केंद्र सरकार ने जुलाई 2019 से ड्राइविंग लाइसेंस और व्हीकल रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट के कुछ नियमों में बदलाव कर दिए हैं. साथ ही इन डॉक्युमेंट्स को स्मार्ट कार्ड में बदलने का फैसला भी लिया है. सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में जुलाई से ड्राइविंग लाइसेंस और व्हीकल रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (RC) का कलर, डिजाइन एक से होंगे.
जोड़े जाएंगे सिक्योरिटी फीचर
जुलाई से ड्राइविंग लाइसेंस और व्हीकल रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (RC) में माइक्रोचिप, क्यूआर कोड के साथ ही इसमें नियर फील्ड फीचर (NFC) भी जोड़ा जाएगा. अभी तक यह दोनों फीचर केवल मेट्रो और एटीएम कार्ड में दिए जाते थे. इन फीचर के जुड़ने से ट्रैफिक पुलिस अपने पास मौजूद डिवाइस की सहायता से कार्ड में मौजूद जानकारी हासिल कर सकती है.
अब लाइसेंस में होंगी ड्राइवर से जुड़ी सभी जानकारी
अब तक ड्राइविंग लाइसेंस में चालक से जुड़ी सामान्य जानकारी ही आती थी, लेकिन अब नए डीएल में ड्राइवर से जुड़ी तमाम जानकारियां होंगी. ड्राइविंग लाइसेंस में यह भी दिया जाएगा कि क्या ड्राइवर ऑर्गन डोनर है या फिर वह कोई स्पेशल डिजाइन गाड़ी चलाता है.
20 रुपए का आएगा खर्च
नए ड्राइविंग लाइसेंस और आरसी में यह सभी फीचर होंगे लेकिन इसका खर्च 20 रुपए तक ही आएगा. एक आंकड़े के मुताबिक रोजाना देश में करीब 32 हजार ड्राइविंग लाइसेंस जारी और रिन्यू किए जाते हैं. वहीं रोजाना 43 हजार वाहन रजिस्टर्ड और री रजिस्टर्ड होते हैं.