Tue. Nov 19th, 2024

हिन्दू धर्म में किसी भी शुभ कार्य को करने से पहले गणेश जी का आह्वान किया जाता है. गणेश जी की पूजा भी सबसे पहले होती है. ये वरदान भगवान शिव ने उन्हें दिया था. सप्ताह में बुधवार का दिन गणेश जी को ही समर्पित होता है. भगवान गणेश की आराधना करने से घर में खुशहाली, व्यापार में बरकत एवं हर काम में सफलता मिलती है. यदि आप भी भगवान श्री गणेश को प्रसन्न करना चाहते हैं तो आपको नियमित रूप से श्री गणेश चालीसा का पाठ करना चाहिए.

श्री गणेश चालीसा के नियम | Ganesh Chalisa Rules

श्री गणेश चालीसा के नियमित पाठ से घर गणेश जी जल्दी प्रसन्न होते हैं और आपको मनचाहा फल देते हैं. श्री गणेश चालीसा का पाठ करने के लिए निम्नलिखित नियमों का पालन जरूर करें.
– प्रातःकाल में उठे और स्नान करें तथा स्वच्छ वस्त्र धारण करें.
– पूजा स्थल पर गणेश जी की मूर्ति या तस्वीर को साफ करें. उन्हें स्नान कराएं.
– मोदक, घी, धूप, दीपक, फूल, रौली, मौली, चन्दन और दूर्वा से गणपती जी की पूजा करें.
– पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके बैठे और श्री गणेश चालीसा का पाठ करें.

श्री गणेश चालीसा पढ़ने के फायदे | Ganesh Chalisa Benefits

एक भक्त कभी भी किसी फायदे के लिए किसी भगवान की पूजा अर्चना नहीं करता फिर भी हम जिस भी भगवान को प्रसन्न करते हैं वे उनके अनुसार हमें फल देते हैं. इसी तरह श्री गणेश जी को प्रसन्न करने पर आप अपनी मनोकामना पूर्ण कर सकते हैं. इनकी कृपा से भक्तों के जीवन में शुभ समय का आगमन होता है. श्री गणेश चालीसा के पाठ से घर में सुख-शांति बनी रहती है.

श्री गणेश चालीसा | Ganesh Chalisa in Hindi

 

श्री गणेश जी की आरती | Ganesh Ji Aarti

यदि आप गणेश चालीसा को अपने फोन में पीडीएफ़ के रूप में सेव करना चाहते हैं तो यहाँ क्लिक करके Ganesh Chalisa PDF Download कर सकते हैं. 

यह भी पढ़ें :

जीवन में स्थायीत्व और स्थिरता लाते हैं भगवान गणेश

कैसे हुई गणेश जी की उत्पत्ति? क्या है गणेश पुराण की कहानी?

क्यों पसंद है गणेश जी को दूर्वा? क्या है दूर्वा का महत्व

Related Post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *