शादी के बाद हर दंपती की चाहत होती है कि खुश रहें और सफल रहें. मैरिड लाइफ में इस इच्छा को पूरा करने के लिए दोनों में कुछ त्याग की भावना का होना, एक दूसरे के इमोशंस को समझना जरूरी होता है. यदि एक दूसरे की भावनाओं को समझ कर सम्मान किया जाए तो गृहस्थी की नींव पक्की रहती है. खुशियां ढूंढने के लिए दोनों को प्रयास करना पड़ता है. आइए आपको बताते हैं मैरिड लाइफ को सफल और खुशनुमा बनाने के लिए क्या करना जरूरी है.
पत्नी के लिए जरूरी हैं इन बातों का ध्यान
पति के दफ्तर जाते समय उन्हें यह कहना न भूलें कि, ‘टाइम पर घर आइएगा. मैं आपका इंतजार करुंगी.’ ऐसा कहने से पति को अपनी इंपॉर्टेंस पता चलती है.
पत्नी को चाहिए कि पति के बर्थ डे को याद रखे और उन्हें विश करें और जताएं कि ‘वो‘ आपके लिए विशेष हैं. उन्हें गिफ्ट देना भी न भूलें
पति की मनपसंद चीज़ कभी-कभी खरीद कर उन्हें देती रहें ताकि उन्हें अच्छा लगे.
पति को अच्छा लगता है कि पत्नी पति का एक बच्चे की तरह ख्याल रखे और उसकी जरूरत की सभी चीजें उसके हाथ में दें.
पति के खाने-पीने का पूरा ध्यान रखें. सप्ताह में कम से कम एक बार उनकी पसंद का खाना बनाएं और प्यार से परोसें. उनकी नापसंद चीज़ न बनाएं और खाने की जि़द्द न करें.
टिफिन को साफ सुथरे तरीके से सजा कर पैक करें ताकि खाना खाते समय वे आप को याद किए बिना न रह पाएं.
यदि आप हाउस वाइफ हैं तो खाने से कुछ पहले या बाद में फोन कर पूछ लें कि खाना खाया है या नहीं. कामकाजी हैं तो समय निकाल कर फोन पर बात करें.
पत्नी को चाहिए कि अपने माता-पिता, बहन भाइयों के बीच पति का मज़ाक न उड़ाएं बल्कि उन्हें पूरा सम्मान दें ताकि परिवार के सदस्य भी उन्हें यथोचित सम्मान दें.
‘मैं तुमसे बहुत प्यार करती हूं‘, ऐसा बातों से ज़ाहिर करें.
पत्नी को चाहिए कि पति के परिवार के सदस्यों का सम्मान करे और उनके दोषों को बहुत अधिक उजागर न करें.
पति के परेशान होने पर उसका मनोबल बढ़ाएं और सहयोग दें.
मैरिड लाइफ में दोनों ही पार्टनर के लिए जरूरी है कि एक संतुलन लाइफ में बनाएं रखें. इसलिए पति के लिए भी जरूरी है कि वह पत्नी का ध्यान रखें. आइए जानते हैं पति की अपनी वाइफ के प्रति क्या ड्यूटी होनी चाहिए.
पति को केवल फिजिकल ही नहीं बल्कि मेंटली भी प्यार करें.
अपनी वाइफ को कभी-कभी पसंद का गिफ्ट दें. कई बार सरप्राइज पार्टी प्लान कर सकते हैं.
पत्नी की कोई शिकायत है तो प्यार और धैर्य से सुनें. बिना बात सुने डांटें नहीं.
फैमिली के बीच पत्नी सम्मान करें ताकि दूसरे सदस्य भी उनकी रिस्पेक्ट कर सकें. ध्यान रखें यदि आप पत्नी की शिकायतों का पुलिन्दा खोलेंगे तो बाकी लोग भी उसकी कमियां ढूंढकर आपको बहकाएंगे.
बाहर जाने से पहले या किसी प्रोग्राम पर जाने से पहले सलाह कर लें और समय निश्चित कर लें.
अकेले बाहर जा रहे हों तो अपनी वाइफ को जरूर बताएं.
दोस्तों, रिश्तेदारों को बिना सूचना के घर पर खाने के लिए न बुलाएं. यदि ऐसा कर रहे हैं तो बाहर से ऑर्डर कर वाइफ को सपोर्ट करें.
घर के काम और बच्चों की जिम्मेदारी केवल पत्नी की ही नहीं ये आपकी भी उतनी ही है. छुट्टी के दिन बच्चों के होमवर्क वगैरह पर ध्यान दें. उनका रिपोर्ट कार्ड देखकर उनसे पढ़ाई के बारे में बात करें.
पत्नी की हल्की-फुल्की हेल्प करते रहें ताकि वह गृहस्थ जीवन को बोझ न समझे.
अगर कभी वाइफ मानसिक रूप से परेशान हों तो उसकी परेशानी को प्यार से जानने का प्रयास करें और उसे स्थिति से उबारने का प्रयास करें. उसका हौंसला बढ़ाएं.
पत्नी के दुःख सुख में उसे पूरा सहयोग दें. हो सके तो ऑफिस से ऑफ लेकर उसका ख्याल रखें. यह मत सोचें कि फैमिली के दूसरे मेंबर्स घर पर हैं. ध्यान रखें वाइफ को सबसे ज्यादा सपोर्ट आपके होने से ही मिलता है.
छोटे-मोटे झगड़े के बीच अपनी गलती का अहसास करें. अपने ईगो को आड़े न आने दें. कभी-कभी अपनी गलती के लिए ‘सॉरी‘ बोलने से कतराएं नहीं.
पत्नी की पसंद-नापसंद का भी ध्यान रखें. बाजार से उसकी पसंद का कुछ खाने को लाते रहें.
वाइफ को घुमाने ले जाते रहें. उसके मायके जाने पर अधिक रोक टोक न लगाएं.
माह में एक बार आउटिंग पर ले जाएं और उसकी पसंद का लंच या डिनर प्लान करें. फिल्म, पिकनिक जैसी ट्रिप लाइफ को एंजॉयमेंट से भर देगी.
सेक्स लाइफ को लेकर वाइफ की इच्छा का भी ध्यान रखें. अपनी इच्छाएं जबरदस्ती उस पर न लादें.
पति को चाहिए कि वाइफ के पहनावे पर ध्यान दे. उसकी उपेक्षा न करें. अच्छी लगने पर उसकी तारीफ करना न भूलें.
पत्नी से प्यार भरी बातें करें. उसे यह अहसास करवाएं कि वह आपके कितने करीब है और उसकी प्रेजेन्स आपको अच्छी लगती है.
इस प्रकार पति पत्नी दोनों प्रयास करें कि हमें एक दूसरे के साथ खुशीपूर्वक रहना है, बस आवश्यकता है थोड़ी सी समझदारी की.