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सिरदर्द (headache) होना आम बात है सभी को होता है लेकिन सिरदर्द का माइग्रेन (migraine) में बदलना काफी चिंता का विषय होता है. आज दुनियाभर में कई लोग माइग्रेन के दर्द (migraine pain) से पीड़ित हैं और रोज, हफ्ते में या महीने में कई बार इसे झेलते हैं. हालांकि इसका इलाज है लेकिन आप इसे पूरी तरह कंट्रोल नहीं कर सकते. माइग्रेन क्या है (what is migraine), माइग्रेन के क्या लक्षण हैं (migraine symptoms), माइग्रेन का इलाज (migraine treatment), माइग्रेन के घरेलू उपाय (migraine home remedy) ये सारी जानकारी आप इस लेख में पढ़ेंगे.

माइग्रेन क्या है?

माइग्रेन (what is migraine?)एक प्रकार का सिरदर्द है. आमतौर पर आपको सिरदर्द (headache) होता है जो कुछ समय बाद दवाई लेने से या अन्य चीजों से चला जाता होगा लेकिन माइग्रेन एक ऐसा सिरदर्द है जो सामान्य सिरदर्द से ज्यादा दर्द देता है. माइग्रेन वो अवस्था है जब सिर में भयानक दर्द होता है जिसके कारण आपको चक्कर या उल्टी हो सकती है. माइग्रेन आपके सिर के एक तरफ या दोनों तरफ या बीच में हो सकता है.

माइग्रेन के लक्षण

माइग्रेन को पहचानने की जरूरत हैं क्योंकि कई बार हम यही सोचते रहते है की ये तो सामान्य सिरदर्द है और उसकी दवाई ले लेते हैं. फिर कुछ समय तक तो हमारा सिरदर्द ठीक हो जाता है लेकिन उसके बाद फिर से सिरदर्द होने लगता है. इसलिए माइग्रेन के लक्षण (migraine symptoms) को जानना जरूरी है. माइग्रेन के लक्षण निम्न हैं –

– सिर एक एक हिस्से में फड़कता हुआ तेज दर्द होना.
– माइग्रेन का दर्द होने पर व्यक्ति प्रकाश, ध्वनि के प्रति ज्यादा संवेदनशील हो जाता है. मतलब वो इनसे छिड़ने लगता है या उसे इनसे अजीब सा महसूस होने लगता है.
– माइग्रेन होने पर ऐसा लगता है जैसे कोई सुई या पिन चुभा रहा हो.
– माइग्रेन का दर्द होने अगर आप थके भी हो तो आपको अच्छे से नींद नहीं आती है.
– माइग्रेन का दर्द होने पर आँखों में दर्द हो सकता है जिसकी वजह से पलक झपकने में दिक्कत होती है.
– माइग्रेन का दर्द होने पर जी मचलना, उल्टी होना जैसी समस्या होती है.
– माइग्रेन का दर्द होने पर मूड स्विंग होता है.

माइग्रेन का कारण

माइग्रेन का इलाज (migraine treatment) कैसे किया जाए इससे पहले ये जानना जरूरी है की माइग्रेन होने का कारण (migraine cause) क्या होता है. माइग्रेन के कारण निम्न हैं –

– महिलाओं में होने वाले हार्मोनल परिवर्तन जैसे पीरियड्स, प्रेग्नेसी के कारण महिलाओं को सिरदर्द और माइग्रेन की समस्या हो सकती है.
– तनाव माइग्रेन और सिरदर्द होने का एक बहुत बड़ा कारण है. तनाव के दौरान दिमाग कुछ पदार्थ का स्त्राव करता है जिनसे माइग्रेन और सिरदर्द होता है.
– अगर आप बहुत ज्यादा कॉफी का सेवन करते हैं या फिर ऐसे पदार्थों का सेवन करते हैं जिनमे कैफीन की मात्र ज्यादा होती है और आप इसे अचानक से बंद कर देते हैं तो ये सिरदर्द और माइग्रेन का कारण बनते हैं.
– जब आप एक जगह से दूसरी जगह जाते हैं तो वातावरण परिवर्तन के कारण भी माइग्रेन होता है.

माइग्रेन व सिरदर्द से बचाव

माइग्रेन को पूरी तरह तो खत्म नहीं किया जा सकता लेकिन इसे काफी हद तक कम किया जा सकता है और इससे बचने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखा जा सकता है. माइग्रेन से बचाव (migraine prevention) के लिए निम्न बातों का ध्यान रखें.

– अगर आपको माइग्रेन है तो अपने भोजन में चॉकलेट, पनीर, कैफीन, शराब, खट्टे फल का सेवन कम करें.
– भोजन में हरी पत्तेदार सब्जियों को शामिल करें और भरपूर मात्र में पानी पीए.
– पर्याप्त नींद लें और तनाव से बचें या तनावमुक्त रहने की कोशिश करें.
– तनाव खत्म करने के लिए योगा, कसरत, मॉर्निंग वॉक, वर्कआउट तथा मेडिटेशन करें.
– बार-बार सिरदर्द की दवा का सेवन डॉक्टर से पूछे बिना न करें.
– आपको पहले से माइग्रेन है तो अत्यधिक रोशनी और शोर वाली जगह पर न जाएँ.

माइग्रेन घरेलू उपाय

माइग्रेन पुरुषों की तुलना में महिलाओं में ज्यादा देखने को मिलता है. कई बार महिलाएं घर के कामकाज में व्यस्त रहने के कारण इतना ध्यान नहीं दे पाती. माइग्रेन को कुछ घरेलू उपाय (migraine home remedy) द्वारा भी कंट्रोल में किया जा सकता है. माइग्रेन के घरेलू उपाय निम्न हैं.

– माइग्रेन कम करने के लिए एक बड़ी चम्मच नारियल तेल लें और उसे 10-15 मिनट अपने मुह में अपनी जीभ से घुमाये.
– अश्वगंधा की एक जड़ी लेकर आप उसे 5 मिनट दूध में उबालें और दूध को पीए. इससे माइग्रेन को कम किया जा सकता है.
– दिन में दो बार तुलसी की चाय में शहद मिलकर पीए. तुलसी दिमाग को शांत रखती है तथा तंत्रिका तंत्र पर प्रभाव डालती है.
– कुछ बर्फ के टुकड़े लें और उन्हें तौलिया में लपेटकर 10 मिनट तक अपने सिर पर रखें उसके बाद 10 मिनट के लिए अपनी गर्दन पर गरम पानी की सिकाई करें.
– एक गिलास गरम पानी में 2-3 बूंद लेवेंडर तेल मिलाएँ और उसका सेवन करें.

माइग्रेन होने पर या तेज सिरदर्द होने पर आप सिरदर्द की दवाइयों का सेवन कर सकते हैं लेकिन अगर इन दवाइयों से आपको राहत नहीं मिलती है तो आपको डॉक्टर की सलाह जरूर लेना चाहिए. डॉक्टर के परामर्श के अनुसार ही आपको दवाइयों का सेवन करना चाहिए.

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