लम्बी आयु पाना या सदैव जवान बने रहने का सपना हमेशा से ही मानव की आँखों में बसा रहा है. इंसान लम्बी उम्र जीवन के रहस्य जानने के लिए भी प्रयास करता रहा है. दुनिया भर में लॉन्ग लाइफ का राज जानने रिसर्च चलती रहती हैं. वैसे सुधरी हुई लाइफ स्टाइल और संतुलित खान पान स्वस्थ व लम्बे जीवन के मूल मंत्र हैं.
साइंटिस्ट कर रहे हैं रिसर्च
हमें अक्सर मिडिया रिपोर्ट्स से दुनिया के किसी कौने में 100 वर्ष से अधिक उम्र वाले व्यक्ति के शादी रचने की न्यूज़ मिलती है, तो कहीं केवल 25-30 वर्ष की आयु में दिल का दौरा पड़ने से किसी की मौत की खबर मिलती है.
कम उम्र में किसी की मौत होने के तो कई कारण हम सभी को मालूम हैं, लेकिन स्वास्थ्य व लम्बी उम्र पाने के राज बहुत कम लोग जानते हैं. साइंटिस्ट विश्व भर में जिन स्थानों के नागरिकों की आयु दूसरे लोगों की तुलना में अपेक्षाकृत लम्बी होती है, उन पर रिसर्च कर रहे हैं.
जापानियों की उम्र होती है लम्बी
जापान में पुरुषों की औसत उम्र 80 और महिलाओं की 86 साल तक होती है. जापानियों की लम्बी जिंदगी का राज उनकी डाइट और लाइफ स्टाइल के पीछे छिपा होता है. इसके अलावा वह अपनी जिंदगी को लेकर बेहद सकारात्मक रवैया भी रखते है.
जापानी एलोपैथिक दवाओं की जगह बीमारी से लड़ने के लिए जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल करते है. आमतौर पर जापानी नशे की लत से भी दूर रहते है. इसके अलावा उनको सफाई भी बेहद पसंद होती है.
ऐसे पाएं स्वस्थ और लम्बा जीवन
स्वच्छ हवा और सूर्य का प्रकाश हमारे शरीर के लिए बेहद जरूरी है. इसलिए खिड़की व दरवाजों को सुबह के समय खलकर रखें, ताकि प्रकृति के ये दोनों उपहार अंदर आ सकें. कुछ समय घर से प्रकृति के बीच जरूर बिताएं.
मानसिक तनाव व शारीरिक श्रम के लिए रोजाना कुछ समय खेलकूद व मनोरंजन के लिए भी निकालें. संभव हो तो रात को बाहर ही सोएं. सदैव गहरी सांस लें,जिससे फेफड़े स्वस्थ रहते हैं.
खान-पान रखें संतुलित
अतिरिक्त भोजन न करें. भोजन धीरे-धीरे व अच्छी तरह से चबाकर करें. कब्ज की समस्या से बचने के लिए रोजाना शौच जाएं. सीधे बैठें और सीधे खड़े हों साथ ही हमेशा तन कर चलें. अपने दांत और जीभ को नियम से प्रतिदिन सुबह व शाम दो बार साफ करें.
यथासंभव जहरीले पदार्थों व बीमारी पैदा करने वाले कीटाणुओं से दूर रहें. अपनी क्षमता से अधिक कार्य न करें और थकान होने पर थोड़ा आराम करें. शरीर की आवश्यकतानुसार करीब 7 से 9 घंटे की नींद अवश्य लें.
(नोट : यह लेख आपकी जागरूकता, सतर्कता और समझ बढ़ाने के लिए साझा किया गया है. यदि किसी बीमारी के पेशेंट हैं तो अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें.)