पवनपुत्र हनुमान का जन्म दिवस हिन्दू धर्म में हनुमान जयंती के रूप में मनाया जाता है. इस दिन हनुमानजी की विशेष पूजा की जाती है, उनका शृंगार किया जाता है तथा उन्हें प्रसन्न करने की हर संभव कोशिश की जाती है. हनुमान जयंती कब है? हनुमान जी की पूजा कैसे करें? (Hanuman Ji Ki Pooja Kaise Kare?) हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए क्या करें? इस तरह के सभी सवालों के जवाब आपको इस लेख में मिलेंगे.
हनुमान जयंती कब है? (Hanuman Jayanti Kab hai?)
हनुमानजी के जन्म दिवस को हनुमान जयंती के रूप में मनाया जाता है. हिन्दू धर्म की मान्यताओं के अनुसार पवनपुत्र हनुमान का जन्म चैत्र पुर्णिमा को मंगलवार के दिन चित्रा नक्षत्र और मेष लग्न में हुआ था. वर्ष 2022 में हनुमान जयंती 16 अप्रैल, शनिवार को आ रही है. इस दिन को हनुमान जी की उपासना के लिए बेहद शुभ माना गया है.
हनुमान जी की पूजा कैसे करें? (Hanuman Ji ki Pooja Kaise kare?)
हनुमान जी की पूजा आप किसी भी शुभ मुहूर्त में कर सकते हैं.
– आप चाहे तो सुबह या फिर शाम को इनकी पूजा कर सकते हैं.
– शुभ मुहूर्त में एक लाल वस्त्र बिछाकर उस पर हनुमान जी की फोटो या मूर्ति स्थापित करें. फोटो का मुंह दक्षिण दिशा में होना चाहिए.
– इसके बाद एक साफ आसन पर आप खुद बैठें हो सके तो लाल वस्त्र धारण करें.
– घी का दीपक लगाए और चन्दन की अगरबत्ती लगाए, साथ ही धूप जलाएं.
– चमेली के तेल में सिंदूर घोलें और हनुमान जी की मूर्ति को लगाएँ.
– इसके बाद चांदी का वर्क चढ़ाएँ.
– लाल पुष्प अर्पित करें.
– लड्डू या बूंदी के प्रसाद का भोग लगाएँ.
– प्रसाद में नारियल, चने, चिरौंजी और गुड का भोग भी लगा सकते हैं.
– फल में केले का भोग लगाएँ.
– आखिरी में 9 बार दीपक घुमाकर आरती करें और ‘ॐ मंगलमुरती हनुमाते नमः’ का जाप करें.
हनुमान जयंती शुभ मुहूर्त (Hanuman Jayanti Shubh Muhurta)
हनुमान जयंती का आरंभ 16 अप्रैल को देर रात 2.25 मिनट से प्रारम्भ होकर रविवार 17 अप्रैल दोपहर 12.24 पर समाप्त होगा. इस दिन शुभ मुहूर्त की बात करें तो वो सुबह 5.55 से 8.40 तक रहेगा. ये रवि योग है जिसमें भगवान की पूजा करना बेहद सुभ माना गया है.
हनुमान चालीसा (Hanuman Chalisa Lyrics)
हनुमान जयंती के दिन हनुमान जी की आराधना के लिए आपको हनुमान चालीसा का पाठ अवश्य करना चाहिए. आप चाहे तो हर मंगलवार और शनिवार को हनुमान जी की पूजा करने के बाद हनुमान चालीसा का पाठ कर सकते हैं.
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हनुमान जी की आरती (Hanuman Aarti Lyrics)
हनुमान जी की पूजा हो जाने के बाद हनुमान जी की आरती अवश्य करना चाहिए.
बजरंग बाण (Bajrang Baan)
कई लोग हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए बजरंग बाण का पाठ करते हैं. बजरंग बाण का पाठ करने से आपमें आत्मविश्वास की कमी दूर होती है. इसके साथ ही आपके शत्रु भी आपसे दूर रहते हैं.
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हनुमान अष्टक (Hanuman Ashtak)
हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए हनुमान अष्टक का भी पाठ किया जाता है. ये हनुमान जी की शक्तियों का स्तुति पाठ है. हनुमान जी को बचपन में ऋषि-मुनियों ने श्राप दिया था कि वे अपनी शक्ति भूल जाएंगे और उन्हें तभी याद आएगी जब उन्हें कोई याद दिलाएगा. हनुमान अष्टक के जरिये आप भी उन्हें उनकी शक्ति याद दिला सकते हैं और प्रसन्न कर सकते हैं.
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हनुमान कार्य सिद्धि मंत्र (Hanuman Karya Siddhi Mantra)
हनुमान जी को प्रसन्न करने के कई उपाय आपने जान लिए. चलिये अब हनुमान कार्य सिद्धि मंत्र के बारे में जानते हैं. हनुमान जी की पूजा के बाद प्रतिदिन आपको 11 दिनों तक हनुमान कार्य सिद्धि मंत्र का जप करना चाहिए. इससे आपके कार्य सिद्ध होने की मान्यता है.
हनुमान जयंती पर प्रातः स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करके हनुमान जी की पूजा करें और उन्हें प्रसन्न करने के प्रयास करें. इनके प्रसन्न होने से आपके बिगड़े कार्य बन सकते हैं और आपके दुश्मन आपसे दूर रहते हैं, विपत्तियाँ आपसे घबराती हैं.