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best place for pind daan

श्राद्ध पक्ष में पितृ शांति के लिए तर्पण एवं पिंड दान किया जाता है लेकिन वेदों के अनुसार पिंडदान को किसी पवित्र नदी के किनारे किसी ब्राहमण द्वारा ही कराया जाना चाहिए. भारत में पितृ पक्ष के दौरान पिंडदान एवं तर्पण के लिए 7 पवित्र जगह है, (Best Place for Pind Daan) जहां आप श्राद्ध पक्ष के दौरान अपने पितृ की शांति के लिए पिंडदान कर सकते हैं.

 1) गया में पिंड दान महत्व (Pind Daan in Gaya) 

गरुण पुराण में गया में किये गए पिंड दान का विशेष महत्व है. कहा जाता है कि यहां पर किया गया पिंड दान 108 कुल और 7 पीढ़ियों का उद्धार करता है. यहां पिंडदान (Best Place for Pind Daan) करने से पितृ को स्वर्ग की प्राप्ति होती है. 

भगवान राम और सीता ने गया जी में ही अपने पिता दशरथ का पिंडदान किया था. इसे पितृ तीर्थ भी कहा गया है क्योंकि यहाँ पितृ देवता श्री हरि भगवान विष्णु स्वयं मौजूद हैं. गया जी में फल्गु नदी है जिसे निरंजना के नाम से भी पुकार जाता है.   

गया जी बिहार का एक का एक महत्वपूर्ण स्थान है जिसे बोधगया कहते हैं. यह स्थान बौद्ध धर्म से तो जुड़ा हुआ है ही साथ ही हिन्दू धर्म में भी यहां पिंड दान करने का विशेष महत्व है.  

2) हरिद्वार में पिंडदान का महत्व (Pind Daan in Haridwar)  

हरिद्वार को भारत का सबसे पवित्र तीर्थ स्थल कहा गया है. यहां पवित्र गंगा नदी के किनारे पिंडदान और श्राद्ध करने का विशेष महत्व है. कहा जाता है कि गंगा नदी में स्नान करने से सभी पाप धुल जाते हैं और यहां पिंड दान करने से पितृ की आत्मा को स्थाई शांति मिलती है. 

ऐसा माना जाता है कि हरिद्वार के नारायणी शिला पर तर्पण करने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है. (Best Place for Pind Daan) पुराणों में भी इसी बात का जिक्र किया गया है.  

3) उज्जैन में पिंडदान का महत्व (Pind Daan in Ujjain)  

मध्य प्रदेश में शिप्रा के किनारे बसा उज्जैन श्राद्ध तर्पण और पिंड दान के लिए महत्वपूर्ण स्थान है. यहां पर किये गए पिंडदान से पितृ बेहद प्रसन्न होते हैं. अमावस्या के दिन यहां पर पिंडदान करने से गया जी के बराबर पुण्य मिलता है. स्कन्द पुराण में उज्जैन के रामघाट पर पिंडदान करने का उल्लेख है. 

4) प्रयागराज में पिंडदान का महत्व (Pind Daan in Prayagraj) 

गंगा यमुना सरस्वती के पवित्र संगम के किनारे बसा पवित्र शहर प्रयागराज भी पिंडदान करने के इए महत्वपूर्ण स्थान है. माना जाता है कि यहां पर पिंडदान करने से (Best Place for Pind Daan) मृत्यु के बाद एक आत्मा को जिन कष्ट से गुजरना पड़ता है वो सभी कष्ट दूर हो जाते हैं.  

5) अयोध्या में पिंडदान का महत्व (Pind Daan in ayodhya)  

सरयू नदी के किनारे बसा अयोध्या शहर में पिंडदान करने के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान है. यहां लोग ब्राहमण की उपस्थिति में पिंड दान करते हैं. यही पर भगवान राम ने लक्ष्मण की मृत्यु के बाद उनका पिंडदान सरयू नदी के किनारे किया था.  

6) काशी में पिंडदान का महत्व (Pind Daan in Kashi)  

काशी जिसे मोक्ष नगरी कहा जाता है, यहां पिंडदान करने का विशेष महत्व है. काशी में लोग मोक्ष के लिए आते हैं लेकिन यदि किसी व्यक्ति की मृत्यु काशी में नहीं होती है (Best Place for Pind Daan) तो उसका पिंडदान काशी में करके भी उसे मोक्ष की प्राप्ति हो सकती है.  

7) बद्रीनाथ में पिंडदान का महत्व (Pind Daan in Badrinath) 

अलकनंदा नदी के किनारे बसा हुआ प्रमुख धार्मिक नगर बद्रीनाथ में भी पिंडदान करने का विशेष महत्व बताया गया है. बद्रीनाथ मंदिर से करीब 200 मीटर दूर अलकनंदा नदी के किनारे ब्रह्मकपाल तीर्थ को तर्पण और पिंडदान करने के लिए महत्वपूर्ण स्थान बताया गया है. यहां पर पिंडदान करने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है. 

पितरों की शांति के लिए आप इन 7 स्थान पर श्राद्ध पक्ष में तर्पण या पिंडदान कर सकते हैं. यहां पर पिंड दान करने से आपके पितरों को मोक्ष मिलेगा तथा उनकी आत्मा को शांति मिलेगी.  

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By पंडित नितिन कुमार व्यास

ज्योतिषाचार्य पंडित नितिन कुमार व्यास मध्य प्रदेश के बुरहानपुर में रहते हैं. वे पिछले 35 सालों से ज्योतिष संबंधी परामर्श और सेवाएं दे रहे हैं.

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