बाॅलीवुड इंडस्ट्री से लेकर मराठी फिल्मों तक अपने अभिनय के झंडे गाड़ चुके नाना (विश्वनाथ) पाटेकर कुछ उन चुनिंदा अभिनेताओं में से हैं, जो किसी परिचय के मोहताज़ नहीं है. उन्होंने अपनी अदाकारी से दर्शकों के दिलों में जगह बनाई है. फिल्मों में वो जिस बेबाकी से बेहद जल्दबाजी में डायलॉग बोलते हैं, पसर्नल लाइफ में भी वो उतने ही स्पष्टवादी हैं. अभिनेता के अलावा उनकी छवि एक अच्छे समाज सेवक के रूप में भी है. इन दिनों नाना 10 साल पुराने एक मामले को लेकर चर्चा में हैं.
मराठी फिल्मों से शुरू किया करियर
नाना ने मराठी फिल्मों से अपने करियर की शुरूआत कर एक बेहतरीन अभिनेता की छाप मराठी सिनेमा में छोड़ी. आज भी वह मराठी सिनेमा को एक से एक उम्दा फिल्में देकर समृद्ध बना रहे हैं. आपला मानुष, नटसम्राट और अप्पा मराठी सिनेमा की वो सुपरहिट फिल्में हैं, जिनमे नाना ने अपने अभिनय का लौह मनवाया. इन फिल्मों ने आलोचकों को भी सराहाना करने पर मजबूर कर दिया. डाॅ प्रकाश बाबा आमटे-दी रियल हीरो भी ऐसी ही एक फिल्म है.
पर्दे पर हर किरदार में फिट
नाना किसी विशेष प्रकार की भूमिका में बंधकर नहीं रहे. उन्होंने जहां यशवंत में एक सख्त पुलिस वाले की भूमिका निभाई, तो वहीं दूसरी तरफ फिल्म वेलकम में शानदार कॉमेडी की. उनका अभिनय हीरो और विलेन दोनों में ही भूमिकाओं में फिट बैठता है. नाना एकलौते ऐसे अभिनेता हैं जिन्हे हीरो, विलेन और सपोर्टिंग एक्टर तीनों तरह की भूमिकाओं के लिए नेशनल अवाॅर्ड मिले हैं.
किसानों की मदद के लिए बढ़ाए हाथ
बतौर अभिनेता ही नहीं बल्कि गरीबों और किसानों की मदद के लिए भी वे हमेशा आगे आए. महाराष्ट्र के विदर्भ और मराठवाड़ा में जब सूखे का संकट गहराया तो कई किसानों ने आत्महत्या कर ली. ऐसे वक्त में नाना पाटेकर ने अपने स्तर पर ही किसानों की मदद करना शुरू की. जिसके बाद से कई और हस्तियां मदद के लिए सामने आयीं.
विवादों से भी रहा नाता
नाना पाटेकर की तुनक मिजाजी से पूरा बाॅलीवुड वाकिफ है. जिस तरह पर्दे पर नाना का गरम मिजाज देखने को मिलता है. वैसे ही असल जिंदगी में भी कई बार उनको देखा गया है. हाल के दिनों में नाना एक दशक पहले अभिने़त्री तनुश्री दत्ता के लगाए गए आरोपों को लेकर फिर से चर्चा में हैं. इस मामले में बाॅलीवुड इंडस्ट्री दो खेमों में बंट गई है. कुछ लोग नाना के सपोर्ट में हैं, तो कुछ उनका विरोध में कर रहे हैं. फ़िलहाल यह मामला कोर्ट में है.