माँ गायत्री को वेदमाता कहा जाता है. इनकी उपासना करके आप इनकी कृपा प्राप्त कर सकते हैं. माँ गायत्री को दुख नाशक और तीनों लोकों की जननी बताया गया है. वेदों में माना गया है कि कलियुग में माँ गायत्री पापों का नाश करेंगी. माँ गायत्री के स्वरूप के बारे में गायत्री चालीसा में विस्तार से बताया गया है. यदि माँ गायत्री की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको नियमित रूप से तथा विधि-विधान से गायत्री चालीसा का पाठ करना चाहिए.
गायत्री चालीसा पढ़ने के नियम | Gayatri Chalisa Rules
माँ गायत्री को प्रसन्न करने के लिए यदि नियमपूर्वक विधि-विधान से गायत्री चालीसा का पाठ किया जाए तो माँ आपकी हर मनोकामना पूर्ण करती हैं.
– प्रातः काल में स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें.
– पूजा स्थल पर माँ गायत्री की प्रतिमा या तस्वीर स्थापित करें.
– पूजा करने के लिए श्वेत आसान बिछाएँ और उस पर आप बैठे.
– इसके बाद धूप-दीप और फूल माता को अर्पित करें.
– इसके बाद श्रद्धापूर्वक गायत्री चालीसा का पाठ करें.
गायत्री चालीसा पढ़ने के लाभ | Gayatri Chalisa Benefits
माँ गायत्री चालीसा के पाठ से आपको कई तरह के लाभ हो सकते हैं.
– आपके मन में ज्ञान का प्रकाश फैलता है.
– आपके जीवन से पाप, आलस्य और अज्ञानता का नाश होता है.
– भय से मुक्ति मिलती है.
– माँ गायत्री को संसार में ज्ञान-विज्ञान और आध्यात्मिक ज्ञान को प्रज्वाललित करने वाली है.
– गायत्री मंत्र के जाप से रोगियों को रोग से मुक्ति मिली है और आरोग्य की प्राप्ति होती है.
– इससे आपके मन में शांति आती है.
गायत्री चालीसा | Gayatri Chalisa Hindi PDF
माँ गायत्री आरती | Maa Gayatri Devi Aarti
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