भारत में अधिकतर स्टूडेंट को ग्रेजुएशन होते ही नौकरी (Job after graduation) की तलाश करना पड़ती है क्योंकि उनकी आर्थिक स्थिति उन्हें कमाने पर मजबूर कर देती है. फिर भी काफी सारे युवाओं को ग्रेजुएशन के बाद नौकरी मिलने में दिक्कत का सामना करना पड़ता है.
ग्रेजुएशन के बाद यदि आप नौकरी चाहते हैं (Tips for Job) तो आपको 12वी के बाद से ही कुछ खास चीजों का ध्यान रखना होता है. अगर आप 12वी के बाद लापरवाही करते हैं तो आपको आगे चलकर नौकरी पाने में बहुत सारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
1) कोर्स का चयन
12वी के बाद आपका सबसे पहला काम होता है कोर्स का चयन करना. अगर आपने ये सही तरीके से कर लिया तो आपको कोई दिक्कत नहीं होती है. अगर कोर्स आपके मुताबिक न हो तो फिर नौकरी मिलने में भी दिक्कत होती है.
12वी के बाद कई लोग कोर्स का चयन या तो अपने मार्क्स के हिसाब से करते हैं या फिर अपनी रुचि के अनुसार करते हैं. लेकिन आपको कोर्स का चयन करते हुए दो चीजों का ध्यान रखना चाहिए.
पहला अपने घर की आर्थिक स्थिति का और दूसरा अपनी रुचि का. आप अपने घर की आर्थिक स्थिति को देखते हुए अपनी रुचि के अनुसार चयन करें. क्योंकि पढ़ाई में वित्तीय रूप से मजबूत होना जरूरी है.
2) रोजगार के प्रति जागरूक रहें
आप जो कोर्स कर रहे हैं उसमें किस प्रकार के रोजगार की संभावना है हमेशा इस पर नजर बनाए रखें. आप अखबार, वेबसाइट के जरिए ये आसानी से पता लगा सकते हैं कि आपके कोर्स के अनुसार क्या जॉब मार्केट में है.
इसके साथ ही उस जॉब के लिए आपको और किन-किन योग्यताओं की जरूरत है. ये सारी चीजें आपको जॉब नोटिफिकेशन से पता लग जाती है. इनके अनुसार आप खुद को तैयार करते रहें.
3) एडिशनल कोर्स करें
आज के समय में सिर्फ ग्रेजुएशन करने से आपको नौकरी नहीं मिल जाती है. इसके साथ ही आपको कुछ अतिरिक्त कोर्स करने की भी जरूरत पड़ती है. किसी भी सेक्टर में यदि आप देखेंगे तो आपको हमेशा कुछ अतिरिक्त चीजों को सीखने की जरूरत पड़ती है.
जैसे यदि आप बी कॉम कर रहे हैं तो आपको टेली सॉफ्टवेयर की अच्छी समझ होनी चाहिए. अगर आप किसी बड़ी मल्टीनेशनल कंपनी में काम करना चाहते हैं तो आपको इंग्लिश में बात करना आना चाहिए.
इसी तरह आप जिस भी फील्ड में जाना चाहते हैं उसके हिसाब से अतिरिक्त कोर्स के बारे में जानकारी निकालें और ग्रेजुएशन के दौरान उन्हें पूरा कर लें. ग्रेजुएशन के बाद जब आप नौकरी के लिए जाएंगे तो आपको ज्यादा तवज्जो दी जाएगी.
4) मल्टी टास्किंग
काफी सारे लोग Multi Tasking को सही मानते हैं काफी लोग इसे गलत मानते हैं. लेकिन असलियत ये है कि करियर के शुरुआती दौर में आपको Multi Tasking आपके लिए जरूरी है. आपको करियर में अच्छा मुकाम पाने के लिए सभी काम सीखना और उन्हें करना जरूरी होता है.
आगे चलकर जब आप सीनियर बनते हैं तो आपको ये पता होता है कि कौन सा काम कैसे हो रहा है. इसलिए शुरुआत में Multi Tasker बनना जरूरी है बाद में आप सिर्फ एक ही काम में अपनी स्किल को डेवलप करें.
5) सरकारी या प्राइवेट नौकरी
सरकारी नौकरी एक सुरक्षित ऑप्शन है लेकिन प्राइवेट जॉब में भी कोई बुराई नहीं है. असल में ये आपकी परिस्थिति पर निर्भर करता है कि आप सरकारी नौकरी करेंगे या नहीं.
जब आप ग्रेजुएशन कर रहे होते हैं तो कुछ कोर्स को छोड़कर बाकी सभी कोर्स में आपके पास पढ़ने के लिए काफी ज्यादा समय होता है. इस समय को या तो आप घूम-फिरकर बर्बाद कर सकते हैं या फिर इसमें सरकारी नौकरी की तैयारी कर सकते हैं.
आपके घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है तो आप ग्रेजुएशन के साथ ही सरकारी नौकरी की तैयारी करें. ग्रेजुएशन के खत्म होने के साथ Government Job Exam दें. आपका चयन यदि नहीं होता है या फिर एक दो साल में आपको चयन होने की उम्मीद है तो तैयारी को जारी रखें. अन्यथा प्राइवेट जॉब में अपना भविष्य बनाएं.
ग्रेजुएशन के बाद यदि आपको नौकरी चाहिए तो आप ग्रेजुएशन करने के साथ-साथ इन सभी बातों का ध्यान रखें. अब पहले से काफी ज्यादा जमाना बदल चुका है. आप यदि काबिल हैं तो आपको आसानी से नौकरी मिल जाती है. इसलिए ग्रेजुएशन के दौरान खुद को काबिल बनाने पर फोकस करें.
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