बचपन से लेकर आज तक मैदान पर हम सभी कबड्डी खेलते आए हैं. कबड्डी को आमतौर पर भारत का खेल कहा जाता है लेकिन आज इसने एक विश्वस्तरीय खेल का रूप ले लिया है. यदि आप भी कबड्डी में रुचि रखते हैं और कबड्डी में अपना करियर बनाना चाहते हैं तो आपको कबड्डी के इतिहास और कबड्डी के नियम (Kabaddi Rules in Hindi) के बारे में जरूर पता होना चाहिए.
कबड्डी का इतिहास | About Kabaddi in Hindi
कबड्डी को भारत से शुरू होने वाला खेल माना जाता है. इसका उद्भव प्राचीन भारत के तमिलनाडु (Kabaddi Start From) में हुआ था. महाभारत में कौरवों द्वारा रचे गए चक्र को कबड्डी का सबसे प्राचीनतम रूप माना जाता है. कबड्डी को भारत में काफी समय से खेला जा रहा है.
कबड्डी को विश्वस्तर पर पहचान तब मिली जब साल 1936 में बर्लिन ओलंपिक में पहली बार कबड्डी को पहचान मिली. इसके बाद साल 1938 में कलकत्ता में इसे राष्ट्रीय खेलों में सम्मिलित किया गया. इसकी ख्याति को देखते हुए साल 1950 में अखिल भारतीय कबड्डी फेडरेशन की स्थापना की गई और कबड्डी के नियम (Kabaddi Rules and Regulations) तय किए गए.
कबड्डी भारत में बहुत ज्यादा फेमस है लेकिन ये भारत का राष्ट्रीय खेल नहीं है. कबड्डी को Bangladesh के National Sports का दर्जा दिया गया है.
कबड्डी के मैदान की जानकारी | Kabaddi Court Information
हम सभी जिस कबड्डी को खेलते हैं वो अलग-अलग तरह की हो सकती है. क्योंकि हम सभी न तो इसके सही नियम (Kabaddi Rules in Hindi) जानते हैं और न ही हमें मैदान की जानकारी होती है. कई सारे लोग बीच में बस एक लाइन खींचते हैं और खेलना शुरू कर देते हैं. लेकिन कबड्डी खेलने के लिए आपको इसके मैदान की भी जानकारी होनी चाहिए.

– कबड्डी के मैदान का साइज (Kabaddi Court Size) 50 किलो भार से अधिक कैटेगरी के लिए 13 x 10 मीटर होता है तथा 50 किलो से कम कैटेगरी के लिए 12 x 8 मीटर होता है.
– कबड्डी के मैदान को दो भागों में बांटा जाता है.
– सबसे बीच की लाइन मैदान को दो भागों में बांटती है. इसे सेंट्रल लाइन कहा जाता है.
– कबड्डी मैदान की जमीन नरम और समतल होनी चाहिए.
– कबड्डी मैदान के दोनों तरफ एक-एक मीटर चौड़ी पट्टी होती है जिसे लॉबी कहा जाता है.
– सेंट्रल लाइन से तीन मीटर की दूरी पर एक लाइन होती है जिसे Baulk Line कहा जाता है.
– Baulk Line से एक मीटर दूरी पर Bonus Line खींची जाती है.
– बोनस लाइन के बाद Ending Line होती है.
कबड्डी में कितने खिलाड़ी होते हैं? How many players in kabaddi
कबड्डी सिंगल प्लेयर वाला गेम नहीं है जिस तरह टेनिस या टेबल टेनिस होता है. कबड्डी में एक पूरी टीम होती है. इस टीम के लिए 12 खिलाड़ी चुने जाते हैं. लेकिन कबड्डी के मैदान में सिर्फ 7 खिलाड़ी ही खेलते हैं. किसी खिलाड़ी के घायल हो जाने की स्थिति में दूसरे खिलाड़ी को खेलने का मौका मिलता है. अतः हम ये कह सकते हैं कि कबड्डी में कुल 7 खिलाड़ी होते हैं.
कबड्डी में जो व्यक्ति दूसरे पाले में जाता है उसे ‘रेडर’ कहते हैं. उसके दूसरे पाले में जाने को ‘रैड’ कहा जाता है. जिस व्यक्ति के पाले में वो जाता है. उस पाले के खिलाड़ियों को ‘डिफ़ेंडर’ कहा जाता है.
कबड्डी के नियम | Kabaddi Rules and regulation
कबड्डी खेलने के लिए कबड्डी के नियमों की जानकारी जरूर होनी चाहिए.
– कबड्डी खेलने के लिए 40 मिनट का समय दिया जाता है. इसमें 20 मिनट पर ब्रेक मिलता है जो 5 मिनट का होता है. इसके बाद फिर से 20 मिनट का मैच शुरू होता है.
– महिलाओं के मैच में कुल 30 मिनट का समय दिया जाता है. इसमें 15 मिनट के अंतराल पर ब्रेक होता है.
– जो प्लेयर रैड करने जाता है उसे कबड्डी-कबड्डी कहना होता है.
– एक रैड अधिकतम 30 सेकंड की होती है.
– प्लेयर को पॉइंट हासिल करने के लिए कम से कम Bonus Line को छूकर आना होता है. इस पॉइंट को लेने के लिए डिफेंडर टीम में कम से कम 6 खिलाड़ी होने चाहिए.
– बोनस लाइन टच करने के लिए 1 पॉइंट मिलता है.
– बोनस लाइन को चुने के साथ-साथ यदि रेडर किसी डिफेंडर खिलाड़ी को टच कर देता है तो उसे उतने पॉइंट मिलता हैं जितने खिलाड़ियों को उसने टच किया है. इसे टच पॉइंट कहा जाता है.
– एक या एक से अधिक डिफेंडर, रेडर को 30 सेकंड तक डिफ़ेंड कोर्ट में रहने पर मजबूर करते हैं तो डिफ़ेंडिंग टीम को 1 पॉइंट मिलता है. इसे टैकल पॉइंट कहा जाता है.
– यदि किसी एक टीम द्वारा दूसरी टीम के सभी खिलाड़ियों को कोर्ट से बाहर कर दिया जाता है. मतलब उन्हें ऑल आउट कर दिया जाता है तो ऑल आउट करने वाली टीम को दो पॉइंट मिलते हैं.
– यदि कोई रेडर बिना किसी डिफेंडर को टच किए और बिना बोनस लाइन को टच किए वापस आ जाता है तो उसे Empty Raid कहा जाता है.
– यदि कोई टीम लगातार दो Empty Raid करती है तो तीसरी बार में उसे किसी न किसी डिफ़ेंडर को छूकर या फिर बोनस लाइन को छूकर आना होगा. यदि वो ऐसा नहीं करेगा तो डिफ़ेंडर टीम एक को एक एक्सट्रा पॉइंट मिलेगा.
– खेलते समय यदि किसी टीम में सिर्फ दो या एक खिलाड़ी ही शेष रह जाता है तो कैप्टन को ये अधिकार है कि वो सारे प्लेयर को वापस बुला ले. इसके बदले में उसे दूसरी टीम को पॉइंट देना होगा.
लोकप्रिय भारतीय कबड्डी खिलाड़ी | Kabaddi Players information
भारत में कबड्डी के कई टूर्नामेंट आयोजित किए जाते हैं. जिनमें कई खिलाड़ी फेमस हुए हैं. प्रदीप नरवाल जिन्हें लगातार तीन बार बेस्ट रेडर का अवार्ड दिया गया है. प्रो कबड्डी लीग में ये सबसे ज्यादा स्कोर करने वाले खिलाड़ी हैं. इनके अलावा राहुल चौधरी, दीपक निवास हुड्डा, अजय ठाकुर, मनिंदर सिंह, पवन कुमार, रोहित कुमार, काशिलिंग अड़के, अनूप कुमार, मंजीत छिल्लर भारत के फेमस कबड्डी प्लेयर हैं.
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