Air Conditioner: मार्च की शुरुआत के साथ ही गर्मी भी शुरू हो गई है. सर्दी अब नाम पर है. गर्मी आते ही पंखा एक बार फिर से चलने लगेगा. दफ्तरों जैसी कई जगहों पर एसी भी चालू कर दिए गए हैं. अगर आप भी इस गर्मी में अपने बंद पड़े एसी को दोबारा चालू करने जा रहे हैं या अपने घर के लिए नया एसी खरीदने की सोच रहे हैं तो यह खबर आपके काम आने वाली है. आज हम आपको एसी के एक ऐसे मोड और टिप्स के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपके हजारों रुपये बचा सकता है.
आप शायद नहीं जानते होंगे कि एसी में कई मोड दिए जाते हैं. ज्यादातर लोग एसी का इस्तेमाल तो करते हैं लेकिन उसके उचित मोड का सही तरीके से इस्तेमाल नहीं करते हैं, जिसके कारण बिजली का बिल अधिक आने लगता है. आज हम आपको एसी के एक खास मोड और टिप्स के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं जिसे ऑन करने से बिजली का बिल काफी कम हो जाएगा. अगर आप भी घर में एसी का इस्तेमाल करते हैं तो आपके लिए इसके बारे में जानना जरूरी है.
एसी सर्विसिंग
इस दौरान नियमित रूप से एसी का उपयोग किया जाएगा. इसलिए गर्मियों में उपयोग शुरू करने से पहले एसी की सफाई और सर्विस कर लेनी चाहिए. एयर कंडीशनर अच्छा काम करेगा. दरअसल, अगर एसी में धूल होगी तो वह कमरे को अच्छे से ठंडा नहीं कर पाएगा. परिणामस्वरूप इसे लम्बे समय तक जारी रखना पड़ता है. नतीजा यह होता है कि बिजली का बिल भी बढ़ जाता है. इसलिए नियमित सर्विसिंग से बिजली बिल का बोझ काफी कम हो जाएगा.
दरवाजे और खिड़कियां करें बंद
एसी चलाते समय दरवाजे और खिड़कियां बंद कर देनी चाहिए. इससे कमरा जल्दी ठंडा हो जाता है. और काफी देर तक ठंड का एहसास बना रहता है. दरअसल, अगर दरवाजे और खिड़कियां बंद हों तो एसी की ठंडी हवा बाहर नहीं जा पाती.
टाइमर का उपयोग
प्रत्येक एयर कंडीशनर में टाइमर प्रणाली होती है. यह रात में काम आता है. क्योंकि पूरी रात एसी चालू रखे बिना सोने से पहले 2-3 घंटे के लिए टाइमर सेट करना बुद्धिमानी है. इससे एसी समय पर बंद हो जाएगा. जिससे बिजली बिल का बोझ नहीं बढ़ेगा.
एनर्जी स्टार-रेटेड एसी
हमेशा एनर्जी स्टार एसी-ई खरीदें. क्योंकि इस प्रकार के एसी से बिजली की खपत कम होती है और बिजली बिल का बोझ भी कम होता है.
सही तापमान चुनें
ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (बीईई) के अनुसार, मानव शरीर के लिए इष्टतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस है. और उस गर्माहट लक्ष्य को पूरा करने के लिए एसी पर ज्यादा दबाव नहीं है. इसके चलते एसी का तापमान 24 डिग्री रखा जाना चाहिए. इससे बिजली की बचत होगी, जिससे बिजली बिल का खर्च भी बचेगा.
एयर कंडीशनर के होते हैं कई मोड
एयर कंडीशन में ड्राई मोड, हीट मोड, स्लीप मोड, कूल मोड और ऑटो मोड है. ये सभी मोड अलग-अलग परिस्थितियों और मौसम के हिसाब से सेट किए गए हैं. अगर आप इन मॉड्स का सही तरीके से इस्तेमाल करते हैं तो आप न सिर्फ एसी की लाइफ बढ़ा सकते हैं बल्कि बिजली का बिल भी बढ़ने से रोक सकते हैं. अगर आप भी एसी के बिल से परेशान हैं तो हम आपको बता दें कि आपको अपने एसी को ऑटो मोड पर रखना चाहिए.