Dev Uthani Ekadashi 2023 : कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को देवउठनी एकादशी कहा जाता है. देवउठनी एकादशी का दिन भगवान विष्णु को समर्पित है. शास्त्रों के अनुसार इस दिन भगवान विष्णु 4 महीने का शयन काल पूरा करने के बाद उठते हैं. उनके उठने के बाद ही सभी मांगलिक कार्य प्रारंभ हो जाते हैं. देवउठनी एकादशी के दिन माता तुलसी का विवाह भी किया जाता है. इसके अलावा देवउठनी एकादशी भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए बहुत ही उत्तम मानी जाती है.
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार यदि विवाह में किसी प्रकार की बढ़ा या देरी हो रही है, तो देवउठनी एकादशी का दिन बाधा दूर करने के लिए शुभ माना जाता है. अगर विवाह में समस्या आ रही हो या किसी प्रकार की अड़चन हो रही हो तो इस दिन को उपाय के रूप में अपना सकते हैं. भगवान विष्णु की पूजा के दौरान विवाह संबंधी बढ़ा को दूर करने के लिए यह उपाय अपनाए जा सकते हैं. देवउठनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा करना काफी शुभ माना जाता है. जिन लोगों को विवाह में बाधा आ रही है वह भगवान विष्णु की प्रतिमा पर केसर पीले चंदन या हल्दी का तिलक लगाए और उन्हें पीले रंग के फूल अर्पित करें इससे विवाह की समस्याएं दूर हो सकती है.
इसके अलावा एक अन्य उपाय के द्वारा भी विवाह से जुड़ी समस्याओं को दूर किया जा सकता है. माना जाता है कि पीपल के पेड़ में भगवान विष्णु का वास होता है. इसलिए यदि विवाह में किसी प्रकार की समस्या आ रही है तो पीपल के पेड़ के पास जल अर्पित करना शुभ माना जाता है. इस प्रक्रिया से आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो सकती है. देव उठानी एकादशी के दिन इन उपाय को अपना कर लोग अपने जीवन में खुशियों की ओर कदम बढ़ा सकते हैं.