Wed. Nov 20th, 2024

Online Fraud: जैसा कि आप जानते हैं कि आजकल साइबर फ्रॉड बढ़ता जा रहा है. हर दिन कोई न कोई इसका शिकार बन रहा है. जिसमें हैकर्स पलक झपकते ही लोगों के बैंक खाते खाली कर देते हैं.

बता दें कि अब सरकार ने साइबर फ्रॉड को रोकने के लिए कड़ा कदम उठाया है और गृह मंत्रालय ने यह कदम उठाते हुए लोगों को राहत देने के लिए एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया है. शिकायत दर्ज करने के बाद आपको अपने द्वारा की गई धोखाधड़ी की रिपोर्ट करनी होगी. जिसके बाद साइबर क्राइम सेल उस पर कार्रवाई करेगी और फिर आपको आपका पैसा वापस मिल जाएगा, तो आइए जानते हैं वह हेल्पलाइन नंबर क्या है?

Fraud alert! Gurugram woman loses ₹76 lakh in app-based movie rating scam |  Mint

हेल्पलाइन नंबर

बता दें कि अगर आपको भी पता है कि आप किसी तरह के साइबर फ्रॉड का शिकार हैं तो आपको इस नंबर पर संपर्क करना चाहिए. क्योंकि कई बार हम अनजान लिंक पर क्लिक करके धोखाधड़ी का शिकार हो जाते हैं. इसके अलावा हैकर्स यूपीआई लिंक पर क्लिक करके भी बैंक अकाउंट हैक कर लेते हैं. इसलिए गृह मंत्रालय ने एक हेल्पलाइन नंबर 1930 जारी किया है. यह हेल्पलाइन नंबर नेशनल साइबर क्राइम सेल द्वारा जारी किया गया है. इस पर आपको अपना मोबाइल नंबर, नाम, व्यापारी का नाम आदि की जानकारी देनी होगी.

Online Fraud: Fell victim to cybercrime? Here's where you can report it |  Zee Business

बताया जा रहा है कि डेबिट कार्ड या क्रेडिट कार्ड के जरिए धोखाधड़ी होने पर आपको कार्ड नंबर, ट्रांजेक्शन का स्क्रीन शॉट या धोखाधड़ी से जुड़ा कोई दस्तावेज देना होगा. यह सारी जानकारी देने के बाद आपके फोन और ई-मेल सिस्टम पर एक लॉग-इन आईडी या रसीद नंबर भेजा जाएगा.

एक बार शिकायत दर्ज होने के बाद उस पर कार्रवाई शुरू हो जाती है. और इस हेल्पलाइन के जरिए अब तक करोड़ों धोखाधड़ी पीड़ितों को उनके पैसे वापस मिल चुके हैं. इस नंबर के जरिए आपसे बैंक से जुड़ी कोई भी निजी जानकारी नहीं मांगी जाती है.

Online Fraud: त्योहारों में बचें साइबर ठगी से, यहां जानिए किन परिस्थितियों  में आपका पैसा मिल सकता है वापस... - Online Fraud Know here under which  circumstances you can get your money

साइबर फ्रॉड से कैसे बचें

  • आपको कभी भी हर शॉपिंग वेबसाइट पर अपने बैंक खाते की जानकारी नहीं देनी चाहिए. ऐसे में अगर आप ऑनलाइन शॉपिंग करना चाहते हैं तो वेबसाइट्स पर अपने कार्ड की डिटेल्स डालें.
  • इसके अतिरिक्त, आपको अपना पासवर्ड समय-समय पर बदलते रहना चाहिए. मान लीजिए कि आपको इसके लिए एक यूनिक पासवर्ड सेट करना चाहिए. क्योंकि यह पासवर्ड आपके अकाउंट को और भी सुरक्षित बनाता है.
  • अगर आपके पास कस्टमर केयर के नाम से कॉल आती है तो आपको उन्हें कभी भी ओटीपी, बैंक अकाउंट, डेबिट क्रेडिट कार्ड आदि जैसी कोई जानकारी नहीं देनी चाहिए. ये स्कैम कॉल भी हो सकते हैं.
  • आपको कभी भी अपने कार्ड का पिन या ओटीपी किसी के साथ साझा नहीं करना चाहिए. कई बार लोग अपना पिन शेयर कर देते हैं जिसके बाद उनके साथ धोखाधड़ी हो जाती है.
  • फ़ोन पर अज्ञात लिंक वाले विभिन्न संदेश प्राप्त होते हैं. आपको उन लिंक्स पर कभी भी क्लिक नहीं करना चाहिए. यह एक फ़िशिंग लिंक भी हो सकता है.
  • आपको सभी खातों को UPI ऐप्स से लिंक नहीं करना चाहिए. आप बस एक खाते को लिंक करें और उसमें एक निश्चित राशि रखें. अगर आप यूपीआई ऐप्स में अकाउंट की सारी जानकारी देते हैं तो इससे धोखाधड़ी की संभावना बढ़ सकती है.

Related Post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *