Cervical Cancer: मॉडल और एक्ट्रेस पूनम पांडे की सर्वाइकल कैंसर से जंग हार गईं. उनकी टीम ने शुक्रवार सुबह अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक पोस्ट के जरिए अपने प्रशंसकों को इसकी जानकारी दी. आंकड़े बताते हैं कि सर्वाइकल कैंसर 15 से 44 वर्ष की आयु की भारतीय महिलाओं में कैंसर से होने वाली मौतों का दूसरा सबसे आम कारण बनकर उभरा है. अगर समय पर इलाज शुरू कर दिया जाए तो यह बीमारी ठीक हो सकती है.
भारत में इस कैंसर के चिंताजनक आंकड़े
भारत में सर्वाइकल कैंसर के लगभग 1,22,000 नए मामले सामने आए हैं, जिनमें से लगभग 67,500 महिलाएं हैं. सभी मौतों में से 11.1 प्रतिशत मौतें सर्वाइकल कैंसर से होती हैं. स्थिति इस तथ्य से और भी बदतर हो गई है कि देश में केवल 3.1 प्रतिशत महिलाएं ही इस स्थिति के लिए परीक्षण कराती हैं, जिससे बाकी महिलाएं जोखिम में रहती हैं.
क्या है सर्वाइकल कैंसर
सर्वाइकल कैंसर गर्भाशय ग्रीवा की परत यानी गर्भाशय के निचले हिस्से को प्रभावित करता है. गर्भाशय ग्रीवा में दो प्रकार की कोशिकाएँ होती हैं – स्क्वैमस या चपटी कोशिकाएँ और स्तंभ कोशिकाएँ. गर्भाशय का वह क्षेत्र जहां एक प्रकार की कोशिका दूसरे प्रकार की कोशिका में परिवर्तित होती है, स्क्वैमो-कॉलमनार जंक्शन कहलाता है. यह वह क्षेत्र है जहां कैंसर होने की सबसे अधिक संभावना है. सर्वाइकल कैंसर धीरे-धीरे विकसित होता है और समय के साथ पूर्ण रूप से विकसित हो जाता है.
बजट में सर्वाइकल कैंसर टीकाकरण को लेकर की यह घोषणा
हाल ही में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट भाषण के दौरान सर्वाइकल कैंसर टीकाकरण को लेकर अहम घोषणा की थी. आपको बता दें कि सरकार द्वारा यह टीकाकरण अभियान 9 से 14 साल तक की लड़कियों के लिए शुरू किया जाएगा और इन लड़कियों को यह टीका मुफ्त में दिया जाएगा.