कोरोना काल ने पूरी दुनिया को जैसे नींद से जगा दिया है. मनुष्य की नश्वरता सामने है. चांद पर पहुंच रहा इंसान और पैसे की चमक में खोए हुए मनुष्य को मृत्यु याद आ गई है. याद कीजिए साल 2019 से पहले का समय जब व्यक्ति ना केवल सामाजिक था बल्कि उतना ही हंसमुख और उन्मुक्त था.
हालांकि जीवन के उल्लास, उमंग से भरी पूरी मनुष्य सभ्यता को मृत्यु का ऐसा आभास ना था कि वह जीना ही भूल जाए. 2020 की शुरुआत और एक महामारी ने मनुष्य समाज और जीवन को बुरी तरह से प्रभावित किया है.
आज भी पूरी दुनिया कोरोना की दूसरी तो तीसरी लहर से जूझ रही है जबकि कई देश कोविड की पहली लहर के प्रभाव से बाहर नहीं आ पाए हैं, ऐसे इस संकट के समय में पूरी दुनिया जहां तनाव से गुजर रही है, वहीं वह हंसना, हंसाना और खुश होना भी भूल गई है.
क्योंकि हंसना-हंसाना ही जिंदगी है.!
बहरहाल, इस महामारी के काल में जहां व्यक्ति का मिलना-जुलना कम हुआ है और वह घरों में रहने को मजबूर है ऐसे में बढ़ते हुए तनाव और निराशा को दूर करने के लिए हर व्यक्ति कहीं योग का सहारा ले रहा है, तो कहीं ध्यान, एक्सरसाइज बढ़ गई है. फिटनेस, और सेहत के प्रति हमें सावधान रहना भी चाहिए, लेकिन कई सारी एक्टिविटी के दौर में हमारे लिए जरूरी है कि हम मनुष्य के रूप में अपनी मुस्कान ना छोड़ें और हंसना तो बिल्कुल ना भूलें क्योंकि हंसना ही जिंदगी है.
दरअसल, हंसना एकमात्र औषधि है जिसमें ना आपका पैसा लगता है, ना समय लगता है और ना जगह की निश्चितता को आपको चयन करना है, हालांकि कहीं भी कैसे भी हंसना आपको हंसी का पात्र बना सकता है, लेकिन हंसने के जो फायदे हैं वह प्रत्यक्ष दिखते नहीं हैं लेकिन उसका असर इतना प्रभावी है कि हंसने पर अब तक की गई दुनियाभर की रिसर्च और तमाम तरह के वैज्ञानिक अध्ययन यह साबित करते हैं कि महज हंसकर आप, ब्लड प्रेशर, तनाव, कॉलोस्ट्रॉल, शुगर जैसी अति गंभीर बीमारियों से ना केवल निजात पा सकते हैंं बल्कि जीवन को खुशहाल बना सकते हैं. ऊपर से जो हैप्पी हार्मोंस जनरेट होंगे उसके फायदे तो गिनते नहीं बनेंगे.
हंसने से क्या फायदे होते हैं, यहां जानें
जीवन में सुख-दुख, अनुकूल-प्रतिकूल, अच्छी-बुरी परिस्थितियों का आना जाना लगा रहता है. इस समय तो पूरी दुनिया की किस्मत खराब है, लिहाजा आप तकदीर का रोना भी लेकर नहीं बैठ सकते कि हमारे साथ बुरा हो रहा है इसलिए हम मुस्कुरा कैसे सकते हैं?
जाहिर है मृत्यु तांडव दिखा रही है और जीवन की नश्वरता आंखों के सामने नंगा नाच कर रही है, इसलिए हाथ में ना भी कुछ हो तो आपके चेहरे पर मुस्कान तो फैल ही सकती है.
यदि आपके जीवन में कुछ बरा भी हो रहा तो भूल जाइए सब क्योंकि ना जीवन इच्छानुसार रहा है, ना रहेगा और ना ही आपको इस जीवन में सबकुछ मिलने वाला है. किसी के पास पैसा नहीं है, जिसके पास है उसके पास उसे भोगने का समय नहीं है, किसी के पास पैसा भी है, उसे भोगने की इच्छा भी है, लेकिन शरीर इतनी बीमारियों से भरा है कि कब निपट लें पता नहीं. सो इस नश्वर संसार में जितना जो कुछ है आधा अधूूूरा है, ऐसे में बुद्धिमान मनुष्य वहीं है जो अपने आधे में और पड़ोसी के अधूरे के बीच हंसते-मुस्कुुुुुराते हुए जिंदगी गुजार दे.
ध्यान रखें तनाव ना किसी समस्या का इलाज है, ना समस्या से निपटने का तरीका, औजार केवल एक है शांत मन और एक मुस्कुराहट जो समस्या को आधा कम कर सकती है.
निराशा को आशा में कैसे बदलें
आज जीवन में तनाव इतना बढ़ गया है और इस तनाव के साथ निराशा इतनी बढ़ गई व्यक्ति के जीवन में जरा कुछ हुआ नहीं कि आंसु छलक उठते हैं और फेसबुक की दीवार छनछना के तीन-चार तस्वीरों के साथ गम-उदासी के नगमों से तर हो जाती है. और ये ही क्योंकि अब तो फेसबुक, सोशल मीडिया खुुद ही तनाव का अड्डा बन बैठे हैं तो जीवन में बचा क्या?
आइए आपको निराशा दूर करने के कुछ कारगर उपाय बताते हैं जो आपकी जिंदगी बदल सकते हैं-
- अपने जीवन में सबसे पहले उन लोगों को दूर कीजिए जो सिर से पैर तक निराशा में डूबे हैं और आपसे वैसे ही बातें करते हैं. ऐसे लोगों को सचमुच छांट लीजिए, गौर करें कि ये आपसे कैसी बाते करते हैं-समस्या, दुखड़ा सुनाते हैं, रोना रोते रहते हैं तो इन्हें विदा कीजिए.
- फेसबुक, वॉट्सएप्प, इंस्टाग्राम, यू्टयूब में ऐसी चीजों को बिल्कुल देखना बंद करें जो निराशा से भरे हों. ध्यान रखें एक ही समय में दुनिया में अच्छी और बुरी चीजें प्रतिपल हो रही हैं. आप क्यों उन चीजों का लोड ले रहे हैं जो आपकी जिंदगी की नहीं है. प्रकृति में सबकुछ सम नहीं है. जिस पृथ्वी पर आप हैं उस पर भी सालभर में पचासों उल्कापिंड टकराने के मूड में गुजर जाते हैं, लेकिन आपको उसका तो लोड नहीं है, सही मायने में तो निराशा उसकी ही आनी चाहिए कि इतने बड़े ब्रह्मांड में कोई दिल्ली-बंबई जितनी चट्टान आकर पृथ्वी से टकरा गई तो सारा हिसाब एक ही मिनट में क्लियर हो जाएगा. जब टेंशन इतनी बड़ी है तो फिर टुच्ची चीजों में टेेेसु ना बहाएं.
- चिल मारें सब ठीक होगा- इसे या जो अच्छा लगता हो उसे लाइफ का वाक्य बनाएं.
- लाइफ में नैगेटिव चीजों की जगह पॉजिटिव को एंट्री देना सीखें.
- अच्छा सुनिए, अच्छा देखिए और अच्छों के साथ रहिए आपकी जिंदगी में सब अच्छा होने लगेगा.
- रात को हल्की-फुल्की चीजें देखें और दिनभर हंसी-मजाक के साथ मुस्कुराते हुए दिन गुजारें.
- एक्सरसाइज के लिए टाइम निकालें. बॉडी नैगेटिव थॉट्स के इतने टॉक्सिंस से भरी है कि उसे खाली करें.
- कितनी ही बड़ी मुसीबत, दुख और शोक आए- इस मंत्र को याद रखें- यह भी गुजर जाएगा या यह भी बीत जाएगा.
हंसने से कौन-कौन से फायदे होते हैं?
कुछ दिन वैसे ही हंसते रहिए भले ही हंसना ना आए लेकिन प्रैक्टिस करें और एक बार स्ट्रेस लेवल चेक कराएं या ब्लड प्रेशर के मरीज हों तो भी चेक करें सब बदल जाएगा. यहां जानिए हंसने के फायदे-
तो बिरादर 10 मिनट की हंसी आपकी-
- जीवनी शक्ति बढ़ा देगी मन को प्रसन्नचित्त कर देगी
- तनाव से मुक्ति दिला देगी
- आप उन्नत, सुखी और शांत होना सीख जाएंगे भले ही परिस्थिति विपरित क्यों ना हों.
- विचार ज्यादा स्पष्ट हो जाएंगे
- आप कठिनाइयों और परेशानियों को झेलने में समर्थ हो जाएंगे.
- आपकी दवाएं कम हो जाएंगी
- ईर्ष्या, राग द्वेष अपने आप कम होगा, एकाग्रता बढ़ जाएगी
- नैगेटिव चीजें शरीर से बाहर होते ही पॉजिटिव चीजें प्रवेश करेंगी
- दिन संवरने लगेंगे और जीवन ढोना नहीं बल्कि जीना आए जाएगा
यदि आपकी किसी बीमारी से जूझ रहे हैं तो आपको तो हंसने के दवाई के रूप में लेना चाहिए. रोजाना हंसी ना आए तो भी हंसें क्योंकि हंसने से रक्त का संचार ठीक होता है, तनाव कम होता है.
हंसने पर हुए अध्ययन बताते हैं-
- हंसने से मानसिक रूप से हल्का और तनावमुक्त होते ही आपकी कई बीमारियां ठीक होती हैं
- दवाइयां ज्यादा असरकारक सिद्ध होती हैं
- इम्यूनिटी बढ़ने लगती है, शरीर बीमारी से लड़ना सीख जाता है.
- मोटापे की समस्या हंसने से दूर हो सकती है, कैलरी बर्न होती है.
- आपके आसपास एक ऐसी दुनिया निर्मित होती है जहां पॉजिटिव एनर्जी जनरेट होती है.
- आपका जीवन बदलने लगता है.
ज्यादा से ज्यादा खुश व तनावमुक्त रहने के लिए-
- आप अच्छी किताबें पढ़ें
- कॉमेडी फिल्में और सीरियल देखें
- फोन का इस्तेमाल कम करें
- दोस्तों से मिलें, गप्पे लगाएं
- बहुत पैसे की चाह और सफलता का सपना ना देखें
- लोकप्रियता और नेम-फेम के चक्कर में ना पड़ें क्योंकि डिप्रेशन और तनाव की शुरुआत वहीं से होती है और बीमारियां भी वहीं से लगती है. काम करें और जमकर करें लेकिन गीता के पाठ की तरह फल की इच्छा ईश्वर पर छोड़ दें.
ज्यादा हंसना है नुकसानदायक
हंसना जहां थेरेपी है और व्यक्ति को तनावमुक्त करती है, वैेसे ही हंसने के नुकसान भी हो सकते हैं. वैसे नुकसान तो हर उस चीज के हैं जो एक निश्चित मात्रा से ज्यादा है और असंतुलित है. ऐसे में कुछ बातें आपके लिए जानना जरूरी है कि हंसने से शरीर पर नकारात्मक प्रभाव कैसे हो सकता है.
- ज्यादा हंसने से पेट दर्द हो सकता है
- फेफड़ों पर असर होता है, ज्यादा सांसें अंदर जाती है इसलिए संक्रमण भी हो सकता है.
- आपके दिमाग पर प्रभाव होता है और विश्लेषण की क्षमता कम हो जाती है.
- दिल की धड़कनें असामान्य हो सकती हैं, यही नहीं धड़कन या सांस रुक भी सकती है.
- हंसते वक्त यदि खाना-पीना हो रहा है तो यह जानलेवा हो सकता है क्योंकि खाने-पीने की चीजें श्वास व अन्न नली में फंस सकती है.
- ज्यादा हंसने से आपका जबड़ा हिल सकता है
- पेशाब भी हो सकती है.
नोट: यह लेख आपकी जानकारी बढ़ाने के लिए साझा किया गया है. हंसना एक थेरेपी की तरह भी है, जिसे लाफिंग थेरेपी कहा जाता है. पेट का ऑपरेशन हुआ हो, या हार्ट की सर्जरी, या किसी भी तरह की सर्जरी हुई है तो लाफिंग थेरेपी के लिए एक बार अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें.