के टू व्हीलर और फोर व्हीलर वाहनों के जरिए अपनी जिंदगी की रफ्तार को आगे बढ़ाया. बजाज वह नाम भी है जिसने गरीब भारत को बेशकीमती ऑटो जगत में अपनी पहचान बनाने में मदद की.

राहुल बजाज जीवनी (Rahul Bajaj Biography in Hindi) 

राहुल बजाज के दादा जमनालाल बजाज (jamnalal bajaj and rahul bajaj family tree) राजस्थान के काशी का वास गांव के एक गरीब मारवाड़ी परिवार से आते थे. गौर करने वाली बात है कि राहुल बजाज के दादा जमनालाल बजाज को 5 साल की उम्र में महाराष्ट्र के वर्धा के एक रईस सेठ बच्छराज ने गोद लिया था. जमनालाल 1915 में महात्मा गांधी के संपर्क में आने के बाद जीवन भर गांधीवादी रहे. बापू जमनालाल को पांचवा बेटा मानते थे.

राहुल बजाज कमलनयन बजाज के बेटे थे. उनकी माता सावित्री थी. राहुल के पिता राजनीति में सक्रिय रहे और 3 बार कांग्रेस पार्टी से वर्धा के सांसद भी रहे. राहुल का जन्म 10 जून 1938 को हुआ. (Rahul Bajaj Birthday) इनकी शुरुआती पढ़ाई मुंबई के कैथेड्रल एंड जॉन कॉनन स्कूल (Rahul Bajaj Education) से हुई है. 

राहुल बजाज ने 1961 में ब्यूटी क्वीन और मॉडल (rahul bajaj wife rupa gholap) रूपा घोलाप से विवाह किया. (Rahul bajaj son)राहुल बजाज के तीन बेटे हैं- (rajiv bajaj sanjiv bajaj and sunaina bajaj) राजीव बजाज, संजीव बजाज और बेटी सुनयना बजाज.

बिजनेस में कैसे आए राहुल बजाज? (Rahul Bajaj Business Career) 

आज इस ग्रुप की कमान संभाले हुए राहुल बजाज (Rahul Bajaj) अपने पुरखों से मिली विरासत को अपनी काबिलियत, मेहनत, जुनून, लगन और तेज दिमाग के दम पर आगे बढ़ा रहे हैं. 10 जून 1938 को बंगाल में जन्में राहुल बजाज आज ऑटो जगत की बड़ी कंपनी बजाज को घरेलू उपकरण,पवन ऊर्जा ,विशेष मिश्र धातु, स्टील स्ट्रक्चर और अन्य कामों के साथ बीमा, निवेश और बाजार पूंजी के कामों में भी बड़ा नाम बना चुके हैं.

कई सेक्टर में अग्रणी भूमिका निभा रही बजाज आज दुनिया की नामी कम्पनी है. दादा जमुना लाल बजाज (jamnalal bajaj and rahul bajaj )की कड़ी मेहनत ही बजाज की नींव है. बजाज के एमडी राहुल बजाज ने न्यू कैथडल स्कूल से शिक्षा प्राप्त की. उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से अर्थशास्त्र में ऑनर्स डिग्री पूर्ण कि उसके बाद उन्होंने मुंबई यूनिवर्सिटी ग्रेजुएशन किया. बाद में उन्होंने हॉर्वर्ड बिजनेस स्कूल से एमबीए किया.

राहुल ने विरासत में मिली बजाज इंडस्ट्रीज (Bajaj industries private limited) की कमान 1965 में संभाली और बजाज ग्रुप को अपने हाथों में लेने वाले राहुल बजाज ने 1980 तक कंपनियों को अपनी काबिलियत से नई बुलंदियों पर पहुंचाया.

उन्होंने भारतीयों को चेतक स्कूटर के रूप में वह सौगात दी जिसने पूरे भारत को टू व्हीलर्स पर चलाना सिखाया. चेतक स्कूटर (chetak scooter bajaj) की लॉन्चिंग के बाद इस स्कूटर के प्रति भारतीय लोगों में दीवानगी का आलम यह था कि उस समय 10 साल तक की वेटिंग पीरियड के बाद चेतक स्कूटर किसी व्यक्ति को मिल पा रहा था.

बजाज के कई ग्रुप में कई महत्वपूर्ण पदों पर रहने वाले राहुल बजाज ऑटो जगत की कई बड़ी फर्मो के साथ अध्यक्ष के टूर पर जुड़े. 2006 में उन्हें भारतीय राज्यसभा में सांसद के रूप में मनोनीत किया गया. आईआईटी रुड़की सहित 7 यूनिवर्सिटी से उन्हें मानद उपाधि से नवाजा.

पुरस्कार और सम्मान (Rahul Bajaj Awards and Honor) 

1979 से 2000 तक भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) के अध्यक्ष, सोसाइटी ऑफ़ इंडियन इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) और महरत्ता चैंबर ऑफ़ कॉमर्स के अध्यक्ष,ऑटोमोबाइल और संबद्ध उद्योगों के विकास परिषद के अध्यक्ष ,1986 से 1989 तक इंडियन एयरलाइंस के अध्यक्ष ,‘इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी बॉम्बे’ के बोर्ड ऑफ़ गवर्नर्स के अध्यक्ष रहे राहुल बजाज को आर्थिक और व्यापर के क्षेत्र में उनके बहुमूल्य योगदान के लिए अनेकों पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है. जो इस प्रकार है.

– 2001 में भारत सरकार द्वारा ‘पद्म भूषण’ प्रदान किया.
– हार्वर्ड बिजनेस स्कूल द्वारा अलुमिनी (पूर्व छात्रों) अचीवमेंट पुरस्कार प्राप्त हुआ.
– नवभारत टाइम्स, अर्न्स्ट एंड यंग और सीएनबीसी टीवी 18 द्वारा “लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार” से नवाजा गया.
– फ्रांस गणराज्य के राष्ट्रपति द्वारा “नाइट इन द आर्डर ऑफ़ द लीजन ऑफ़ ऑनर” नियुक्त किया गया.
– भारत सरकार ने राहुल बजाज को 1975 से लेकर 1977 तक ऑटोमोबाइल और संबद्ध उद्योगों के विकास परिषद का अध्यक्ष बनाया.
– साल 1975 में उन्हें राष्ट्रीय गुणवत्ता एश्योरेंस संस्थान द्वारा ‘मैन ऑफ़ द ईयर” के पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
– सन 1990 में प्रबंधन के क्षेत्र में सबसे विशिष्ट सेवाओं के लिए उन्हें बॉम्बे मैनेजमेंट एसोसिएशन पुरस्कार प्राप्त किया.
– प्रिंस ऑफ़ वेल्स ने उन्हें “प्रिंस ऑफ़ वेल्स इंटरनेशनल बिज़नेस लीडर्स फोरम” का सदस्य फरवरी 1992 में बनाया.
– FIE फाउंडेशन ने उन्हें साल 1996 में राष्ट्र भूषण सम्मान से पुरष्कृत किया.
– लोकमान्य तिलक स्मारक ट्रस्ट ने सन 2000 में श्री बजाज को तिलक पुरस्कार से सम्मानित किया.

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