Mahashivratri 2024: हिंदू धर्म में महाशिवरात्रि के त्योहार का विशेष महत्व है. शिव पुराण के अनुसार, महाशिवरात्रि के दिन ही महादेव और माता पार्वती का विवाह हुआ था. ऐसा माना जाता है कि जो भी इस खास दिन पर सच्ची श्रद्धा और मन से उनकी पूजा करता है, उसके सभी दुख दूर हो जाते हैं. हर साल फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि मनाई जाती है.
इस बार यह तिथि 18 फरवरी 2023 यानी शनिवार को मनाई जाएगी. यह दिन विशेष तिथि बन रही है, क्योंकि शिवरात्रि के दिन शनि प्रदोष व्रत भी पड़ रहा है. इस दिन की जाने वाली पूजा का अधिक महत्व होगा. शिवरात्रि के दिन पूजा के अलावा कुछ उपाय भी हैं जो बहुत लाभकारी होते हैं. तो आइए जानते हैं इन उपायों के बारे में.
उपाय
- महाशिवरात्रि के दिन भगवान महादेव की पूजा करते समय उन्हें जल अर्पित करने से पहले जल में काले तिल अवश्य मिला लें. तिल मिलाकर शिव मंत्रों का जाप करें. ऐसा माना जाता है कि ऐसा करने से भगवान शिव जल्दी प्रसन्न होते हैं.
- महाशिवरात्रि के दिन भगवान भोलेनाथ के रुद्राभिषेक का भी विशेष महत्व है. यदि संभव हो तो इस दिन दही से भोलेनाथ का रुद्राभिषेक करने का प्रयास करें. ऐसा करने से व्यक्ति की आर्थिक परेशानियां दूर होती हैं और जीवन में उन्नति होती है.
- इस पर्व पर शनिदेव की पूजा करना शुभ रहेगा. इसके अलावा शिव चालीसा और शनि चालीसा का पाठ करें. ऐसा करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
- ज्यादातर लोग शिवरात्रि के दिन पूजा करते समय शिवलिंग पर चंपा या केतकी के फूल चढ़ाते हैं. हालांकि ऐसा करना बिल्कुल भी शुभ नहीं माना जाता है. मान्यता है कि भगवान शिव को शमी और बेला के फूल प्रिय हैं.
- भगवान शंकर की पूजा में अलसी के फूल का विशेष महत्व है. भगवान शंकर की पूजा में लाल और सफेद फूल विशेष रूप से चढ़ाए जाते हैं. इस पौधे को मदार के नाम से भी जाना जाता है. इसके अलावा शिनवलिंग पर बेलपत्र, धतूरा और शहद चढ़ाएं.
- पूजा के दौरान भगवान शिव के मंत्रों का जाप करना बहुत महत्वपूर्ण और शुभ माना जाता है. इसलिए कोशिश करें कि महाशिवरात्रि पर महामृत्युंजय मंत्र का जाप कम से कम 108 बार करें. इसके अलावा ‘ओम नमः शिवाय’ मंत्र का जाप करना भी शुभ होता है.