कुछ स्टूडेंट पढ़ाई में काफी होशियार होते है लेकिन कुछ स्टूडेंट पढ़ाई में कमजोर होते है जिसके चलते वह 12वीं तक नहीं समझ पाते है कि आगे क्या करना है. वैसे आज हम साइंस स्ट्रीम के स्टूडेंट की बात कर रहे है जो 12वीं के बाद डॉक्टर या इंजीनियरिंग की पढ़ाई करते है लेकिन साइंस बहुत बड़ी स्ट्रीम है जिसमें कई सारे विकल्प मौजूद है. यदि आप साइंस स्ट्रीम के स्टूडेंट है और डॉक्टर या इंजीनियरिंग की पढ़ाई नहीं बल्कि कुछ और करना चाहते है तो ये बेस्ट ऑप्शन है.
स्पेस साइंस (Best Courses After 12th in Science)
इस फील्ड के तहत आप तीन साल की बीएससी और चार साल के बीटेक से लेकर पीएचडी तक कोर्स कर सकते है. इसके लिए आप ISRO और बेंगलुरु में स्थित IISC कॉलेज चुन सकते है. इस दौरान आप कॉस्मोलॉजी, स्टेलर साइंस, प्लैनेटरी साइंस आदि फील्ड से जुड़ी जानकारी प्राप्त कर सकते है.
वॉटर साइंस (career in water science)
प्राकृतिक आपदाओं को बढ़ता देख उसके निपटान के लिए यह फील्ड काफी चर्चा में है. अपनी पढ़ाई के दौरान आप हाइड्रोमिटियोरोलॉजी, हाइड्रोजिओलॉजी, ड्रेनेज बेसिन मैनेजमेंट, वॉटर क्वालिटी मैनेजमेंट आदि जैसी फील्ड के बारे में जानते है. आमतौर पर यह कोर्स सभी कॉलेज में कराया जाता है.
एनवायर्नमेंटल साइंस (career in environmental science)
इस फील्ड में जॉब के अवसर काफी है क्योंकि कई एनजीओ और यूएनओ इससे जुड़े प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहे है. यदि आप इस फील्ड को चुनते है तो आप इकोलॉजी, डिजास्टर मैनेजमेंट, वाइल्ड लाइफ मैनेजमेंट और पॉल्यूशन कंट्रोल जैसे विषयों पर पढ़ाई करेंगे.
रोबोटिक साइंस (career in robotics science after 12th)
यह फील्ड काफी विशाल है क्योंकि यहाँ सीखने को बहुत कुछ है. इसमें रोबोटिक्स, आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस और एडवांस रोबोटिक्स सिस्टम जैसे कोर्स होते है जो हर क्षेत्र में उपयोगी है. इतना ही नहीं रोबोटिक में एमई की डिग्री प्राप्त कर चुके स्टूडेंट्स को ISRO में रिसर्च वर्क की जॉब भी मिल सकती है.
माइक्रो बायोलॉजी (career in microbiology after 12th)
यदि इस फील्ड में आप अपना करियर बनाना चाहते है तो आपको BSC in Life Science या BSC in Micro-Biology कोर्स करना होता है. इंडिया में साइंस स्ट्रीम से जुड़े ऐसे कई कॉलेजेस है जो यह कोर्स कराते है. इसमें आपके लिए मास्टर डिग्री और पीएचडी के भी ऑप्शन खुले हुए है.
(नोट: यह लेख आपकी जानकारी बढ़ाने के लिए साझा किया गया है. यदि इनमें से किसी भी कोर्स में एडमिशन लेने की प्लानिंग है तो किसी करियर काउंसलर की सलाह जरूर लें.)