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Amarnath Yatra: अमरनाथ कैसे जाएं, अमरनाथ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन और खर्च?

भारत में काफी सारे तीर्थ स्थल है और उन्हीं तीर्थ स्थल में से एक खास तीर्थ स्थल है अमरनाथ (Amarnath). यहां की यात्रा करने का कई लोगों का सपना होता है. अमरनाथ यात्रा (Amarnath yatra) के लिए हर साल रजिस्ट्रेशन होते हैं और जो लोग पूरी तरह फिट होते हैं उन्हें अमरनाथ यात्रा जाने की अनुमति मिल जाती है. अगर आप भी अमरनाथ की यात्रा करना चाहते हैं तो आपको पता होना चाहिए की अमरनाथ यात्रा पर कैसे जाते हैं? अमरनाथ कहाँ है? अमरनाथ जाने में कितना खर्च आता है? अमरनाथ जाने के लिए कैसे रजिस्ट्रेशन होता है?

अमरनाथ कहां है? (Where is amarnath temple?)

अमरनाथ यात्रा एक कठिन यात्रा है इसलिए हर साल इसके लिए कुछ खास यात्रियों को जाने की अनुमति मिलती है. अमरनाथ भारत में जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर के पास आता है. अमरनाथ जाने के लिए आपको श्रीनगर से पहलगाम या बालटाल तक जाना होता है. यहां से पैदल यात्रा करनी होती है. अमरनाथ एक गुफा है जिसमें हर साल प्राकृतिक रूप से बर्फ के शिवलिंग बनते हैं. इसी शिवलिंग के दर्शन करने के लिए हर साल लाखों श्रद्धालु जाते हैं.

अमरनाथ कैसे जाएं? (How to reach amarnath?)

अमरनाथ जाने के लिए आप अपने शहर से हवाई जहाज, ट्रेन, बस या फिर खुद के वाहन के का उपयोग कर सकते हैं. अगर आप हवाई जहाज के द्वारा आते हैं तो आपको श्रीनगर एयरपोर्ट पर उतरना होता है और यहां से बस या टैक्सी की मदद से पहलगाम या बालटाल तक जा सकते हैं.

अगर आप ट्रेन से आना चाहते हैं नजदीकी स्टेशन उधमपुर है. लेकिन अगर आपको यहां तक के लिए सीधे ट्रेन नहीं मिलती है तो आप अपने शहर से जम्मू यानि जम्मूतवी स्टेशन पर आ सकते हैं. यहां से दूसरी ट्रेन के जरिये ऊधमपुर जा सकते हैं. उधमपुर से पहलगाम करीब 217 किलोमीटर दूर है. अगर आप बस या खुद के वाहन से आना चाहते हैं तो आपको जम्मू के श्रीनगर में आना होगा. यहा से पहलगाम आकार आपको पैदल यात्रा करना होगा.

अमरनाथ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन (Amarnath yatra registration)

अमरनाथ यात्रा के लिए हर साल मार्च से अप्रैल में बैंक के माध्यम से पंजीकरण किए जाते हैं. यात्रा पंजीकरण पहले आओ पहले पाओ के आधार पर किया जाता है. इनके यात्रा की तारीख और परमिट बैंक शाखाओं द्वारा ही इशू किया जाता है.

– यात्रा में एक यात्रा परमिट केवल एक यात्री के पंजीकरण के लिए मान्य रहता है.
– यात्रा करने वाले की उम्र 13 से 75 वर्ष के बीच होनी चाहिए. अगर कोई स्त्री गर्भवती है तो उसे 6 सप्ताह से अधिक का गर्भ नहीं होना चाहिए.
– हर यात्री को आवेदन करने के लिए स्वस्थ्य प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना होता है. इसके लिए डॉक्टर की सूची इनकी वेबसाइट (http://www.jammu.com/shri-amarnath-yatra/latest-news.php#chc) पर उपलब्ध होती है.
– आवेदन पूरा हो जाने पर यात्री को यात्रा करने से पहले यात्रा परमिट की तारीख, क्रम याद रखना होता है. इसके अलावा उसे अपना नाम, पता, संपर्क और यात्रा की तारीख याद रखना होती है.

अमरनाथ यात्रा मार्ग (Amarnath yatra route)

अमरनाथ जाने के लिए दो मार्ग है.

1) अमरनाथ पहलगाम रूट (Amarnath pahlagam route)

अमरनाथ जाने का सबसे पुराना और एतिहासिक रूट पहलगाम वाला रूट है. ये थोड़ा लंबा है लेकिन सेफ रूट है. इससे अमरनाथ गुफा पहुंचने में 3 दिन का समय लगता है. इस मार्ग में पहला पड़ाव चन्दनवाडी आता है जो पहलगाम से 16 किलोमीटर दूर है यहां तक का रास्ता सपाट मैदान वाला है. इसके बाद चढ़ाई शुरू हो जाती है. इसके आगे का स्टॉप 3 किलोमीटर दूर पिस्सू टॉप है. तीसरा पड़ाव शेषनाग है जो पिस्सू टॉप से 9 किलोमीटर दूर है. इसके बाद पंचतरणी आता है जो शेषनाग से 14 किलोमीटर दूर है. पंचतरणी से अमरनाथ गुफा 6 किलोमीटर दूर रहती है. इस मार्ग से आपको पैदल 48 किलोमीटर की यात्रा करनी होती है.

2) अमरनाथ बालटाल रूट (Amarnath baltal route)

ये अमरनाथ गुफा तक पहुंचने कका सबसे छोटा मार्ग है. इसमें आपको 14 किलोमीटर ही चलना होता है. लेकिन ये रास्ता काफी कठिन है और सीधी चड़ाई वाला है. इस रूट से काफी कम लोग जाते हैं क्योंकि इतनी दूर सीधी चढ़ाई करना हर किसी के बस की बात नहीं है. लोग वापस आने के लिए इस मार्ग को चुनते हैं.

अमरनाथ यात्रा खर्च (Amarnath yatara expense)

अमरनाथ आने जाने का किराया आपके वाहन पर निर्भर करता है. अगर आप हवाईजहाज से आते हैं तो ज्यादा किराया लगता है, ट्रेन से आते हैं तो कम किराया लगता है. ये पूरी तरह आप पर निर्भर करता है की आप कैसे आना चाहते हैं. इसके अलावा आपके खाने-पीने का खर्च भी आप पर ही निर्भर करता है.

अमरनाथ यात्रा के दौरान जो खर्च होता है वो आपके पहलगाम से गुफा तक जाने में होता है. यहां पर आप कुली, खच्चर या पालकी चाहते हैं तो उसके लिए आपको पैसा खर्च करना पड़ सकता है.

कुली-1650 बालटाल से गुफा और वापसी के लिए खच्चर/घोड़ा-2800
गुफा और वापसी के लिए पालकी-8500
बालटाल से बारीमार्ग के लिए कुली-700
बालटाल से बारीमार्ग के लिए घोड़ा या खच्चर- 1000
बालटाल से संगम के लिए कुली- 1000
बालटाल से संगम के लिए घोड़ा या खच्चर- 1200
बालटाल से पंचतरणी के लिए कुली – 1200
बालटाल से पंचतरणी के लिए घोड़ा या खच्चर ; 14500

इसके अलावा आपके रात्रि विश्राम के लिए श्राइन बोर्ड 150 रुपये में फ्लोर पर चटाई, कंबल और एक तकिया उपलब्ध कराता है. इन सभी चीजों के लिए गुफा के पास पंचतरणी में 350 रुपये देने होते हैं.

इस तरह आप अमरनाथ की यात्रा कर सकते हैं और अपने लिए बजट बना सकते हैं. अमरनाथ की यात्रा एक कठिन यात्रा है इसलिए इस बात का ध्यान रखें की आप इसके लिए पूरी तरह फिट हो. अगर आपको सांस संबन्धित कोई समस्या है या चलने-फिरने में कोई दिक्कत है तो इस यात्रा पर न जाएं.

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