
यदि आप रेगुलर एक्सरसाइज करते हैं तो आपका मन और तन दोनों ही हेल्दी होगा. आप सुंदर और कम उम्र के दिखेंगे. जो लोग व्यायाम नहीं करते, उन पर उम्र अपना प्रभाव दिखाना जल्दी शुरू कर देती है.
एक्सरसाइज के प्रति लापरवाही नहीं करनी चाहिए. दरअसल किसी भी तरह की फिजिकल एक्टिविटी यानी की व्यायाम नाड़ी तंत्र को सुचारू करता है, साथ ही मानसिक रूप से भी आप स्वयं में प्रफुल्लित नजर आते हैं.
ऐसे करना चाहिए एक्सरसाइज
एक्सरसाइज हमेशा बिना किसी दबाव के करना चाहिए. आप हमेशा उन्हीं व्यायामों को कीजिए जिन्हें आप सरलता पूर्वक कर सकते हैं और जिन्हें करने से आपको अच्छा लगता है. यदि आप व्यायाम करना चाहते हैं तो शुरुआत में किसी डॉक्टर सलाह लें. डॉक्टरी सलाह लेना उन लोगों के लिए विशेष आवश्यक है जो 40 वर्ष की आयु पार कर चुके हैं. आप संगीत के साथ भी व्यायाम कर सकते हैं. इससे आपको बड़ा आनंद महसूस होगा.
शुरुआत में रखें इन बातों का ध्यान
शुरुआत में व्यायाम कुछ मिनटों तक करें. फिर कुछ दिनों में आदत हो जाने पर उससे थोड़े मुश्किल व्यायाम का अभ्यास करें. मुश्किल व्यायामों से अगर आपके शरीर में किसी प्रकार का दर्द हो या आपको वे उपयुक्त न लगें तो बंद कर दें. रोज नियमित सीढ़ी चढ़ना भी एक प्रकार का व्यायाम है.

अगर सुबह नाश्ते से पहले आप व्यायाम करते हैं, तो वह सबसे बेस्ट माना जाता है. यदि कभी आप एक्सरसाइज बंद करना चाहें तो धीरे-धीरे बंद करें. यदि आप दौड़ते हैं अथवा जॉगिंग करते हैं तो एकाएक बंद न करें.
आप करें ये एक्सरसाइज
याद रखें-छरहरा रहना एक साधारण बात है, जबकि मोटा रहना एक गंभीर समस्या है इसलिए सुंदर और स्वस्थ रहने के लिए बिना किसी देर के एक्सरसाइज शुरू करें. आइए देखते हैं कुछ खेल जिनसे शरीर का व्यायाम हो जाता है.
टेनिस : टेनिस भुजाओं, टांगों व नितंबों की मांसपेशियों को विकसित करने में सहायक होती है. कलाई को मजबूती प्रदान, दृष्टि में सुधार, आंखों-हाथों के साथ-साथ पैरों की विधि को भी बढ़ाता है. इससे आपका ध्यान केंद्रित करने की क्षमता में भी वृद्धि होती है.
तैराकी: तैराकी शरीर की सभी मांसपेशियों में एक सा कसावट देती है. यह आपके कंधों की मांसपेशियों को कसा हुआ और सुडौल बनाती है. पेट को समतल और छाती की मांसपेशियों को मजबूत बनाती है. यदि आपको कमर, घुटने, टखने या नितंबों की समस्या है तो यह सही व्यायाम है क्योंकि पानी आपके शरीर के भार को सहारा देता है. यह व्यायाम हृदय के लिए भी उत्तम है. तेज तैराकी से शरीर को आराम मिलता है क्योंकि शरीर पानी में आसानी से गति करता है.

दौड़ना: दौड़ने से सबसे अधिक कैलरी जलती है, आपकी क्षमता में सुधार होता है और हार्ट तंदुरुस्त रहता है. इससे टांगों को आकार मिलता है. जांघ और नितंब सुडौल होते हैं. दौड़ने और जॉगिंग करने से शरीर से विषैले तत्व पसीने द्वारा निकल जाते हैं.
साइकिल चलाना: इससे टांगों की मांसपेशियां मजबूत होती हैं, ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होता है और हार्ट और लंग्स क्षमता में वृद्धि होती है. साइकिल चलाने से आपको ताजी हवा मिलती है, अगर आप खुली सड़क पर साइकिल चलाते हैं तो आपको काफी सुकून महसूस होता है.