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रेल विकास निगम बनी नवरत्न कंपनी, जानिए कैसे मिलता है मिनीरत्न, नवरत्न और महारत्न का दर्जा?

miniratna navratna maharatna kya hai

भारत में कई सारी कंपनियां ऐसी हैं जिन पर सरकारी स्वामित्व है. इनके प्रदर्शन के आधार पर इन्हें मिनीरत्न, नवरत्न और महारत्न का दर्जा दिया जाता है. हाल ही में ये दर्जा रेल विकास निगम लिमिटेड को दिया गया है, जो 100 प्रतिशत सरकारी स्वामित्व वाली कंपनी है.

रेल विकास निगम से पहले भी काफी सारी सरकारी कंपनियां मिनीरत्न, नवरत्न और महा रत्न का दर्जा पा चुकी है. ये दर्जा इन कंपनियों के बिजनेस में प्रदर्शन के आधार पर दिया जाता है. हालांकि सरकार के द्वारा इसके लिए कुछ मापदंड तैयार किये गए हैं.

रेल विकास निगम लिमिटेड क्या है? (What does Rail Vikas Nigam Limited?)

सरकार की नवरत्न कंपनियों के बारे में जानने से पहले हम ये जानते हैं कि रेल विकास निगम लिमिटेड क्या है? (What is Rail Vikas Nigam Limited?)

रेल विकास निगम लिमिटेड सरकारी स्वामित्व वाली कंपनी है जिस पर 100 प्रतिशत स्वामित्व सरकार का है. सरकार जरूरत पड़ने पर इसकी इक्विटी PSU, बैंक और वित्तीय संस्थानों को दे सकती है.

रेल विकास निगम एक रेलवे प्रशासन है जो रेलवे की योजनाओं के लिए वित्तीय ससधानों की व्यवस्था करता है. इसका कार्य रेलवे परियोजनाओं के लिए वित्तीय संस्थानों, बैंक, घरेलू बाजार तथा वित्त पोषित संस्थाओं से संपर्क करके वित्तीय संसाधनों की व्यवस्था करना है.

पिछले कुछ समय से RVNL के स्टॉक शेयर मार्केट में काफी प्रॉफ़िट दे रहे हैं. जिस वजह से इसे नवरत्न कंपनी में शामिल किया गया है.

मिनीरत्न, नवरत्न और महारत्न का दर्जा कैसे मिलता है? (How company got miniratna, navratna and maharatna tag?)

सरकार की स्वामित्व वाली उन कंपनियों को मिनीरत्न, नवरत्न और महारत्न का दर्जा मिलता है जो शेयर मार्केट में लिस्ट होती हैं. इन्हें इनके प्रदर्शन के आधार पर ही मिनीरत्न, नवरत्न और महारत्न का दर्जा प्राप्त होता है.

कोई भी कंपनी सीधे तौर पर न तो नवरत्न बन सकती है और न ही महारत्न बन सकती है. इसका एक प्रोसेस है, जिसे फॉलो करके ही महारत्न और नवरत्न बना जा सकता है.

किसी भी सरकारी कंपनी को शेयर मार्केट में लिस्ट होना होगा, इसके बाद यदि वो कंपनी फायदे में होगी तो सबसे पहले उसे मिनीरत्न का दर्जा मिलेगा, फिर और फायदा होगा तो नवरत्न का दर्जा और फिर और ज्यादा फायदा होने पर महारत्न का दर्जा मिलेगा.

इसका मतलब है कि किसी कंपनी को नवरत्न बनने के लिए मिनी रत्न होना जरूरी है और महा रत्न बनने के लिए नव रत्न होना जरूरी है.

मिनीरत्न के लिए योग्यता (Eligibility for Mini Ratna Company)

किसी भी सरकारी कंपनी को सबसे पहले मिनीरत्न घोषित किया जाता है. मिनीरत्न का दर्जा पाने के लिए कंपनी को कुछ खास मापदंड पूरे करने होते हैं.

– कंपनी ने पिछले तीन सालों में मुनाफा कमाया हो.
– कंपनी की असेट धनात्मक हो.

मतलब कोई भी सरकारी कंपनी यदि पिछले तीन सालों से मुनाफे में चल रही है और अपनी असेट्स को बढ़ा रही है तो उसे मिनीरत्न का दर्जा दिया जाता है. मिनी रत्न में दो कैटेगरी हैं जिनमें कुल 70 से ज्यादा कंपनियां हैं.

मिनीरत्न श्रेणी – I सीपीएसई की सूची (Mini Ratna Companies List)

भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण
एंट्रिक्स कॉर्पोरेशन लिमिटेड
बामर लॉरी एंड कंपनी लिमिटेड
भारत कोकिंग कोल लिमिटेड
भारत डायनेमिक्स लिमिटेड
बीईएमएल लिमिटेड
Bharat Sanchar Nigam Limited (BSNL)
ब्रिज एंड रूफ कंपनी (इंडिया) लिमिटेड
केंद्रीय भंडारण निगम
सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड
सेंट्रल माइन प्लानिंग एंड डिजाइन इंस्टिट्यूट लिमिटेड
चेन्नई पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड
कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड
एडसिल (इंडिया) लिमिटेड
Kamarajar Port Limited
गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड
गोवा शिपयार्ड लिमिटेड
हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड
एचएलएल लाइफकेयर लिमिटेड
हिंदुस्तान न्यूजप्रिंट लिमिटेड
हिंदुस्तान पेपर कॉर्पोरेशन लिमिटेड
आवास एवं शहरी विकास निगम लिमिटेड
एचएससीसी (इंडिया) लिमिटेड
भारत पर्यटन विकास निगम लिमिटेड
इंडियन रेयर अर्थ लिमिटेड
इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन लिमिटेड
भारतीय रेलवे वित्त निगम लिमिटेड
भारतीय अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी लिमिटेड
भारत व्यापार संवर्धन संगठन
इरकॉन इंटरनेशनल लिमिटेड
केआईओसीएल लिमिटेड
मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड
महानदी कोलफील्ड्स लिमिटेड
मॉयल लिमिटेड
मैंगलोर रिफाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल लिमिटेड
खनिज अन्वेषण निगम लिमिटेड
Mishra Dhatu Nigam Limited
एमएमटीसी लिमिटेड
एमएसटीसी लिमिटेड
नेशनल फर्टिलाइजर्स लिमिटेड
राष्ट्रीय परियोजना निर्माण निगम लिमिटेड
राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम लिमिटेड
राष्ट्रीय बीज निगम
एनएचपीसी लिमिटेड
नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड
​​नॉर्थ ईस्टर्न इलेक्ट्रिक पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड
नुमालीगढ़ रिफाइनरी लिमिटेड
ONGC Videsh Limited
पवन हंस हेलीकॉप्टर लिमिटेड
प्रोजेक्ट्स एंड डेवलपमेंट इंडिया लिमिटेड
रेलटेल कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड
रेल विकास निगम लिमिटेड
राष्ट्रीय रसायन और उर्वरक लिमिटेड
राइट्स लिमिटेड
एसजेवीएन लिमिटेड
सिक्योरिटी प्रिंटिंग एंड मिंटिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड
साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड
दूरसंचार कंसल्टेंट्स इंडिया लिमिटेड
टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड
वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड
वैपकोस लिमिटेड

मिनीरत्न श्रेणी- II सीपीएसई की सूची

भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम
भारत पंप्स एंड कंप्रेसर्स लिमिटेड
ब्रॉडकास्ट इंजीनियरिंग कंसल्टेंट्स इंडिया लिमिटेड
सेंट्रल रेलसाइड वेयरहाउस कंपनी लिमिटेड
इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट्स (इंडिया) लिमिटेड
एफसीआई अरावली जिप्सम एंड मिनरल्स इंडिया लिमिटेड
फेरो स्क्रैप निगम लिमिटेड
एचएमटी (इंटरनेशनल) लिमिटेड
इंडियन मेडिसिन्स एंड फार्मास्युटिकल्स कॉर्पोरेशन लिमिटेड
मेकॉन लिमिटेड
राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम लिमिटेड
राजस्थान इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंस्ट्रूमेंट्स लिमिटेड

नवरत्न के लिए योग्यता (Eligibility for Navratna Company)

किसी सरकारी कंपनी को नवरत्न का दर्जा प्राप्त करने के लिए इन मापदंडों को पूरा करना होता है.
– कंपनी पहले से मिनी रत्न 1 कैटेगरी में हो.
– पिछले 3 से 5 साल में उसने Excellent या Very Good रेटिंग प्राप्त की हो.
– कंपनी शेयर मार्केट में लिस्ट हो.
– इन 6 मापदंडों में कम से कम 60 या उससे अधिक स्कोर किया हो.
1) प्रति शेयर कमाई
2) कम्पनी की शुद्ध पूँजी और शुद्ध लाभ
3) उत्पादन की कुल लागत के सापेक्ष मैनपॉवर (manpower) पर आने वाली कुल लागत
4) ब्याज भुगतान से पहले लाभ और कुल बिक्री पर लगा कर
5) मूल्यह्रास के पहले कम्पनी का लाभ, वर्किंग कैपिटल पर लगा टैक्स और ब्याज
6) जिस क्षेत्र की कंपनी है उसमे कम्पनी का प्रदर्शन

नवरत्न कंपनियों की लिस्ट (Navratna companies list)

भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड
कंटेनर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड
इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड
हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड
Mahanagar Telephone Nigam Limited (MTNL)
नेशनल एल्युमिनियम कंपनी लिमिटेड
एनबीसीसी (इंडिया) लिमिटेड
एनएमडीसी लिमिटेड
एनएलसी इंडिया लिमिटेड
ऑयल इंडिया लिमिटेड
पावर फाइनेंस कॉर्पोरेशन लिमिटेड
Rashtriya Ispat Nigam Limited
ग्रामीण विद्युतीकरण निगम लिमिटेड
शिपिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड

महारत्न कंपनी की योग्यता (Maharatna Company Eligibility)

बहुत कम सरकारी कंपनियों को ही महारत्न का दर्जा मिलता है. इसके जो मापदंड हैं वो काफी बड़े हैं इसलिए इन्हें पूरा करने में काफी समय लगता है.

– कंपनी को नवरत्न कंपनी होना चाहिए.
– कम्पनी को भारतीय शेयर बाजार में पंजीकृत होना चाहिए और सेबी द्वारा तय की गयी सीमा के हिसाब से कुछ शेयर आम लोगों के पास होने चाहिए.
– पिछले 3 वर्षों के दौरान कंपनी का औसत वार्षिक कारोबार (Average annual turnover) 25,000 करोड़ रुपये से अधिक का होना चाहिए.
– पिछले 3 वर्षों के दौरान कंपनी की कुल औसत वार्षिक शुद्ध मूल्य 15,000 करोड़ रुपये से अधिक होनी चाहिए.
– पिछले 3 वर्षों के दौरान ‘कर चुकाने’ के बाद कंपनी का कुल लाभ 5,000 करोड़ रुपये से अधिक होना चाहिए.
– कंपनी का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विख्यात होना चाहिए.

महारत्न कंपनियों की लिस्ट (Maharatna Companies List)

भारत में अभी तक 12 कंपनियों को ही महारत्न का दर्जा दिया गया है. इसमें शामिल कंपनियों के नाम हैं :-
ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉर्पोरेशन लिमिटेड
इंडियन आयल कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया
भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड
कोल इंडिया लिमिटेड
गेल इंडिया लिमिटेड
भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड
राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम लिमिटेड
स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड
हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड
पाँवर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड
पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन
आरईसी

किसी भी कंपनी को नवरत्न का दर्जा मिलेगा या महारत्न का ये उसके मुनाफे और उसके बिजनेस करने के तरीके पर निर्भर करता है. लेकिन ये दर्जा केवल सरकारी स्वामित्व वाली कंपनियों को ही प्राप्त होता है.

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By रवि नामदेव

युवा पत्रकार और लेखक

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