Thu. Nov 21st, 2024

समाज और संस्‍कृति

गौहर की नज़्में उस ख़्वाब का हिस्सा हैं, जो हमने आज़ादी के वक़्त देखा था: शर्मीला

कवि और सुपरिचित फिल्मकार गौहर रज़ा की सद्य प्रकाशित नज़्म पुस्तक 'खामोशी' का लोकार्पण इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में…

‘छबीला रंगबाज’ चरित्रहीन परिवेश की कहानियों का शहर..

हिंदी के प्रसिद्ध प्रकाशक राजपाल एण्ड सन्ज़ द्वारा आयोजित इस लोकार्पण समारोह में युवा आलोचक संजीव कुमार ने…

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी संत परंपरा

गोरक्षपीठ के पीठाधीश्वर महंथ आदित्यनाथ वैसे रहने वाले तो उत्तराखंड के हैं लेकिन वे जिस संत परंपरा से…

क्या होगा जब नहीं रहेगी समाज में लड़कियांं? शर्मसार करती है रिपोर्ट

हम एक लिंगभेदी मानसिकता वाले समाज हैं, जहां लड़कों और लड़कियों में फर्क किया जाता है. यहां लड़की…