आज के समय में हर चीज ऑनलाइन मिल जाती है. जब आपको आँखों के लिए नंबर वाला चश्मा खरीदना हो तो आप सबसे पहले किस ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर जाते हैं? इसका जवाब शायद ‘Lenskart’ है. क्योंकि ये भारत की सबसे बड़ी Eyewear कंपनी है. इसने भारत के अधिकतर लोगों को उनकी जरूरत के हिसाब से चश्मे पहनाए हैं. Lenskart का मालिक कौन है? (Lenskart owner name) Lenskart कैसे शुरू हुई? इस तरह के सवाल आपके दिमाग में जरूर आ रहे होंगे.
Lenskart को शुरू करने का श्रेय पीयूष बंसल (Lenscart founder) को जाता है. जिन्होंने अपने विजन से आज लेंसकार्ट को करोड़ों रुपये की कंपनी बनाया है. साथ ही देश के लोगों को उनकी पसंद के मुताबिक चश्मे दिये हैं. इस साइट की टेक्नोलॉजी इतनी अच्छी है कि आप यहां वेबसाइट पर ही चेक कर सकते हैं कि आपके चेहरे पर कौन सा चश्मा अच्छा लगेगा.
पीयूष बंसल जीवनी (Peyush Bansal Biography in Hindi)
पीयूष बंसल का जन्म 26 अप्रैल 1985 (Peyush Bansal Birthday) को दिल्ली में हुआ था. ये दिल्ली के रहने वाले हैं और यही के डॉन बोस्को स्कूल से स्कूलिंग की. (Peyush Bansal Education) स्कूलिंग करने के बाद हर पढ़ाकू स्टूडेंट की तरह पीयूष ने भी आईआईटी की तैयारी की लेकिन आईआईटी में एडमिशन नहीं है. जिसके बाद आगे की पढ़ाई करने के लिए वे कनाडा की मैकगिल यूनिवर्सिटी चले गए. यहां उन्होने इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन किया.
कनाडा जाने के बाद पीयूष को कई सारी वित्तीय दिक्कतों का सामना करना पड़ा. वे अपने खर्चे पूरे करने के लिए पढ़ाई के साथ-साथ काम भी किया करते थे. कनाडा में ही पीयूष ने रिसैप्शनिस्ट की जॉब की थी. जहां पीयूष जॉब करते थे वहीं पर Software से संबन्धित कार्य भी किया जाता था. पीयूष की दिलचस्पी इसमें बढ़ी और पीयूष ने अपने सीनियर से उस काम को सीखने के लिए निवेदन किया.
पीयूष के सीनियर ने उन्हें कोडिंग की एक मोटी किताब पकड़ा दी. इस किताब को पढ़कर पीयूष ने कोडिंग सीखना शुरू किया और धीरे-धीरे वे उस कंपनी के साथ कोडिंग का काम करने लगे.
माइक्रोसॉफ्ट में की नौकरी (Peyush Bansal Job in Microsoft)
पीयूष जब इंजीनियरिंग के सेकंड ईयर में थे तो उन्होने माइक्रोसॉफ्ट में इंटर्नशिप के लिए अप्लाई किया. पहली बार में पीयूष इंटरव्यू तक पहुंचे लेकिन इंटरव्यू में उनका सिलेक्शन नहीं है. अगले साल पीयूष ने फिर जान लगाकर तैयारी की और इस बार माइक्रोसॉफ्ट में इंटर्नशिप करने का मौका मिला. माइक्रोसॉफ्ट में काम करते हुए पीयूष ने कई चीजों को सीखा. असल में बिजनेस कैसे करना है ये आइडिया उन्हें माइक्रोसॉफ्ट से ही आया. क्योंकि माइक्रोसॉफ्ट अपने पूरे एफर्ट लगाकर अपने कस्टमर को खुश करने की कोशिश करती है.
अपनी पढ़ाई पूरी करके पीयूष ने माइक्रोसॉफ्ट में एक साल तक नौकरी की. उनका करियर वेल सेटल हो गया था. साल 2008 में उन्होने माइक्रोसॉफ्ट की नौकरी छोड़ दी और भारत आ गए. अपने उन पैसों के साथ जो पीयूष ने माइक्रोसॉफ्ट में कमाए थे.
गैरेज से शुरू की कंपनी (Peyush Bansal Startup)
पीयूष बंसल भारत में बिजनेस करना चाहते थे. उन्हें ऐसा बिजनेस करना था जो लोगों की समस्याओं को दूर करे. पीयूष के पास बिजनेस का कोई आइडिया नहीं था. लेकिन फिर भी कुछ महीने तक उन्होने अपने गैरेज को अपना ऑफिस बना कर तैयार किया. इसके बाद इनहोने स्टूडेंट की दिक्कतों को दूर करने के लिए काम किया. पीयूष ने एक ऐसा प्लेटफॉर्म बनाया जो स्टूडेंट को रहने से संबन्धित दिक्कत को दूर करता था. इसमें स्टूडेंट को लेकर और भी कई सुविधाएं थी जो उनकी ज़िंदगी को आसान बनाती थी.
कैसे शुरू हुआ लेंसकार्ट? (How Lenskart was started?)
पीयूष जब स्टूडेंट की इस समस्या को दूर कर रहे थे तभी उनका ध्यान एक और समस्या में गया जिससे पूरा देश जूझ रहा था. पीयूष ने देखा कि भारत के लगभग 40 प्रतिशत लोग नजर के चश्मे का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन एक अच्छा और सही चश्मा खरीदने के लिए उनके पास सिर्फ दुकान है. उस समय ऑनलाइन ऐसा कोई प्लेटफॉर्म नहीं था जहां पर लोग अपने नंबर के हिसाब से अपनी पसंद का चश्मा ले सके. ऐसे में पीयूष ने लोगों को ‘चश्मा पहनाने’ का सपना देखा और साल 2010 में पीयूष बंसल ने अमित चौधरी के साथ Lenskart को शुरू किया.
कैसे सफल हुआ लेंसकार्ट? (How Lenskart success in India?)
लेंसकार्ट हर व्यक्ति की जरूरत को पूरा करता है. आज के समय में जो नजर का चश्मा पहनता है वो ये चाहता है कि घर बैठे वो अपने लिए अच्छे से अच्छा चश्मा चुन सके. ये मौका लोगों को लेंसकार्ट ने दिया. लेंसकार्ट ने अच्छी क्वालिटी के चश्मे ऑनलाइन बेचना शुरू किए. लोगों में धीरे-धीरे इसकी पॉपुलेरिटी बढ़ी और लेंसकार्ट सफलता की ओर चल पड़ी.
लेंसकार्ट आज भारत की सबसे बड़ी Eyewear Company है. ये अपने एड केटरीना कैफ से करवाते हैं तो आप सोच सकते हैं कि कंपनी किस लेवल का बिजनेस कर रही है.
शार्क टैंक जज का नाम | प्रमुख कंपनी |
अशनीर ग्रोवर | भारत पे |
विनीता सिंह | शुगर कॉस्मेटिक्स |
पीयूष बंसल | लेंसकार्ट |
नमिता थापर | Emcure Pharma |
अनुपम मित्तल | Shadi.com, People Group |
गजल अलग | Mama earth |
अमन गुप्ता | Boat |
पीयूष बंसल अपने कमाए हुए पैसों को शार्क टैंक की मदद से नए-नए स्टार्टअप में निवेश कर रहे हैं. वे सोनी लिव पर आ रहे शो शार्क टैंक के जज हैं और कई स्टार्टअप में निवेश कर चुके हैं और कई में करने वाले हैं.