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हरिद्वार हिन्दू मान्यता के अनुसार एक पवित्र तीर्थ स्थल है. इसे चार धाम का प्रवेश द्वारा माना जाता है साथ ही इसे मोक्ष द्वार भी माना जाता है. ये भगवान विष्णु और शिव की नगरी है. पौराणिक कथाओ के अनुसार भगवान शिव ने इसी नगर में अपनी जटाओं को खोलकर गंगा को मुक्त किया था. हिन्दू धर्म में हरिद्वार की यात्रा (haridwar yatra) का काफी महत्व है. अगर आप यहाँ जा रहे हैं तो आपको पता होना चाहिए की हरिद्वार में कौन से दर्शनीय स्थल हैं. हरिद्वार कब जाएं? हरिद्वार कैसे जाएं?

हरिद्वार में दर्शनीय स्थल (Famous place at haridwar)

हर की पौड़ी घाट (Har ki poudi ghat)

हरिद्वार लोग आते हैं मां गंगा में स्नान करने के लिए. यहाँ स्नान करने के लिए सबसे प्रसिद्ध घाट है हर की पौड़ी घाट. इसे यहां सबसे पवित्र घाट माना जाता है. ऐसा कहा जाता है की इस पवित्र स्थल पर भगवान शिव और विष्णु प्रकट हुए थे. इसका निर्माण राजा विक्रमादित्य ने अपने भाई ब्रिथरी की याद में करवाया था. कुम्भ का मेला भी हर बारह साल में यहीं लगता है.

मां मनसा देवी मंदिर (Maa mansa devi mandir haridwar)

जो लोग हरिद्वार जाते हैं उन्हें मां मनसा देवी मंदिर जरूर जाना चाहिए. ये मंदिर बिलवा पर्वत पर स्थित है. इसके दर्शन के लिए आप चाहे तो पैदल जा सकते हैं या फिर उड़न खटोले के माध्यम से जा सकते हैं. कहा जाता है की भक्त यहां जो भी मन्नत मांगते हैं वो मां मनसा देवी जरूर पूरी करती है. अपनी आस्था के लिए यहां लोग पेड़ में धागा बांधते हैं और जब उनकी इच्छा पूरी हो जाती है तो वो आकर एक धागा खोल देते हैं.

चंडी देवी मंदिर (Chandi devi mandir haridwar)

चंडी देवी का मंदिर नील पर्वत पर है. इनके दर्शन के लिए भी आप पैदल और उड़न खटोले के माध्यम से जा सकते हैं. इस मंदिर परिसर में अन्नपूर्णा देवी, मां भद्रकाली मंदिर, काल भैरव मंदिर, संकट मोचन हनुमान मंदिर एवं अन्य छोटे-छोटे मंदिर हैं. जब आप पैदल पर्वत पर चड़ाई करते हैं तब रास्ते में भी कई मंदिर आते हैं. नील पर्वत पर स्थित इस मंदिर से नजारा भी काफी सुंदर दिखाई देता है. कई पर्यटक इस नजारे के लिए उत्सुक होते हैं.

माया देवी मंदिर (Maya devi mandir haridwar)

हरिद्वार का बहुत पुराना मंदिर है माया देवी मंदिर. इसे शक्ति पीठ भी कहा जाता है. ये हरिद्वार रेल्वे स्टेशन से 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. यहां मां सभी भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करती है. इस मंदिर के परिसर में बहुत सारे शिवलिंग बने हुए हैं. यहां एक विशाल त्रिशूल भी है.

सप्तऋषि आश्रम (Saptrishi aashram haridwar)

भारत ऋषियों की भूमि है इस बात में कोई शंका नहीं है. कई कथाओं और पुरानों में ऋषियों का उल्लेख मिलता है. भारत के सात महान ऋषि भारद्वाज, विशामित्र, अत्री, वशिष्ठ, कश्यप, गौतम, जमदग्नि सप्तऋषि कहलाते हैं. माना जाता है की हरिद्वार के सप्तऋषि आश्रम में ही पूजा-पाठ किया करते थे. इस आश्रम में कई मंदिर बने हैं जिनके आप दर्शन कर सकते हैं.

भारत माता मंदिर (Bharat mata mandir haridwar)

यहां पर भारत माता का बहुत ही भव्य मंदिर है. भारत का ये मंदिर भारत की शान है. ये मंदिर 6 खंडों में बना हुआ है. प्रत्येक खंड पर अलग-अलग महापुरुषों, भगवानों के दर्शन करने को मिलते हैं. ये मंदिर भारत के धर्म, देश, संस्कृति आदि का मिश्रण है.

माता वैष्णो देवी मंदिर (Maa vaishno devi mandir haridwar)

भारत माता के मंदिर से कुछ दूरी पर वैष्णो माता मंदिर है. इस मंदिर को कृत्रिम रूप से कटरा के मंदिर की तर्ज पर बनाया गया है. इसी मंदिर में आपको माता वैष्णो देवी के दर्शन होंगे साथ ही बारह ज्योतिर्लिंग के दर्शन भी होंगे. इस मंदिर की गुफाओं में आप अमरनाथ गुफा के दर्शन भी कर पाएंगे.

हरिद्वार कब जाना चाहिए? (When go to haridwar?)

हरिद्वार जाने को तो आप सालभर में कभी भी जा सकते हैं क्योंकि यहां 12 महीने लोग आते जाते रहते हैं फिर भी अगर मौसम की सहूलियत को देखा जाए तो यहां पर बारिश और गर्मियों में जाने से बचें क्योंकि इस समय यहां खूब भीड़ रहती है. अगर आप भीड़ से बचना चाहते हैं तो आपको सितंबर से नवंबर तक और फरवरी से मई तक चले जाना चाहिए. इन महीन में यहां भीड़ में कमी देखने को मिलती है.

हरिद्वार में रहने की व्यवस्था (Stay facility in haridwar)

हरिद्वार दर्शन करना हर इंसान की इच्छा होती है. यहां पर ठहरने के लिए कई होटल और गेस्ट हाउस है लेकिन यहां लोग ज्यादा आते हैं तो कभी-कभी आपको रहने की समस्या हो सकती है. अगर आप पहले से बुकिंग करवा कर आ रहे हैं तब तो कोई दिक्कत नहीं. लेकिन बुकिंग नहीं कारवाई है तो आप धर्मशाला में आश्रय ले सकते हैं.

हरिद्वार कैसे पहुंचे? (How to reach at haridwar?)

हरिद्वार भारत के उत्तराखंड राज्य में स्थित है. अगर आप यहां हवाई जहाज से जाना चाहते हैं तो आपको पहले देहारादून एयरपोर्ट उतरना होगा और यहां से बस या किसी टैक्सी के माध्यम से हरिद्वार पहुँचना होगा. अगर आप ट्रेन से आना चाहते हैं तो हरिद्वार में रेल्वे स्टेशन है जहां से कुछ प्रमुख जिलों से ट्रेन चलती है. आप अपने शहर की ट्रेन को लिंक करते हुए हरिद्वार तक आ सकते हैं. इसके अलावा यदि आप बस या निजी वाहन से आना चाहते हैं तो उसके लिए हरिद्वार शहर कई राजमार्गों से जुड़ा है.

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