भारत सरकार की ओर से छोटे कारीगरों, शिल्पकारों के विकास के लिए और उन्हें आर्थिक रूप से सहायता प्रदान करने के लिए यूं तो कई प्रोग्राम चलाए जा रहे हैं लेकिन प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना (PM Vishwakarma Kaushal Samman Yojana) भारत सरकार की एक ऐसी योजना है जिसमें पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों के कौशल विकास, उन्हें वित्तीय सहायता पहुंचाने के लिए विशेष रूप से शुरू किया गया है. पीएम विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना को शॉर्ट फॉर्म में PM VIKAS भी कहते हैं.
खासबात यह है कि इस योजना के अंतर्गत सरकार इन कारीगरों की बाजार पहुंच भी बढ़ाती है और इनके हुनर को सही प्लेटफॉर्म प्रदान करती है.
विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना से छोटे कारीगरों जैसे बढ़ई, सुनार, मूर्तिकार, लोहार और कुम्हार जैसे कुशल कारीगरों को लाभ मिलेगा. बता दें कि इस योजना से देशभर में करीब 30 लाख पारंपरिक कारीगरों को लाभ मिलने की आशा है.
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना का उद्देश्य पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों के ना केवल सहायता देकर उन्हें ऊपर उठाना है बल्कि आधुनिक तकनीकों और कौशलों से लैस करके बाजार की प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार भी करना है.
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना के लाभ :
कौशल विकास: PM Vishwakarma Kaushal Samman Yojana में कारीगरों और शिल्पकारों के लिए कई तरह के कौशल विकास कार्यक्रम शुरू किए जाते हैं और सरकार की ओर से उन्हें इसमें भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है. यह सारे ही कार्यक्रम व्यावसायिक प्रशिक्षण, तकनीकी प्रशिक्षण, और उद्यमिता प्रशिक्षण से जुड़े होते हैं जिसमें जुड़कर कारीगर ना केवल समृद्ध होता है बल्कि वह दक्ष और कुशल भी होता है.
वित्तीय सहायता: प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना के अंतर्गत कारीगरों और शिल्पकारों को ऋण, अनुदान, और दूसरी कई तरह से वित्तीय सहायता या पैसे प्रदान किए जाते हैं. लोन की यह राशि उन्हें व्यवसाय शुरू करने, उसका विस्तार करने, या उसे ज्यादा उन्नत तकनीक से जोड़ने व आधुनिकीकरण करने के लिए दी जाती है.
बाजार पहुंच बढा़ने का कदम: (PM Vishwakarma Kaushal Samman Yojana in hindi) योजना में कारीगरों और शिल्पकारों को नए बाजार उपलब्ध कराए जाने पर जोर दिया जाता है. प्रदर्शनियों, मेलों, और ऑनलाइन प्लेटफार्मों के माध्यम से उत्पादों को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाया जाता है ताकि उनकी बिक्री बढ़े साथ ही उनका आत्मविश्वास बढ़े;
योजना दो चरण में संचालित होगी जिसके अंतर्गत पहले चरण में कामगारों को 5 प्रतिशत की ब्याज दर से 1 लाख रुपये का लोन देने की योजना है जबकि अगले चरण में यह राशि दो लाख रुपये तक करने की प्लानिंग है.
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना के लिए पात्रता-
- आवेदक के लिए भारत का नागरिक होना अनिवार्य है.
- आवेदक पारंपरिक कारीगर या शिल्पकार होना चाहिए और वह उसका मुख्य पेशा या रोजगार का जरिया होना चाहिए.
- आवेदक को किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से संबंधित होना चाहिए और उससे जुड़े दस्तावेज उसके पास होना चाहिए.
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना (PM Vishwakarma Scheme 2023) के लिए आवेदन कैसे करें-
- प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना की वेबसाइट https://pmvishwakarma.gov.in/ पर जाएं।
- “आवेदन करें” लिंक पर क्लिक करें और उसे ध्यान से देखें.
- यहां आते ही नया पेज खुल जाएगा. इस पेज पर नाम, पता, संपर्क जानकारी, और अन्य आवश्यक दर्ज करें.
- आवेदन सत्यापित करने के लिए आधार कार्ड अपलोड करें.
- “सबमिट” बटन पर क्लिक करें और प्रक्रिया होने तक रुकें.
मोबाइल फोन से प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना के लिए आवेदन (pm vishwakarma apply online) किया जा सकता है. इसके लिए, आपको (pm vishwakarma yojana mobile) प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना का मोबाइल ऐप डाउनलोड करना होगा। ऐप में, “आवेदन करें” विकल्प चुनें और फिर निर्देशों का पालन करें.
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना आवश्यक दस्तावेज:
- आधार कार्ड
- पहचान पत्र
- पता प्रमाण
- शैक्षिक योग्यता प्रमाणपत्र
- व्यवसाय प्रमाणपत्र
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना के लिए आवेदन की प्रक्रिया सरल और सुलभ है. इस योजना का लाभ उठाने के लिए, आपको केवल पात्रता मानदंडों को पूरा करना होगा और आवश्यक दस्तावेज जमा करने होंगे. बता दें कि प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना की शुरुआत 17 सितंबर को विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री करेंगे.
योजना दो चरण में संचालित होगी जिसके अंतर्गत पहले चरण में कामगारों को 5 प्रतिशत की ब्याज दर से 1 लाख रुपये का लोन देने की योजना है जबकि अगले चरण में यह राशि दो लाख रुपये तक करने की प्लानिंग है.