Board Exam हर student की लाइफ का वो टाइम होता है जब उस पर ढेर सारा प्रेशर होता है. एक तरफ पढ़ाई पर फोकस करना और दूसरी तरफ पर्सेंटेज बनाने का प्रेशर इन सभी के बीच एक स्टूडेंट इस एग्जाम की तैयारी करता है और उस एग्जाम में पास या फेल होता है. बोर्ड एग्जाम के दौरान स्टूडेंट बहुत टेंशन में होता है लेकिन अगर वो कुछ ख़ास बातों का ध्यान रखे तो वो इस टेंशन से मुक्ति पा सकता है और एग्जाम में अच्छा स्कोर कर सकता है.
कई सारे स्टूडेंट बोर्ड एग्जाम की तैयारी एग्जाम शुरू होने से कुछ महीने पहले करते हैं और कई तो एकदम ऐनवक्त पर लेकिन फिलहाल एग्जाम सिर पर है तो हम आपको वो टिप्स (Exam Tips for Board Exam) देंगे जो पूरे साल नहीं बल्कि एग्जाम से पहले आपके काम में आएगी और आपको अच्छा स्कोर (Good score for board exam) करने में मदद करेगी.
बोर्ड एग्जाम का भूत निकालें (Fear of board exam)
बोर्ड एग्जाम की तैयारी करने से पहले आपके लिए ये जरूरी है कि आपके मन से इसका भूत निकल जाए. अधिकतर स्टूडेंट्स को ये लगता है कि बोर्ड एग्जाम काफी टफ है, न जाने उसमें क्या होगा? एग्जाम में कैसे प्रश्न आएंगे? और तो और कई स्टूडेंट को तो शुरू से ये डर लगता है कि कहीं वो फेल न हो जाए. तो आप ध्यान रखिए कि बोर्ड एग्जाम भी आपकी पहले की कक्षाओं की एग्जाम जैसी ही है. इसमें कोई अलग से रॉकेट साइंस नहीं लगता. आपने जो सालभर पढ़ा है उसी में से इस परीक्षा में प्रश्न आएंगे कहीं बाहर से नहीं. इसलिए आप अपने मन से बोर्ड एग्जाम का भूत निकाल दें और बेधड़क एग्जाम की तैयारी में लग जाएं.
टॉपिक्स को बांट लें (How to study in board exam)
अब जब आप अपने मन से बोर्ड एग्जाम का भूत निकाल चुके हैं तो अब बारी आती है टॉपिक्स को बांटने की. आप सबसे पहले लिस्ट बनाएं कि आपने अभी तक किस-किस टॉपिक को अच्छे से पढ़ लिया है और किसे नहीं. जिस टॉपिक को अच्छे से पढ़ लिया है उस पर अब कम समय और जिसे अच्छें से नहीं पढ़ा है उस पर ज़्यादा समय दें. टॉपिक्स को पढ़ने के दौरान ये भी ध्यान दें कि इन टॉपिक्स से किस तरह के प्रश्न पूछे जाते हैं, उस तरीके से अपनी पढ़ाई करें.
टाइम टेबल बनाए (How to make time table for board exam)
स्टूडेंट लाइफ में टाइम टेबल का बहुत महत्व होता है. आप भी अपनी पढ़ाई का टाइमटेबल बनाएं. रोज के टारगेट बनाएं कि आज किस सब्जेक्ट को कितनी देर तक पढ़ना है. आप रोज लिस्ट बनाएं कि मुझे आज ये ये टॉपिक करने हैं और उन्हें पूरा करने पर उन्हें टिक करते जाएं. अगर आप अपने पूरे दिन के 80-90 प्रतिशत टारगेट पूरा कर पाते हैं तो खुद को ही ईनाम दें जिससे आप खुद मोटिवेट होंगे.
हैंडराइटिंग सुधारें (Handwriting for board exam)
हर एग्जाम में दो ही चीज़ें इंर्पोटेंट होती हैं. एक तो आपका आन्सर और दूसरी आपकी हैंडराइटिंग. अगर आपका ऑन्सर सही है और आपकी हैंडराइटिंग बहुत बेकार है तो आपके मार्क्स कटने की संभावना बहुत ज़्यादा रहती है. ऐसे में एग्जाम से पहले प्रैक्टिस करें कि आप आन्सर को किस तरह से अच्छी राइटिंग में लिखेंगे. आप ये भी चेक करें कि क्या आपका लिखा हुआ दूसरों को समझ में आ रहा है. इसके अलावा आन्सर में हेडिंग और सब हेडिंग का भी ध्यान रखें. जरूरत पढ़ने पर उचित डायग्राम बनाएं.
प्री बोर्ड/प्री एग्जाम (Preboard exam)
आपने प्री बोर्ड एग्जाम दिया ही होगा. ये आपके फायदे के लिए ही होता है. इसे देने के बाद भी आप अपने घर पर प्री एग्जाम दें. एक कॉपी में पिछले सालों के पेपर लेकर उसके आन्सर लिखे. टाइम लिमिट तय करें कि 3 घंट में इस पेपर को पूरा करना है और फिर खुद ही उसे चेक करे. इसे करने से आपको पता चलेगा कि आप कहां कमजोर हैं. फिर अपनी कमजोरियों पर काम करें.
मोबाइल से दूरी, खानपान में सतर्क (Away from mobile and junk food)
बोर्ड एग्जाम होने में कुछ ही समय है ऐसे में स्टूडेंट को मोबाइल से दूरी बनाकर ही रखना चाहिए. उसे पहले अपने एग्जाम टारगेट को पूरा करना चाहिए. इसके बाद मोबाइल का यूज करना चाहिए. इसके अलावा खान-पान को लेकर भी सतर्कता बरतनी चाहिए. एग्जाम से पहले ऐसे किसी भी खाद्य पदार्थ का सेवन न करे जिससे आपकी तबीयत खराब हो जाए.