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आत्मविश्वास वह शक्ति है, जिससे व्यक्ति मुश्किल से मुश्किल काम को भी एकदम आसानी से कर लेता है. हर  चुनौती का सामना करने के लिए आपको आत्मविश्वास की ही आवश्यकता होती है. बच्चों में भी आज-कल आत्मविश्वास की बेहद कमी देखने को मिल रही है. यदि बच्चों में आत्मविश्वास नहीं होगा तो वो अपने जीवन में सफलता नहीं पा सकते. 

 बचपन से ही डेवलफ करें लीडरशिप 

घर हो या स्कूल सभी जगह बच्चों में आत्मविश्वास जगाने के लिए एक्टिविटीज़ का आयोजन ज़रूरी है. स्कूल में निबंध (essay), डिबेट कम्पटीशन, भाषण कांटेस्ट (speech) के साथ ही मैदानी और इनडोर गेम्स का आयोजन किया जाना चाहिए. घर और स्कूल में कल्चर से जुड़े कार्यक्रम भी इसमें मददगार होते हैं.

कमजोरी को बना लें अपनी ताक़त 

अभिभावक व बच्चे इस बात का ध्यान रखें कि जो बिंदु उनको कमजोर बनाते हैं उनसे दूर न भागकर उनका सामना करें. अपनी कमजोरी को ही अपनी ताकत बना लेंगे तो फिर कभी आपको असफलता का सामना ही नहीं करना पड़ेगा. उस काम को बार-बार करें जिससे आप घबराते हैं, इससे किसी भी बात को लेकर घबराना खत्म हो जाएगा.

अलग-अलग हिस्सों में करें तैयारी 

लक्ष्य पूर्ति के लिए क्रमबद्ध तैयारी करें. यदि आपका लक्ष्य कोई एग्जाम क्लीयर करना है तो उसकी तैयारी अलग-अलग हिस्सों में करें. जब आप तैयारी के लिए हिस्सों में जुट जाएंगे तो कम समय में भी अधिक मेहनत कर सफलता प्राप्त कर सकेंगे. साथ ही आपको सेल्फ-एनालिसिस का मौका मिलेगा, जिससे सेल्फ कॉन्फिडेंस भी बढ़ेगा.

सीखें आई कॉन्टेक्ट बनाए रखना 

आपने अक्सर देखा होगा की लोग झूठ बोलते समय आंख से आंख मिलाकर बात नहीं करते हैं, इसका मुख्य कारण यह होता है कि झूठ बोलने वाले के अंदर आत्मविश्वास नहीं होता है. इसलिए आप हमेशा ही बात करते समय बगैर घबराए आंखों से आंखों को मिलाकर बात करें. बेहतर आई कॉन्टेक्ट आपके आत्मविश्वास को बढ़ता है.

खुलकर करें बात 

आत्मविश्वास बढ़ाने का एक बेहतर तरीका लोगों से बातचीत करना और खुलकर आपने विचार व्यक्त करना भी है. यदि आप लोगों के सामने अपने विचार व्यक्त नहीं कर पाते या चाह कर भी खुद को अभिव्यक्त नहीं कर पाते हैं, तो यह आपके अंदर आत्मविश्वास की कमी को दर्शाता है.

जिम्मेदारियों से न भागें 

जब हम कोई काम को अपने हाथ में लेते हैं तो उसको पूरा करने की जिम्मेदारी भी हमारी ही होती है. यदि आप बड़ी जिम्मेदारियां नहीं संभाल पाते हैं तो घर और स्कूल में होने वाले सभी छोटे-बड़े कार्यक्रमों का हिस्सा बनें और उनकी जिम्मेदारी लेना भी सीखें. यह बदलाव आपके अंदर आत्मविश्वास जगाएगा.   

गलतियों से सीखें 

काम करेंगे तो गलतियां भी होंगी, इसीलिए गलतियों से डरने की ज़रूरत नहीं है. ज़रूरत है सिर्फ अपनी गलतियों से सीखने की. काम करेंगे तो गलतियां होंगी और आप उनसे सीखेंगे और आत्मविश्वास भी बढ़ेगा. दुनिया के सभी सफल लोगों ने कभी न कभी कोई न कोई गलती की ही है. इसलिए घबराए बिना खुद पर पूर्ण विश्वास रखें.

असफलता में छिपा है सफलता का राज 

यह ज़रूरी नहीं होता की हमारे हर काम का रिजल्ट हमेशा सही ही निकले. हमको पास के साथ ही फेल होने के लिए भी तैयार रहना चाहिए. बार-बार प्रयास करने से कभी न कभी सफलता मिलेगी ही. बस आत्मविश्वास के साथ सफलता के लिए डटे रहें. 

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