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ढलती उम्र में भी अक्षय-शाहरुख और सलमान की पीढ़ी से कहीं आगे हैं अमिताभ, ऋषि कपूर जैसे पुराने स्टार्स

New and old Generation of Bollywood Actors Akshay kumar, aamir khan and salman khan, amitabh bachchan and rishi kapoor
ढलती उम्र में भी अक्षय-शाहरुख और सलमान की पीढ़ी से कहीं आगे हैं अमिताभ, ऋषि कपूर जैसे पुराने स्टार्स
अक्षय कुमार, अजय देवगन वरूण धवन, सिद्धार्थ मल्हो़त्रा, रनबीर कपूर और अर्जुन कपूर जैसे नये कलाकारों का बोलबाला हो, लेकिन इनके मुकाबले पुराने कलाकार आज भी ज्यादा फार्म में और कामयाब नजर आ रहे हैं.
अक्षय कुमार, अजय देवगन वरूण धवन, सिद्धार्थ मल्हो़त्रा, रनबीर कपूर और अर्जुन कपूर जैसे नये कलाकारों का बोलबाला हो, लेकिन इनके मुकाबले पुराने कलाकार आज भी ज्यादा फार्म में और कामयाब नजर आ रहे हैं.

आज बेशक फिल्म इंडस्ट्री पर तीनों खान, अक्षय कुमार, अजय देवगन वरूण धवन, सिद्धार्थ मल्हो़त्रा, रनबीर कपूर और अर्जुन कपूर जैसे नये कलाकारों का बोलबाला हो,लेकिन इनके मुकाबले पुराने कलाकार आज भी ज्यादा फार्म में और कामयाब नजर आ रहे हैं. पुराने स्टार्स की कामयाबी ने लोकप्रियता के आकाश पर उस पोजीशन पर अपने लिए जगह बनाई है, जहां  आज की पीढ़ी के किसी भी कलाकार के लिए पहुंच पाना नामुमकिन सा नजर आता है.

कैसे आगे हैं पुराने कलाकार
दरअसल नये कलाकारों के बीच आज भी रजनीकांत, अमिताभ बच्चन, नसीरूद्दीन शाह, अनिल कपूर, ऋषि कपूर, गोविंदा, जैकी श्रॉफ, नाना पाटेकर और संजय दत्त जैसे पुराने दिग्गजों का बोलबाला है. पुराने कलाकारं अपनी एक्टिंग और नए नए किरदारों से अभिनय की नई परिभाषा लिखते चले जा रहे हैं.

रजनीकांत की ’कबाली’ जब रिलीज हुई, तब उनके फैंस की दीवानगी उनके प्रति दिखाई दी. वह हिंदुस्तान के साथ सारी दुनिया में भी अपनी एक्टिंग का लोहा मनवा चुके हैं. उनके प्रति इतनी दीवानगी है कि लोग उन्हें भगवान की तरह प्यार करते हैं. उनकी आने वाली ’2.0’ के प्रति लोगों में जबर्दस्त क्रेज है.

अमिताभ बच्चन की प्रसिद्धि भी देश के साथ विदेशों में भी खूब है. अपनी हर फिल्म और हर किरदार के जरिये एक नई  ऊंचाई को छूते हुए नजर आते हैं.
अमिताभ बच्चन की प्रसिद्धि भी देश के साथ विदेशों में भी खूब है. अपनी हर फिल्म और हर किरदार के जरिये एक नई  ऊंचाई को छूते हुए नजर आते हैं.

अमिताभ अब भी परवान पर है
अमिताभ बच्चन की प्रसिद्धि भी देश के साथ विदेशों में भी खूब है. अपनी हर फिल्म और हर किरदार के जरिये एक नई  ऊंचाई को छूते हुए नजर आते हैं. उनकी ’पा’,’ कहानी 2’ और ’पीकू’ जैसी फिल्में बेहतरीन अभिनय के लिए याद की जाती है. बढ़ती उम्र का असर उन पर कहीं भी नजर नहीं आता. नए नए किरदारों के जरिये वह खुद को साबित करते चले जा रहे हैं.

चमक रहे हैं नसीर भी
नसीरूद्दीन शाह बॉलीवुड के दिग्गज एक्टर्स में से एक हैं. सुभाष घई की 1986 में प्रदर्शित ’कर्मा’ में दिलीप कुमार के साथ उनकी टक्कर का अभिनय किया. ’द डर्टी पिक्चर’, ’इश्किया’ और ’7 खून माफ’ जैसी फिल्मों में खुद को आज के कलाकारों से ज्यादा बेहतर साबित किया. दमदार भूमिकाओं की वजह से अनेक अवार्ड उनके नाम दर्ज हो चुके हैं.  

’अग्निपथ’ और ’कपूर एंड संस’ जैसी फिल्मों में उन्होंने साबित कर दिया कि हर तरह के किरदार निभाने में वो पूरी तरह सक्षम हैं.
’अग्निपथ’ और ’कपूर एंड संस’ जैसी फिल्मों में उन्होंने साबित कर दिया कि हर तरह के किरदार निभाने में वो पूरी तरह सक्षम हैं.

ऋषि कपूर भी कुछ कम नहीं हैं
ऋषि कपूर, 70 के दशक के रोमांटिक एक्टर्स में से एक रहे हैं. ’अग्निपथ’ और ’कपूर एंड संस’ जैसी फिल्मों में उन्होंने साबित कर दिया कि हर तरह के किरदार निभाने में वो पूरी तरह सक्षम हैं. ऋषि कपूर ने करण जौहर की ’अग्निपथ’ में विलेन का किरदार जिस शानदार तरीके से निभाया, वह अब तक दर्शक भूले नहीं हैं. कपूर एंड संस में 90 साल के व्यक्ति की भूमिका में नजर आये. हर किसी ने उनके काम की खूब सराहना की. अब वो अमिताभ के साथ एक फिल्म में उसी तरह का किरदार निभा रहे हैं.

कम नहीं नाना, अनिल और गोविंदा भी
अनिल कपूर ’वेलकम बैक’, ’दिल धड़कने दो’ और ’मुबारकां’ जैसी फिल्मों में आज भी शानदार उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं. वो श्रीदेवी और माधुरी दीक्षित के साथ अभी भी फिल्मों में लीड रोल निभा रहे हैं.  नाना पाटेकर ’अब तक छप्पन 2’, ’बेलकम बैक’ और ’गोलमाल अगेन’ जैसी फिल्में देखने के बाद साफ हो जाता है कि उनका जलवा अब तक बरकरार है. गोविंदा भी इस उम्र में  सलमान खान के साथ ’पार्टनर 2’ के जरिये फिर से मुख्य धारा में आने की तैयारी कर रहे हैं.

(इस लेख के विचार पूर्णत: निजी हैं. India-reviews.com इसमें उल्लेखित बातों का न तो समर्थन करता है और न ही इसके पक्ष या विपक्ष में अपनी सहमति जाहिर करता है. यहां प्रकाशित होने वाले लेख और प्रकाशित व प्रसारित अन्य सामग्री से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है. आप भी अपने विचार या प्रतिक्रिया हमें editorindiareviews@gmail.com पर भेज सकते हैं.)

By सुभाष शिरढोनकर

लेखक और स्तंभकार.

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