सूखा मेवा, चाहे फिर बादाम हो, पिस्ता हो, अंजीर हो या फिर अखरोट, ड्रायफ्रूट हमेशा से (Nuts and sperm production) शरीर के लिए फायदेमंद रहे हैं. दरअसल, ड्रायफ्रूट्स कई तरह के विटामिंस से भरे होते हैं. इन्हीं ड्रायफ्रू्ट्स में से एक है (pine seeds) चिलगोजा.
आप सभी लोगों ने चिलगोजा का नाम बहुत ही कम सुना होगा. अक्सर चिलगोजा शब्द सुनकर ही मन में सवाल उठता है कि ये (chilgoza meaning in hindi) चिलगोजा कौन सा फल है? या आखिर चिलगोजा क्या काम करता है? (what is chilgoza dry fruit) और चिलगोजा कहां पाया जाता है?
बहरहाल, चिलगोजा की बात करें तो अन्य ड्रायफ्रूट्स की तरह ही यह एक फल है और (pine nuts nutrition facts) इसके बहुत फायदे हैं. आइए जानते हैं चिलगोजा आखिर है क्या?
चिलगोजा क्या चीज है, चिलगोजा के फायदे (Health benefits of chilgoza pine nuts)
आयुर्वेद के अनुसार चिलगोजा एक आयुर्वेदिक औषधि है और (chilgoza ka ped kaisa hota hai) इसका प्रयोग कई तरह की बीमारियों में किया जाता है. चिलगोजा चीड़, सनोबर जाति के पेड़ों का छोटा और लंबोतरा फल कहलाता है.
सरल भाषा में चिलगोजा देवदार वृक्ष के बीज होते हैं. इसे चीड़ फल भी कहते हैं. (what is chilgoza called in english) अंग्रेजी में चिलगोजा को पाइन नट्स कहा जाता है. चिलगोजा के अंदर स्वाद में मीठी गिरी होती है इसलिए इसे सूखा मेवा माना जाता है. (chilgoza pine nuts benefits) चिलगोजा को कई नामों से पुकारा जाता है. इसका वानस्पतिक नाम पाइंस जिराडियाना है.
चिलगोजा कहां मिलता है? (where is chilgoza grown in india)
पूरी दुनिया में चिलगोजा बहुत ही दुर्लभ फल है. चिलगोजा समुद्रतल से लगभग 2 हजार फुट की ऊंचाई वाले कुछ खास इलाकों में पाया जाता है. (where is chilgoza grown) ठंडा और सूखा मौसम इसके लिए अनुकूल माना जाता है.
जानकारों के मुताबिक जबकि पूरी दुनिया में नट्स के 20 प्रकार हैं, लेकिन एशिया में केवल दो ही प्रकार के पाइन नट्स पाए जाते हैं. उसमें उत्तर पश्चिम भारत के साथ पाकिस्तान, अफगानिस्तान का चिलगोजा पाइन नट् और कोरियन पाइन नट प्रमुख हैं.
भारत में चिलगोजा सतलुज घाटी में कड़छम के जंगलों में पाया जाता है. स्थानीय भाषा में चिलगोजा को न्योजा कहा जाता है. बता दें कि किन्नौर की सामाजिक संस्कृति में विवाह आदि के अवसरों पर मेहमानों को जब सूखे मेवों की माला जिनमें अखरोट, चूल्ही आदि होता है, तो उसमें चिलगोजे की गिरी भी पिरोई जाती है. (chilgoza kaisa hota hai) चिलगोजे का पेड़ सफेद तने का होता है और देवदार से कम ऊंचा व हरा-भरा होता है.
चिलगोज़ा भाव क्या है? (chilgoza price in India per kg in Hindi)
आमतौर पर नट्स या ड्रायफ्रूट्स महंगे ही होते हैं. जहां अंजीर आपको हजार रुपए किलो तक मिलती है, वहीं बादाम और अखरोट के रेट भी 500 रुपए किलो तक पहुंच ही जाते हैं, लेकिन जब बात चिलगोजा के भाव की आती है तो फिर आप आश्चर्य करेंगे और पूछ बैठेंगे कि चिलगोजा की कीमत इतनी ज्यादा क्यों है?
दरअसल, फुटकर बाजार में चिलगोजा 3 हजार से 8 हजार रुपए किलो तक बिकता है जबकि ऑनलाइन 250gm चिलगोजा, पाइन नट की कीमत (चिल्गाज़ा मगज़) 1650 रुपए तक होती है. (why is chilgoza so costly) चिलगोजा का भाव 2021)
चिलगोजा के फायदे (benefits of chilgoza dry fruit)
चिलगोजा एक अत्यंत पौष्टिक फल है. (impotence in male) यह पुरुषों में शारीरिक कमजोरी दूर करने में सबसे खास भूमिका निभाता है. (Pinenuts and sexual fertility) करने में चिलगोजा बहुत लाभकारी माना जाता है. (vitamins in pine nuts) पाइन नट्स, चिलगोजा या नियोजा कई तरह के विटामिन से भरपूर होता है.
चिलगोजा में कई तरह के विटामिन पाए जाते हैं. (nutrition in pine nuts) चिलगोजा में प्रोटीन, कार्बोहइड्रेट विटामिन बी-1, विटामिन बी-2, विटामिन-सी, और जिंक, मैगनीज़, मैग्निशियम, पोटेशियम, आयरन, कैल्शियम, और कॉपर जैसे मिनरल्स पाए जाते हैं.
चिलगोजा में फाइबर, कार्बोहाडइ्रेट भरपूर मात्रा में प्रोटीन होता है. यदि यह पूछा जाए कि (how much pine nuts should i eat a day) चिलगोजा कितना खाना चाहिए? तो आप रोजाना चिलगोजा ले सकते हैं, लेकिन मात्रा का विशेष ध्यान रखें क्योंकि चिलगोजे का सेवन जहां शरीर के लिए लाभकारी है वहीं ज्यादा मात्रा में (pine nuts side effects) चिलगोजा शरीर को नुकसान भी पहुंचाता है.
चिलगोजा (chilgoza benefits for sperm count) मर्दों की नपुंसकता दूर (which nuts are good for sperm count) करने के लिए पुराने समय से उपयोग होता रहा है. (pine nuts benefits testosterone) चिलगोजे में भरपूर मात्रा में फैटी ऐसिड होता है जो sexual fertility को बढ़ाता है यही नहीं sperm count बरकरार रखने में और स्पर्म प्रॉडक्शन के साथ ही (testosterone boosting foods) टेस्टोस्टेरॉन को भी बढ़ाता है. इस तरह आपकी (sexual health and chilgoza) सेक्शुअल हेल्थ अच्छी रहती है.
पतंजलि के आयुर्वेदाचार्य आचार्य बालकृष्ण के अनुसार-
चिलगोजा अत्यंत लाभकारी फल है. (Pine nuts uses in Hindi) चिलगोजा के सेवन से खांसी और दमा का कारगर तरीके से इलाज किया जाता है. बालकृष्ण के अनुसार चिलगोजे के बीज को शहद के साथ सेवन करने से दमा और खांसी में आराम मिलता है. यही नहीं चिलगोजे के तेल से गठिया, हाथ-पैरों में दर्द की समस्या और शुगर के मरीजों को फायदा होता है. यही नहीं चिलगोजा के सेवन से पुरुषों में नपुंसकता और सेक्स संबंधी किसी भी प्रकार का विकार दूर होता है.
भूख बढ़ाता है चिलगोजा
चिलगोजा कई गुणों से भरपूर है. चिलगोजा में मोनोसैच्युरेटेड होता है जिससे भूख बढ़ती है. (what are the benefits of eating pine nuts) बता दें कि चिल्गोजा पिनोलैनिक ऐसिड का सबसे शानदार प्राकृतिक स्रोत है. यही नहीं 10 ग्राम चिलगोजे में 0.6 मिलीग्राम आयरन की मात्रा होती है.
आयुर्वेदाचार्य कहते हैं- यदि आप चिलगोजा को कच्चा या भुना हुआ सेवन करते हैं तो यह बहुत ही फायदेमंद होता है. चिलगोजा विटामिंस का बड़ा सोर्स है. चिलगोजा में विटमिन बी और विटमिन सी की भी भरपूर मात्रा होती है.
चिलगोजा कॉलेस्ट्रॉल घटाने में सहायक (pine nuts good for cholesterol)
अनसैच्युरेटेड फैट का भी चिलगोजा बड़ा सोर्स है. डॉक्टरों के अनुसार अनसैच्युरेटेड फैट कलेस्ट्रॉल कम करता है. चिलगोजा में टोकोफेरोल के रूप में एक ऐंटिऑक्सिडेंट होता है जो बैड कॉलेस्ट्रॉल को कम करने का काम करता है. (chilgoza cholesterol) दिल के मरीजों के लिए तो यह रामबाण औषधि है. (chilgoza pine nuts benefits) कहते हैं चिलगोजा के सेवन से व्यक्ति कभी हार्टपेशेंट नहीं बनता.
चिलगोजा बढ़ाता है इम्यूनिटी (pine for immunity in hindi)
चिलगोजा इम्यूनिटी बढ़ाता है. (pine nuts healthy or not) चिलगोजे में मौजूद ऐंटिबैक्टीरियल और ऐंटिवायरल गुण होने के चलते हानिकारक केमिकल्स से शरीर को बचाता है. जाहिर है ऐंटिऑक्सिडेंट्स की मौजूदगी शरीर के इम्यून सिस्टम के लिए काफी फायदेमंद होती है. यही वजह है कि चिलगोजे के तेल का उपयोग कई दवाओं में होता है. विशेष रूप से ऐंटिसेप्टिक और ऐंटि-फंगल क्रीम के लिए चिलगोजा कच्चा माल की समझें.
प्रेगनेंसी में फायदेमंद है चिलगोजा (pine nuts benefits in pregnancy)
गर्भावस्था में चिलगोजा (pregnancy pine nuts) का सेवन बहुत लाभकारी है. (chilgoza kya hota hai) चिलगोजा में चूंकि आयरन की अच्छी मात्रा होती है. आयरन की पर्याप्त मात्रा के चलते इससे एनीमिया नहीं होता. यही नहीं प्रेग्नेंसी के दौरान चिलगोजे के सेवन से भ्रूण का विकास भी बेहतर तरीके से होता है. चिलगोजा से पाचन संबंधी विकार दूर होते हैं.
चिलगोजे के नियमित सेवन से पचनतंत्र से जुड़ी कई तरह की समस्याएं जैसे एसीडीटी, गैस, अपचन और दूसरी पेट संबंधी बीमारियां दूर होती हैं.
एक रिसर्च के अुनसार हार्ट पेशेंट, कैंसर के पेशेंट के लिए चिलगोजा फायदेमंद है. चिलगोजा के सेवन से वजन कम करने में सहायता मिलती है. यही नहीं चिलगोजा हड्डियों के लिए फायदेमंद है. इसके अलावा चिलगोजा से बालों, त्वचा को भी फायदा होता है.
चिलगोजा के सेवन नुकसान (chilgoza ke nuksan)
किसी भी चीज की उचित मात्रा अनिवार्य है. चिलगोजा गलत या अधिक मात्रा शरीर को नुकसान पहुंचाती है. चिलगोजा का सेवन करते समय भी आपको मात्रा का विशेष ध्यान रखना चाहिए अन्यथा चिलगोजा शरीर को फायदा पहुंचाने की जगह नुकसान पहुंचा सकता है.
ध्यान रखें चिलगोजा रोजाना सेवन करते हैं तो मात्रा कम रखें क्योंकि चिलगोजा की गिरी देर से पचती है. (negative effects of pine nuts) वे लोग जिन्हें लिवर संबंधी समस्या है अथवा अपच रहती है तो ऐसे में चिलगोजा का सेवन शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर अथवा आयुर्वेदाचार्य से सलाह जरूर लें. चिलगोजा की गलत मात्रा आपको पेट संबंधी विकार दे सकती है.
चिलगोजा के सेवन से एलर्जी भी हो सकती है. चूंकि इसमें ओमेगा-6 होता है लिहाजा इसका अधिक सेवन आपको कई तरह के नुकसान पहुंचा सकता है.
डॉक्टर कहते हैं कि चिलगोजा का सेवन ज्यादा मात्रा में किया जाए तो इससे आपका वजन बढ़ सकता है क्योंकि इसमें कैलरी की मात्रा अधिक होती है.
डिस्क्लेमर नोट: यह लेख आपकी जागरूकता और समझ बढ़ाने के लिए साझा किया गया है. किसी भी तरह के ड्रायफ्रूट्स के फायदे और नुकसान दोनों होते हैं. चिलगोजे के सेवन से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें.