घर के लिए होम लोन लेना काफी आसान है लेकिन इसे लंबे समय तक चुकाना बहुत ही मुश्किल लगता है. होम लोन चुकाने के दौरान कई बार आपको लगता है कि आपका बैंक आपसे ज़्यादा ब्याज दर ले रहा है वहीं एक दूसरा बैंक उससे काफी कम दर पर होम लोन दे रहा है.(Can home loan be transferred to another bank?) ऐसी स्थिति में आप अपना होम लोन ट्रांसफर कर सकते हैं लेकिन होम लोन ट्रांसफर करने से पहले आपको कुछ ख़ास बातों का ध्यान रखना चाहिए (What is balance transfer in home loan?) जिससे आपको होम लोन ट्रांसफर करने के बाद कोई दिक्कत न हो.
दोबारा दस्तावेजों की जांच (Home loan transfer documentation)
आपने पहले लोन लिया था उसमें जिस तरह का डाॅक्यूमेंटेशन हुआ था उसी तरह का डाॅक्यूमेंटेशन वापस से किया जाएगा. यहां भले ही आप होम लोन को ट्रांसफर कर रहे हैं लेकिन दूसरी बैंक के लिए आप एक नए कस्टमर हैं जो उनसे लोन ले रहा है. इसलिए वापस से पूरे डाॅक्यूमेंट लिए जाते हैं और उन्हें वेरिफाइड किया जाता है. यहां आपको वापस से वही सब डाॅक्यूमेंट देना होंगे जो आपने होम लोन की शुरूआत में दिए थे.
फिर से प्रोसेसिंग फीस (Home loan transfer processing fees)
दूसरी बैंक में भले ही आप होम लोन को ट्रांसफर करवा रहे हैं लेकिन बैंक के लिए आप एक नए कस्टमर हैं और उनसे लोन ले रहे हैं इसलिए बैंक आपसे फिर से प्रोसेसिंग फीस लेता है. ये प्रोसेसिंग फीस 1 से 3 प्रतिशत तक होती है.
निश्चित समय बाद ही कर सकते हैं ट्रांसफर (Locking time for home loan transfer)
होम लोन ट्रांसफर करने के लिए आपको एक निश्चित समय अवधि तक इंतज़ार करना होगा. इस अवधि को बैंकों द्वारा तय किया जाता है. ये हर बैंक के लिए अलग-अलग हो सकती है. इस समय अवधि तक आपको पहले वाले बैंक में ही अपना होम लोन चुकाना पड़ेगा इसके बाद आप दूसरी बैंक में अपना लोन ट्रांसफर कर पाएंगे.
होम लोन ट्रांसफर करने का फैसला सभी चीज़ों को देखकर लें (Why home loan transfer)
सिर्फ ब्याज दर के कारण होम लोन को ट्रांसफर करना सही नहीं है. आप बैंक की सर्विस और अन्य चीज़ों को देखकर फैसला लें. अगर आपको बैंक में सर्विस अच्छी मिल रही है तो आप यहीं पर जल्दी होम लोन को चुकाने की कोशिश करें. इससे आपको एक्सट्रा पैसे खर्च करने की जरूरत नहीं पड़ेगी.
क्लीयरेंस सर्टिफिकेट जरूर लें (Home loan clearance certificate)
होम लोन ट्रांसफर करवाते समय जब पहली बैंक से आपका पूरा काम हो जाता है यानि उनका पेमेंट पूरा हो जाता है तो वे एक क्लीयरेंस सर्टिफिकेट देते हैं जिससे नए बैंक को लोन देने की अनुमति मिलती है. इसमें यह सुनिश्चित होता है कि आपने अभी तक का पूरा पेमेंट कर दिया है.