गजानन, गणेश, गणपति, विनायक, एकदंताय जानें कितने नाम है भगवान गणेश के. गणपति शुभ और मंगल करने वाले हैं. शिव देवी पार्वती के पुत्र को हिंदू धर्म में सर्वप्रथम पूज्य माना गया है. संसार में जो भी शुभ, मंगल और रिद्धि-सिद्धि देने वाला है वहां गणेश स्वयं उपस्थित है.
बुद्धि के देवता और स्थायीत्व और स्थिरता के प्रतीक भगवान गणेश संपूर्ण सनातन परंपरा में एक ऐसे देव हैं जिनके बिना कोई पूजा, रीति-रिवाज और पूजन-आराधना पद्धति पूरी नहीं हो सकती.
हर कार्य से पहले करें गणेश की पूजा
भगवान गणेश के जन्म की कथा सभी ने सुनी है कि कैसे शिव जी ने पार्वती के अंश से पैदा हुए बालक की गर्दन काटकर हाथी की लगाई और बालक का नाम गणेश पड़ा.
ऐसे ही सर्वप्रथम पूजन की कहानी भी शिव और माता पार्वती की परिक्रमा से जुड़ती है. लेकिन सही मायनों में गणेश जी का अर्थ जीवन में शुभ, मंगलता और स्थिरता से है.
मन को स्थिर कर देंगे भगवान गणेश
गणेश जी स्थायीत्व और स्थिरता के प्रतीक हैं. उनका भारी-भरकम होना ही जीवन में स्थिरता का प्रतीक है. वे जहां हैं वहां किसी भी कार्य के दीर्घकाल तक चलने की कामना है.
शरीर के भीतर गणेश जी का जुड़ाव हमारे मूलाधार चक्र से है जिसे साधने का अर्थ है स्थिर हो जाना. स्थिरता मन और बुद्धि से.
गणेश जी जितने कार्य को सिद्ध करते हैं उतना ही उसे स्थिर भी करते हैं. जिन लोगों का मन चंचल, अस्थिर है और जो लोग बुद्धि में अस्थिरता के चलते सैटल नहीं हो पा रहे और बार-बार काम-धंधे बदलते रहते हैं उन्हें भगवान गणेश की विशेष पूजा करनी चाहिए.
गणेश जी की आराधना देगी समृद्धि
बुधवार के दिन भगवान गणपति की आराधना सिद्धि और एश्वर्य प्रदान करती है. अथर्वशीर्ष का पाठ और विधि विधान से पूजन जीवन में स्थिरता और आनंद को बढ़ाते हैं.
यदि आप रोजाना गणेश जी के दर्शन करते हैं और अपने कार्य में शुभ-मंगल और स्थिरता की कामना करते हैं तो जीवन में तेजी से परिवर्तन देखेंगे.
गणेश जी के विशेष मंत्र
भगवान गणेश की साधना जीवन में आनंद, शुभता और मंगल लेकर आती है. गणपति के कुछ ऐसे मंत्र हैं, जिनकी एक माला का जाप रोजाना करते हैं, तो जीवन में रोग, शोक और बेवजह के होने वाले कष्टों से मुक्ति मिलेगी.
इन मंत्रों के जाप से राहु-केतु और अन्य ग्रह भी शांत रहेंगे. जो लोग आर्थिक रूप से बहुत परेशान हैं और तंगहाली का सामना कर रहे हैं, उनके लिए ये मंत्र रामबाण औषधि की तरह है.
गं
ग्लं
ग्लौं
श्री गणेशाय नमः
ॐ वरदाय नमः
ॐ सुमंगलाय नमः
ॐ चिंतामणये नमः
ॐ वक्रतुंडाय हुम्
ॐ नमो भगवते गजाननाय
ॐ गं गणपतये नमः
ॐ ॐ श्री गणेशाय नमः
अलग-अलग कष्टों में गणेश जी के विशेष मंत्र
भगवान गणेश स्थायीत्व देने वाले देवता हैं. आपके जीवन में यदि गणेश हैं तो यकीं मानिए सबकुछ शुभ और मंगलमय होगा.
आइए अब कुछ ऐसे मंत्रों के बारे में जानते हैं और उनका अर्थ समझते हैं जो आपके कष्ट और अरिष्ट का नाश करने वाले हैं. मैंने कई साधकों और मित्रों को इन मंत्रों का जाप करने के लिए कहा और इसके फल तत्काल और शुभता प्रदान करने वाले रहे हैं.
ॐ गं गणपतये नमः
यह मंत्र चमत्कारिक है और तुरंत अपना असर दिखाता है. इस मंत्र का पूर्ण श्रद्धा से करने से सभी बाधाएं दूर होती हैं.
ॐ वक्रतुंडाय हुम्
तांत्रिक क्रियाओं को नष्ट करने, विविध कामनाओं कि शीघ्र पूर्ति के लिए उच्छिष्ट गणपति कि साधना कि जाती है. उच्छिष्ट गणपति के मंत्र का जाप अक्षय भंडार प्रदान करता है.
ॐ हस्ति पिशाचि लिखे स्वाहा
यदि जो व्यक्ति जीवन में आलस्य, निराशा से परेशान हैं. काम पर फोकस नहीं कर पा रहे हैं या काम शुरू करने से पहले किसी भी तरह का विघ्न आ जाता है तो इस मंत्र का जाप जीवन में बड़ा बदलाव ले आएगा. घर-परिवार के भीतर कलह होती हो तो भी यह मंत्र बेहद लाभदायक है.
ॐ गं क्षिप्रप्रसादनाय नम:
जो व्यक्ति बीमारियों से परेशान है. बुरी संगत में चला गया है, दुर्भाग्य से परेशान और काम नहीं हो पा रहा समझ लिए इस मंत्र के जाप से उसके सारे कष्ट मिट जाएंगे. धन, आत्मिक बल और सकारात्मकता तो बढ़ेगी ही बल्कि आध्यात्मिक चेतना का भी विकास होगा.
ॐ गूं नम:
यह मंत्र जॉब-नौकरी में उन्नतिदायक है. रोजगार-धंधे को तेजी से बढ़ाने और यह आर्थिक समृध्दि देने वाला है.
ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ग्लौं गं गण्पत्ये वर वरदे नमः ॐ तत्पुरुषाय विद्महे वक्रतुण्डाय धीमहि तन्नो दन्तिः प्रचोदयात.
जिनके पास बहुत काम करने पर भी पैसा नहीं आ पाता. नौकरी बार-बार छूटती हो और बिजनेस जम नहीं पा रहा उन्हें इस मंत्र का जाप जरूर करना चाहिए.
ॐ गीः गूं गणपतये नमः स्वाहा
विघ्न और संकट से मुक्ति देता है ये मंत्र
ॐ श्री गं सौभाग्य गणपत्ये वर वरद सर्वजनं में वशमानय स्वाहा
जिनकी शादी नहीं हो रही हो. विवाह में बार-बार बाधा आ रही है उन्हें इस मंत्र का जरूर जाप करना चाहिए. त्रैलोक्य मोहन गणेश मंत्र का जप करने से शीघ्र विवाह व अनुकूल जीवनसाथी की प्राप्ति होती है.
इस मंत्र के अतिरिक्त गणपति अथर्वशीर्ष, संकटनाशक, गणेश स्त्रोत, गणेशकवच, संतान गणपति स्त्रोत, ऋणहर्ता गणपति स्त्रोत मयूरेश स्त्रोत, गणेश चालीसा का पाठ का पाठ आपको जीवन में विशेष उन्नति देगा. बीमारियों, बेवजह के संकटों से मुक्ति देगा और मानसिक उच्चाटन को कम करेगा.
ॐ वर वरदाय विजय गणपतये नमः
जिनकेे कोर्ट कचहरी के मामले सुलझ नहीं रहे हों. फैसला नहीं आ रहा हो या केस को अपने पक्ष में करना चाहते हैं तो यह मंत्र किसी ब्रह्मास्त्र से कम नहीं है.
ॐ गं गणपतये सर्वविघ्न हराय सर्वाय सर्वगुरवे लम्बोदराय ह्रीं गं नमः
जो लोग किसी तरह के विवाद या झगड़ों के चक्कर में उलझे हैं और सुलह चाहते हैं उनके लिए यह मंत्र बहुत काम का है. यही नहीं यह मंत्र शत्रुओं से मुक्ति देगा और उनका नाश करेगा. मुकदमें विजय प्राप्ति के लिए यह बहुत ही काम का मंत्र है.
ॐ नमः सिद्धिविनायकाय सर्वकार्यकर्त्रे सर्वविघ्न प्रशमनाय सर्व राज्य वश्य कारनाय सर्वजन सर्व स्त्री पुरुषाकर्षणाय श्री ॐ स्वाहा
आप किसी काम के लिए यात्रा पर जा रहे हैं और कार्य में सिद्धि चाहते हैं तो यह मंत्र आपके बहुत काम का है. आपकी यात्रा ना केवल सफल होगी बल्कि काम भी बनेगा.
ॐ हुं गं ग्लौं हरिद्रा गणपत्ये वरद वरद सर्वजन हृदये स्तम्भय स्वाहा
यह हरिद्रा गणेश साधना का चमत्कारी मंत्र हैं.
ॐ ग्लौं गं गणपतये नमः
घर-परिवार के सदस्यों का आपस में बन नहीं पाना. हर बात पर मनभेद होता हो तो यह मंत्र बहुत काम का है. इससे गृह कलेश का निवारण होग और घर में सुखशान्ति आएगी.
ॐ गं लक्ष्म्यौ आगच्छ आगच्छ फट्
पैसे की तंगी, दरिद्रता और छोटे से छोटे काम के लिए पैसों का मुंह देखने वालों के लिए यह मंत्र विशेष कारक मंत्र है. जाप करिए और इसके फल देखिए.
ॐ गणेश महालक्ष्म्यै नमः
व्यापार से सम्बन्धित बाधाएं एवं परेशानियां निवारण एवं व्यापर में निरंतर उन्नति हेतु।
ॐ गं रोग मुक्तये फट्
कैंसर के पेशेंट हो या किडनी से संबंधित बीमारी या फिर कोई असाध्य रोग यदि ट्रीटमेंट के बाद भी फायदा नहीं हो रहा है तो यह मंत्र रोगी को जरूर करना चाहिए. आप चाहें तो उसके नाम से जाप भी करवा सकते हैं. पूर्ण विश्वास सें मंत्र का जाप करने से धीरे-धीरे रोगी को रोग से छुटकारा मिलता है.
ॐ अन्तरिक्षाय स्वाहा
मनोकामना पूर्ति में बहुत ही लाभदायक है.
गं गणपत्ये पुत्र वरदाय नमः
जिन्हें संतति नहीं हो रही हो या गर्भधारण में किसी तरह की समस्या आ रही हो उन्हें गणेश जी के इस मंत्र का जाप जरूर करना चाहिए. इस मंत्र के जाप से उत्तम संतान कि प्राप्ति होती है.
ॐ वर वरदाय विजय गणपतये नमः
जिनकेे कोर्ट कचहरी के मामले सुलझ नहीं रहे हों. फैसला नहीं आ रहा हो या केस को अपने पक्ष में करना चाहते हैं तो यह मंत्र किसी ब्रह्मास्त्र से कम नहीं है.
ॐ श्री गणेश ऋण छिन्धि वरेण्य हुं नमः फट
यह ऋण हर्ता मंत्र है. जो लोग बड़े कर्जे में फंस गए हैं और उसे चुकाने के कोई रास्ते नहीं सूझ रहे हैं तो उन्हें इस मंत्र का नियमित जाप करना चाहिए.
यह मंत्र गणेश जी को विशेष रूप से पसंद है. वे इससे प्रसन्न होते है और साधक का ऋण चुकता होता है. शास्त्रों के मुताबिक जिसके घर में एक बार भी इस मंत्र का उच्चारण हो जाता है उसके घर में कभी कर्जा नहीं होता और कभी दरिद्रता नहीं आ सकती.

गणेश जी के मंत्रों की जप विधि
गणेश जी के इन सभी मंत्रों के जाप करने का तरीका अलग-अलग है. फिर भी एक गणपति के इन मंत्रों के जाप की सामान्य विधि अपना सकते हैं.
जाप के लिए सुबह नहा-धोकर और शुद्ध होकर कुश या ऊन के आसन पर पूर्व दिशा में मुख कर बैठें. अच्छा होगा कि सामने गणेश जी की मूर्ति का चित्र या यंत्र हो.
इसके बाद षोडशोपचार या पंचोपचार से भगवान गणेश जी का पूजन कर प्रथम दिन संकल्प करें. फिर ध्यान करें. गणपति को भोग में बूंदी, बेसन या मोदक का भोग लगा सकते हैं अन्यथा गुड भी चलेगा.
इसके बाद साधक गणेशजी के चित्र या मूर्ति के सामने शुद्ध घी का दीपक जलाएं. उसके बाद रोजाना आवश्यकतानुसार मंत्र का 108 माला का जाप करें.
ध्यान रखें यदि एक दिन में 108 माला संभव न हो तो 54, 27, 18 या 9 मालाओं का भी जाप किया जा सकता है. यदि आप इन मंत्रों का जाप करने में असमर्थ हों तो किसी ब्राह्मण को उचित दक्षिणा देकर जाप करवाया जा सकता है.
यह सभी मंत्र व्यक्ति की कठनाइयों और परेशानियों के अनुसार बताए गए हैं.
(पंडित विजय कुमार काशिव मध्य प्रदेश के हरदा जिले में रहते हैं. किसी भी तरह की जानकारी, सलाह के लिए 9826995630 पर संपर्क किया जा सकता है.)
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