सोचिए आपका खाता किसी बैंक में है, उसमें आपके जीवन की कमाई सेविंग के रूप में रखी है और अगली सुबह जब आप सोकर उठें और आपको पता चले कि वो बैंक तो कंगाल हो गया और आपका सारा पैसा डूब गया.
ऐसी स्थिति में आप कुछ भी नहीं कर सकते. कुछ ऐसा ही हालत अमेरिका में सिलिकॉन वेली बैंक के साथ भी हुई थी. जो रातों-रात बंद हो गया और ग्राहकों का पैसा अटक गया.
आपका पैसा किसी बैंक में यूं ही न अटक जाए इसलिए आपको किसी भरोसेमंद बैंक में ही अपना पैसा निवेश करना चाहिए. भारत में बैंक का बैंक कहे जाने वाली ‘रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया’ ने हाल ही में एक लिस्ट जारी की है जिसमें तीन सबसे ज्यादा सुरक्षित बैंक के बारे में बताया गया है.
सबसे सुरक्षित बैंक (India’s Most Safe Bank)
RBI के द्वारा हाल ही में जारी की गई सूची में तीन भारतीय बैंक के नाम दिए गए हैं. इनमें एक सरकारी बैंक है और दो प्राइवेट बैंक है. RBI का कहना है कि यदि इन तीनों में से किसी एक बैंक में आपका अकाउंट है तो आपका पैसा सुरक्षित है.
1) State Bank of India
2) HDFC Bank
3) ICICI Bank
RBI द्वारा जारी इस सूची में वह बैंक आ सकते हैं जिनके पास सामान्य पूंजी संरक्षण बफर के अलावा अतिरिक्त कॉमन इक्विटी टियर 1 होता है. RBI के मुताबिक SBI के पास Risk Weighted Assets के रूप में 0.6 प्रतिशत CET1 बनाए रखना होगा. वहीं प्राइवेट बैंक को 0.2 प्रतिशत बनाए रखना होगा.
कैसे तय होती है सुरक्षित बैंक (Top Safe bank in India by RBI)
किसी बैंक को सुरक्षित बैंक तय करने के मानक के बारे में आपने ऊपर जाना. लेकिन कुछ और फैक्टर भी हैं जिनकी निगरानी RBI बहुत बारीकी से करती है.
– RBI इन बैंक के रोजाना के लेनदेन पर कड़ी निगरानी रखती है.
– RBI को इन बैंक में यदि कोई बड़ा लोन या अकाउंट नजर आता है तो उसकी जांच करती है.
– बैंक यदि किसी बड़े प्रोजेक्ट पर पैसा लगा रहा है या उधार दे रहा है तो उसका भी मूल्यांकन RBI के जरिए किया जाता है.
– RBI यह देखता है कि बैंक ऐसा तो कुछ नहीं कर रहा है जिससे बैंक के कारोबार पर निगेटिव असर हो.
बैंक डूबने पर क्या होता है? (What if bank default?)
भारत में किसी बैंक में आपका पैसा जमा है और वो बैंक रातों-रात बंद हो जाता है, डूब जाता है या कंगाल हो जाता है तो ऐसे में आपके पैसे का क्या होगा? ये सवाल हर बैंक कस्टमर के मन मे होता है.
भारत में केंद्र सरकार बैंक में जमा पैसों पर गारंटी लेती है लेकिन ये गारंटी पूरी रकम पर नहीं बल्कि एक निश्चित रकम पर होती है. साल 2021 में डिपॉजिट इंश्योरेंस एंड क्रेडिट कानून में बदलाव किया गया था.
इसके अनुसार यदि बैंक में आपका पैसा है और बैंक डूब जाता है, कंगाल हो जाता है या बंद हो जाता है तो बैंक ग्राहकों का अधिकतम 5 लाख रुपये तक सुरक्षित रहेगा.
इसका मतलब ये है कि यदि बैंक में आपके खाते में 5 लाख रुपये या उससे कम रुपये थे तो आपका अकाउंट सुरक्षित रहेगा. लेकिन यदि आपके अकाउंट में 5 लाख रुपये से ज्यादा है तो आपको सिर्फ 5 लाख रुपये ही वापस मिलेंगे.
हालांकि यदि आपके अकाउंट में ज्यादा पैसे थे तो उसका सेटलमेंट उस बैंक के द्वारा किया जाएगा जो डूबने वाली बैंक को टेक ओवर कर रहा है. बाद में आपके अकाउंट की राशि को सेटलमेंट किया जा सकता है.
किसी भी बैंक में आप अपनी जरूरत का ही पैसा रखें. अन्य रकम को आप अच्छी जगह इन्वेस्ट कर सकते हैं जहां से आपको अच्छे रिटर्न की उम्मीद हो.
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