Thu. Nov 21st, 2024

2023 G20 New Delhi summit: जी-20 शिखर सम्मेलन क्या है? G20 summit 2023 की पूरी जानकारी

G20 summit 2023 India में नई दिल्ली में 9 और 10 सितंबर को आयोजित होने जा रहा है और इस बार के G20 सम्मेलन का लोगो (g20 logo india 2023) भारत के राष्ट्रीय ध्वज के जीवंत रंगों - केसरिया, सफेद और हरे, और नीले रंग से प्रेरित होगा. Image: g20.org
G20 summit 2023 India में नई दिल्ली में 9 और 10 सितंबर को आयोजित होने जा रहा है और इस बार के G20 सम्मेलन का लोगो (g20 logo india 2023) भारत के राष्ट्रीय ध्वज के जीवंत रंगों - केसरिया, सफेद और हरे, और नीले रंग से प्रेरित होगा. Image: g20.org

भारत में G-20 समिट 2023 नई दिल्ली में होने जा रही है. भारत की अध्यक्षता में होने जा रहा जी-20 शिखर सम्मेलन 9 और 10 सितंबर को आईटीपीओ कन्वेंशन सेंटर, प्रगति मैदान में ‘भारत मंडपम’ में होने जा रहा है.

आपको बता दें कि यह भारत के साथ-साथ दक्षिण एशिया में आयोजित होने वाला पहला जी20 शिखर सम्मेलन होगा जिस पर पूरी दुनिया की निगाहें टिकी हुई हैं. इसकी अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करने जा रहे हैं. विश्व की सबसे बड़ी बैठक को लेकर जहां पूरी दिल्ली की सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद है वहीं इस शिखर सम्मेेेलन  ने दुनिया में भारत की साख में और इजाफा किया है. 

इससे पूर्व भारत की Ministry of External Affairs- MEA ने घोषणा की थी कि भारत 2023 में नई दिल्ली में G-20 शिखर सम्मेलन की मेज़बानी करेगा.इस शिखर सम्मेलन में G20 की अध्यक्षता भारत कर रहा है. इस सम्मेलन में बांग्लादेश, मिस्र, मॉरीशस, नीदरलैंड, नाइजीरिया, ओमान, सिंगापुर, स्पेन और संयुक्त अरब अमीरात अतिथि के रूप में शामिल होने जा रहे हैं. 

आपको बता दें कि सम्मेलन की अध्यक्षता के दौरान भारत, इंडोनेशिया और ब्राज़ील मिलकर ट्रोइका का गठन करेंगे. आपको बता दें कि यह पहली बार होगा जब ट्रोइका में तीन विकासशील देश और उभरती अर्थव्यवस्थाएं शामिल होंगी और यह तीनों ही देश दुनिया में अपना प्रभाव स्थापित करने की दिशा में आगे बढ़ेंगे.

आपको बता दें कि ट्रोइका, G20 में देशों का वह शीर्ष समूह है जिसमें वर्तमान, पिछले और आगामी अध्यक्ष पद वाले देश (इंडोनेशिया, भारत और ब्राज़ील) जैसे देश शामिल हैं. 

जी-20 शिखर सम्मेलन का उद्देश्य और प्राथमिकताएं- (Interesting Facts About G20 Summit 2023 In India in hindi)

G20 सरकारों और सेंट्रल बैंक का अंतरराष्ट्रीय मंच है. इसमें कुल 20 देश शामिल होते हैं लिहाजा इसके सदस्यों की संख्या के चलते इसका नाम G20 रखा गया है.

ग्रुप ऑफ ट्वेंटी (G20) G20 समूह अंतरराष्ट्रीय आर्थिक सहयोग, आतंकवाद, मानव तस्करी, ग्लोबल वार्मिंग जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर काम करता है. बता दें कि G20 की स्थापना 1999 में हुई थी और  इसका पहला सम्मेलन दिसंबर 1999 में जर्मनी की राजधानी बर्लिन में हुआ था. 

G20 summit 2023 India Logo

G20 summit 2023 India में नई दिल्ली में 9 और 10 सितंबर को आयोजित होने जा रहा है और इस बार के G20 सम्मेलन का लोगो (g20 logo india 2023) भारत के राष्ट्रीय ध्वज के जीवंत रंगों – केसरिया, सफेद और हरे, और नीले रंग से प्रेरित होगा और इस लोगो को सुदर्शन पटनायक ने बनाया है जो प्रसिद्ध सैंड आर्टिस्ट हैं.

भारत में हो रहे G20 सम्मेलन का थीम? (Theme of g20 summit 2023 in hindi) 
भारत का जी-20 अध्यक्षता का विषय ‘वसुधैव कुटुंबकम’ या ‘एक पृथ्वी-एक कुटुंब-एक भविष्य’ रहेगा. बता दें कि यह ध्येय वाक्य महा उपनिषद के प्राचीन संस्कृत पाठ से प्रेरित है. यह विषय सभी प्रकार के जीवन मूल्यों, मानव, पशु, पौधे और सूक्ष्मजीव – और पृथ्वी एवं व्यापक ब्रह्मांड में उनके परस्पर संबंधों की पुष्टि करते हुए मानव के आपसी संबंधों और प्रकृति व इस ब्रह्मांड से संबंधों के विषय की व्याख्या करेगा. 

G-20 समिट का उद्देश्य वैश्विक आर्थिक और वित्तीय स्थिरता और समृद्धि को बढ़ावा देना है. यह वैश्विक चुनौतियों पर चर्चा करने और सहयोग करने के लिए एक मंच प्रदान करता है, जिसमें आर्थिक विकास, जलवायु परिवर्तन, व्यापार, स्वास्थ्य, और भ्रष्टाचार शामिल हैं।

G-20 समिट हर साल एक अलग देश में आयोजित किया जाता है। 2023 में, G-20 शिखर सम्मेलन भारत में आयोजित किया जाएगा।

G-20 के सदस्य देशों के नाम- (Name of g20 countries in Hindi)  

  1. अर्जेंटीना
  2. ऑस्ट्रेलिया
  3. ब्राजील
  4. कनाडा
  5. चीन
  6. यूरोपीय संघ
  7. फ्रांस
  8. जर्मनी
  9. भारत
  10. इंडोनेशिया
  11. इटली
  12. जापान
  13. कोरिया गणराज्य
  14. मैक्सिको
  15. रूस
  16. सऊदी अरब
  17. दक्षिण अफ्रीका
  18. तुर्किये
  19. यूनाइटेड किंगडम
  20. संयुक्त राज्य अमेरिका शामिल हैं.

G-20 का इतिहास (Why is G20 Summit 2023 important for India)

G-20 का गठन 1999 में एशियाई वित्तीय संकट के बाद किया गया था. G-7 देशों (अमेरिका, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान और यूनाइटेड किंगडम) ने यह महसूस किया कि उन्हें वैश्विक आर्थिक और वित्तीय प्रणाली को मजबूत करने के लिए एक अधिक व्यापक मंच की आवश्यकता है.

G-20 की पहली शिखर बैठक 2008 में वॉशिंगटन डीसी में आयोजित की गई थी। इस बैठक में 2008 के वैश्विक आर्थिक और वित्तीय संकट का जवाब देने के लिए उपाय किए गए थे.

G-20 ने तब से वैश्विक चुनौतियों पर चर्चा करने और सहयोग करने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में उभरा है. यह वैश्विक आर्थिक और वित्तीय स्थिरता और समृद्धि को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है.

Related Post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *