आलू- आलू सभी सब्जियों का राजा माना जाता है. इसका प्रयोग किसी भी सब्जी में मिलाकर उसके स्वाद को और स्वादिष्ट बनाता है. कम मात्रा में अगर सब्जी को और स्वादिष्ट बनाता है. कम मात्रा में अगर सब्जी हो तो उसे बढ़ाने में भी मदद करता है. वैसे तो आलू स्टार्च से भरपूर होता है, पर इसमें प्रोटीन की भी सही मात्रा होती है. आलू में विटामिन बी की मात्रा होती है, जो शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करती है. इसमें फाइटोकैमिकल्स भी होते हैं.
मशरूम- मशरूम में प्रोटीन, फाइबर की मात्रा काफी होती है पर कैलोरी कम होती है. मशरूम हार्ट के लिए बेस्ट होता है, इसके नियमित सेवन से कोलेस्ट्राल कंट्रोल रहता हे. डायबिटिक के लिए भी मशरूम का सेवन लाभप्रद होता है. मशरूम में विटामिन बी-2, बी-3 भी काफी मात्रा में होता है, जो शरीर के मेटाबॉलिज्म को सुधारता है.
ब्रोकली- ब्रोकली में प्रोटीन के अलावा फाइबर की मात्रा भी होती है, और कैलोरी की मात्रा कम होती है. ब्रोकली हमारे शरीर के इम्यून सिस्टम को दुरूस्त रखती है. ब्रोकली शरीर के इम्यून सिस्टम को दुरूस्त रखती है. ब्रोकली में जिंक, बीटा केरोटिन व सेलोनियम की मात्रा प्रचुर होती है. यह विटामिन ए और सी का अच्छा सोर्स भी है.
चुकंदर – चुकंदर भी प्रोटीन का अच्छा सोर्स है. यह कोलेस्ट्राल को कंट्रोल रखने में मदद करता है और सूजन व दर्द में भी राहत दिलाता हे. चुकंदर में बेटानिन एंटी आक्सीडेंट पाया जाता है.
पालक- पालक में प्रोटीन और फाइबर की प्रचुर मात्रा होती है. कैलोरी की मात्रा कम होती है. पालक में प्रोटीन के अलावा कैल्शियम, पोटेशियम व बीटा केरोटीन जैसे पोषक तत्व होते हैं, जो हमारे शरीर को स्वस्थ रखते हैं. पालक का सूप और रस भी सेहत के लिए अच्छा होता है.
मटर- मटर प्रोटीन से भरपूर होते हैं और फाइबर भी खूब होता है. मटर में प्रोटीन के अतिरिक्त पोटेशियम, मैग्नीशियम दोनों प्रचुर मात्रा में होते हैं. ये दोनों खनिज शरीर के लिए लाभप्रद होते हैं. मटर में विटामिन सी भी होता है.
बंदगोभी- बंदगोभी में एंटीआक्सीडेंट की भरपूर मात्रा होने के कारण हमारे शरीर से विषैले तत्व बाहर निकलने में मदद मिलती है. बंदगोभी में प्रोटीन के अतिरिक्त फाइबर भी खूब होता है. बंदगोभी के नियमित सेवन से शरीर में सूजन और दर्द दूर करने में मदद मिलती है.
भिंडी- भिंडी में मौजूद फाइबर कब्ज दूर करने में मदद करता है. भिंडी में प्रोटीन के अतिरिक्त विटामिन बी और सी पर्याप्त मात्रा में होता है.
फ्रेंच बींस- सभी तरह की बींस में प्रोटीन की प्रचुर मात्रा होती है. बींस में फाइबर की मात्रा भी पर्याप्त होती है. फ्रेंच बींस में विटामिन सी, फेनोलिक एसिड व एंटी आक्सीडेंट होने के कारण शरीर को रोगों से दूर रखने में मदद मिलती है.
इसके अतिरिक्त लोबिया, सूखे मेवे, सोयाबीन, टोफू, डेयरी प्राडक्टस का सेवन नियमित करें. ध्यान रखें प्रोटीन की अधिकता किडनी, लिवर व बड़ी आंत पर जोर डालती है. रात्रि में प्रोटीन का सेवन कम से कम करें.