शास. महा. टिमरनी के द्वारा राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के उपलक्ष्य में दो दिवसीय विज्ञान तकनीकी प्रबंधन उत्सव एवं कला वाणिज्य प्रदर्शनी का आयोजन किया गया. प्रथम दिवस पर विज्ञान तकनीकी प्रबंधन की प्रदर्शनी लगाई गई. जिसमे लगभग 300 प्रोजेक्ट्स का प्रदर्शन किया गया.

विज्ञान प्रदर्शनी का शुभारंभ मध्य प्रदेश विज्ञान प्रौद्योगिकी परिषद के मुख्य वैज्ञानिक डॉ. राकेश कुमार आर्य ने किया. महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. विनीता रघुवंशी ने उनका स्वागत किया एवं विज्ञान संकाय प्रभारी डॉ. नीरज मालवीय ने धन्यवाद ज्ञापित किया.
द्वितीय दिवस पर कंप्यूटर साइंस एवं एप्लीकेशन विभाग द्वारा ई – लर्निंग विषय पर राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य आतिथ्य इंस्टीट्यूट फॉर एक्सीलेंस इन हायर एजुकेशन के भौतिकी विभाग के प्रोफेसर डॉ. अनुज हुंडेत ने ग्रहण किया एवं विशिष्ठ आतिथ्य एमपीपीएससी के ओएसडी डॉ. रविन्द्र पंचभाई ने ग्रहण किया . मुख्य वक्ता के तौर पर डॉ. अमित सिंहल जयपुर से, डॉ. रूपेश शुक्ला इंदौर से और डॉ. सचिन कामले विदिशा से सम्मिलित हुए. सभी ने ई – लर्निंग के महत्व और उपयोगिता को विस्तार से समझाया.
कार्यक्रम का प्रारंभ महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. विनीता रघुवंशी के निर्देशन पर श्री सुनीत काशिव ने किया. मुख्य अतिथि एवं वक्ताओं का परिचय श्री अभिषेक अग्रवाल ने दिया. सेमिनार का संचालन श्री पंकज खैरनार ने किया एवं आभार प्रदर्शन श्री दीपक मालाकार ने किया. सुश्री ज्योति काशिव ने प्रतिवेदन तैयार किया. इसी दिन समानांतर रूप से कला और वाणिज्य विभाग द्वारा प्रदर्शनी का आयोजन किया गया. जिसमें मध्य प्रदेश मीडिया संघ के प्रदेश अध्यक्ष श्री जयवंत ठाकरे ने विशिष्ठ आतिथ्य ग्रहण किया. इस प्रदर्शनी में विद्यार्थियों के द्वारा लगभग 200 कलाकृति प्रदर्शित की गई.
महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. विनीता रघुवंशी और रुसा प्रभारी डॉ. जिनेन्द्र कुमार जैन ने भौतिक रूप से प्रदर्शनी का उद्घाटन एवं अवलोकन किया। कला संकाय प्रभारी श्री संजय पटवा ने सभी को धन्यवाद प्रेषित किया। इन गतिविधियों में डॉ. महेन्द्र सिंह तड़वाल, सुश्री सादिया पटेल, सुश्री मीनाक्षी यादव, श्रीमती सुरूभि चौरे, श्री सत्य प्रकाश जाधम, सुश्री बरखा जायसवाल, श्री धर्मेन्द्र जमरा, डॉ. स्वाति उपाध्याय,श्रीमती मनीषा राजपूत,श्रीमती नंदिनी अग्रवाल, श्रीमती चंचला चौधरी,श्रीमती मुग्धा गद्रे,श्री दीपक बिबरिया,श्री वीरेन्द्र गुर्जर,श्री पंकज रहाणे,श्री के.पी.नागरे,श्री अभिषेक नागपुरे आदि की प्रमुख भूमिका रहीं.
डॉ अनुज हुडैत ने एमएचआरडी के विभिन्न ई लर्निंग टूल्स और उनकी उपयोगिता को प्रस्तुत किया.
डॉ रविंद्र मंच भाई ने बताया कि किस तरह से ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों को ई लर्निंग के माध्यम से अध्ययन अध्यापन को उपयोगी बनाया जाना अति आवश्यक है जिसके लिए विभिन्न स्त्रोतों को संगठित करना आवश्यक है
डॉ अमित सिंहल ने बताया कि ई लर्निंग क्या है इसके लाभ और दोष समझाए ।साथ ही ब्लेंडेड लर्निंग को भी विस्तारपूर्वक समझाया।
डॉ सचिन कामले ने ई लर्निंग को भविष्य में उपयोग की जाने प्रमुख तकनीकी के रूप में प्रस्तुत किया।
डॉ रुपेश शुक्ला ने ई लर्निंग के विभिन्न अवयवों को विस्तार से समझाते हुए ई लर्निंग के विभिन्न आयामों को प्रस्तुत किया साथ ही अलग-अलग क्षेत्रों में ई लर्निंग को अपनाने की बात कही.