कान का उपयोग तो हम सभी जानते हैं “इसका उपयोग सुनने के लिए किया जाता है. लेकिन इसके अलावा भी ये हमारे शरीर की कुछ चीजों को कंट्रोल करता है. अगर कान में कुछ भी गड़बड़ हो जाए तो इससे हमें बुखार तक आ जाता है क्योंकि इसका दर्द ही इतना तेज होता है. आपने ‘कान बहने’ (ear discharge) के बारे में तो सुना ही होगा जिसमें कान से तरल पदार्थ निकलता रहता है. कई लोग इसे नजर अंदाज कर देते हैं लेकिन ये आपके और आपके शरीर के लिए काफी हानिकारक हो सकता है.
कान का बहना (otorrhea)
कई बार कान से मवाद या खून बहता है और कुछ दिन बाद बंद हो जाता है. कई लोग इस समस्या यानि कान बहना को नजरअंदाज कर देते हैं और उस पर ध्यान नहीं देते लेकिन इस पर ध्यान देना जरूरी है क्योंकि ये आगे जाकर कान को खराब भी कर सकती है. आपकी सुनने की क्षमता में कमी या फिर समाप्त हो सकती है.
कान बहने के लक्षण (symptoms of ear discharge)
कान बहना एक गंभीर रोग है कई बार आपका कान सामान्य तरीकों से भी बहता है लेकिन आप इसके लक्षण को जान जाए तो आप इसे रोक सकते हैं साथ ही इसके परिणाम से भी बच सकते हैं. कान बहने के लक्षण में आपके कान से तरल पदार्थ बहता है. ये तरल पदार्थ मवाद या खून हो सकता है. ये पहले पतला होता है लेकिन समय के साथ-साथ गाड़ा होता जाता है. इसके अलावा निम्न लक्षण भी तरल पदार्थ के साथ शरीर में नजर आते हैं.
– कान में दर्द होना
– कान के दर्द के कारण बुखार का आना
– कान में खुजली होना
– चक्कर आना
– कान का बजना
– सुनाई देना बंद होना
कान बहने के कारण (reason of ear discharge)
कान का बहना यूं ही नहीं होता बल्कि इसके पीछे कुछ कारण छिपे होते हैं जिन्हें अगर आप जानते हैं तो हो सकता है की आप कान को बहाने से रोक लें या फिर इस रोग को होने ही ना दें. कान बहाने के कारण निम्न हैं.
– कान बहने का मुख्य कारण होता है जीवाणु या वायरल द्वारा कान के पर्दे का प्रभावित होना. इनके कारण आपके कान के पर्दे में खराबी आ जाती है जिससे आपका कान बहने लगता है.
– कई बार आप कान साफ करने के दौरान कुछ नुकीली चीजों का उपयोग करते हैं जिनके कारण आपके कान के पर्दे को हानि पहुचती है. इन चीजों से कान के पर्दे पर चोट लगती है और ये चोट है कान बहने का कारण बनती है.
– कान में पानी के जाने की वजह से भी कान बह सकता है. ये लक्षण खासतौर पर उन लोगों के लिए है जो स्विमिंग करते हैं. तैराकी के दौरान उनके कानों में पानी चला जाता है और कान में खुजली होने लगती है. कान में खुजली इनके लिए प्रारंभिक होती है लेकिन इसके बाद के नतीजे काफी खतरनाक होते हैं.
– अगर कभी आपके सिर में चोट लगी तो हो सकता है की आपका कान बहे क्योंकि कान सिर से जुड़े होते हैं ऐसे में सिर में फ्रेक्चर आने से आपके कानों को भी नुकसान पहुच सकता है.
कान बहने से बचाव (treatment for ear discharge)
आपका कान बहने का मुख्य कारण होता है संक्रमण इसलिए ऐसे लोगों से दूर रहे जो बीमार हैं.
बचपन में अपने शिशु को स्तनपान कराएं. माँ के दूध से बच्चों को कान के संक्रमण से सुरक्षा मिलती है क्योंकि इसमें एंटीबॉडी मौजूद होते हैं.
जब भी कान की सफाई करें तो उसमें नुकीली चीज ना डालें. इसके अलावा कोई भी ऐसी चीज के अंदर ना डालें जिनसे आपके कान में संक्रमण हो सके. किसी और के कान की सफाई के लिए इस्तेमाल की गई चीज का इस्तेमाल अपने कान के लिए बिलकुल भी ना करें.
अगर आप अत्यधिक शोर वाली जगह पर जा रहे हैं तो वहाँ आपको आपके कान बचाने की जरूरत होती है क्योंकि ये शोर अगर जरूरत से ज्यादा है तो ये आपके कानों को नुकसान पहुचा सकता है.
अगर आप तैराकी करते हैं तो आपको कानों को संक्रमित होने का खतरा सबसे ज्यादा रहता है. इसलिए जब भी आप स्विमिंग कर लें तो अपने कानों को अच्छी तरह सुखाएँ. आप एक तरफ सिर को झुकाकर कान का पानी निकालें और फिर उसे साफ करें और सुखाएँ.
कान बहने का इलाज (treatment for otorrhea)
अगर किसी व्यक्ति को कान बहने की समस्या है या फिर उसे लक्षण दिखाई दे रहे है तो उसे डॉक्टर को जरूर दिखाना चाहिए. पीड़ित को कान, नाक व गला विशेषज्ञ (ENT expert) को दिखाना चाहिए. इसके बाद उनके द्वारा बताए गए परामर्श को फॉलो करना चाहिए.
नोट: यह लेख आपकी जानकारी और जागरूकता बढ़ाने के लिए साझा किया गया है. यदि आप संबंधित बीमारी से ग्रस्त हैं अथवा बीमारी के लक्षण महसूस होते हैं तो अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें. बिना चिकित्सकीय सलाह के किसी भी तरह के उपाय ना करें और बीमारी को लेकर धारणा ना बनाएं. ऐसा करना सेहत के लिए नुकसानदायक है.