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CBI क्या है, सीबीआई किन केस की जांच करती है और कैसे काम करती है? 

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सीबीआई का नाम आप आए दिन खबरों में सुनते होंगे. CBI का नाम किसी केस की जांच को लेकर ही सामने आता है. काफी सारे केस में सीबीआई जांच करवाने की डिमांड की जाती है. CBI एक स्वतंत्र जांच संस्था है जो अपराध से जुड़े मामलों की जांच करती है. लेकिन इसका काम करने का तरीका अलग होता है.  

 सीबीआई क्या है? (What is CBI?) 

सीबीआई भारत सरकार की एक प्रमुख जांच एजेंसी है. सीबीआई आपराधिक एवं राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मामलों की जांच करने का कार्य करती है. हालांकि ये कार्य सीबीआई केंद्र सरकार या कोर्ट के आदेश पर करती है. यह एक स्वायत्त संस्था है.  

आपने देखा होगा कि देश में जो हाई प्रोफाइल केस होते हैं उनमें जांच का कार्य सीबीआई को सौंपा जाता है ताकि उस केस की छानबीन अच्छे से हो सके. सीबीआई जांच के दौरान लोकल पुलिस या फिर किसी भी संस्था की मदद बिना किसी रोकटोक ले सकती है.   

सीबीआई का पूरा नाम क्या है? (CBI Full Form)

सीबीआई का पूरा नाम केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (Central Investigation Beuro) है.  

सीबीआई की स्थापना कब हुई थी? (CBI Established in Which Year?) 

सीबीआई आजादी के बाद की नहीं बल्कि आजादी से पहले की जांच एजेंसी है. इसकी जरूरत द्वितीय विश्वयुद्ध की शुरुआत में पड़ी. उस समय ब्रिटिश सरकार के खर्चों में तेजी से बढ़ोतरी हुई. इसकी वजह से देश में भ्रष्टाचार तेजी से बढ़ने लगा.  

उस समय स्थानीय पुलिस इन सभी मामलों की जांच करने में सक्षम नहीं थी. इसलिए साल 1941 में एक विशेष पुलिस की स्थापना (Special Police Establishment) की गई जो इस तरह के मामलों की जांच कर सके. इसके बाद जब युद्ध समाप्त हो गया तब साल 1946 में दिल्ली विशेष पुलिस स्थापना अधिनियम अस्तित्व में आया. 

इस अधिनियम के जरिए SPE का सारा काम गृह विभाग को हस्तांतरित कर दिया गया. इसके कार्यों में भारत सरकार के सभी विभाग को शामिल कर दिया गया.  साल 1963 में इसका नाम बदलकर केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो रखा गया.  तब से अभी तक ये CBI के रूप में काम कर रहा है.  

सीबीआई किन मामलों की जांच करती है? (CBI Cases in India) 

शुरुआत में CBI दो तरह के मामलों की जांच करती थी. एक सामान्य अपराध होते थे और दूसरे आर्थिक अपराध होते थे. मतलब हत्या से लेकर पैसों की कालाबाजारी तक सबकुछ CBI के कंट्रोल में था. CBI इनमे से किसी की भी जांच कर सकता था. 

अब CBI केंद्र शशित प्रदेशों में हो रहे अपराधों की जांच सीधे तौर पर कर सकती है. इसके अलावा केंद्र सरकार से जुड़े उपक्रमों में घोटाला होने या गड़बड़ी पाए जाने पर जांच सीबीआई कर सकती है. सरकार द्वारा यदि कोई घोटाला किया जा रहा है तो उसकी जांच भी सीबीआई कर सकती है.  सीबीआई आमतौर पर हाई प्रोफाइल क्राइम केस पर भी जांच का काम करती है.  

सीबीआई कैसे काम करती है? (How CBI Works in India?) 

सीबीआई कई तरह के केस की जांच करती है. लेकिन इसका काम करने का तरीका पुलिस विभाग से अलग होता है. किसी भी क्राइम के होने के बाद पुलिस विभाग में रिपोर्ट दर्ज होती है और पुलिस उस केस को सॉल्व करने की कोशिश करती है. 

कई मामलों में पुलिस के द्वारा की गई खोजबीन संतोषजनक नहीं रहती है. जिसके चलते कोर्ट सीबीआई को जांच का आदेश देती है ताकि सीबीआई उसे जल्द से जल्द हल कर सके.

कोर्ट के अलावा कोई राज्य सरकार या केंद्र सरकार भी सीबीआई को किसी केस की जांच करने के आदेश दे सकती है.  

सरकारी उपक्रमों की जांच करने का कार्य सीबीआई किसी व्यक्ति या संस्था की शिकायत के बाद कर सकती है. जैसे हाल ही में दिल्ली के उपराज्यपाल ने CBI को शिकायत की कि मनीष सिसोदिया द्वारा शराब घोटाला किया गया है. जिसके बाद ED और CBI ने जांच करना शुरू किया. 

CBI को अधिकतर क्राइम के मामले में जांच करते हुए अधिक देखा गया है. सीबीआई के पास पुलिस से एक्सपर्ट और अनुभवी लोग होते हैं जो केस को अलग-अलग पहलू से देखते हैं. आपने फिल्मों में भी देखा होगा कि पुलिस के हाथ से केस सीबीआई के हाथ में जाने पर किस तरह सॉल्व हो जाता है.  

सीबीआई को एक स्वायत्त संस्था कहा जाता है. लेकिन सुप्रीम कोर्ट अपनी एक टिप्पणी में इसे ‘पिंजरे में बंद तोता’ बता चुका है.  CBI पर आए दिन ये आरोप लगता है कि सरकार अपने विरोधियों को चुप कराने के लिए उन पर सीबीआई का दुरुपयोग करती है. 

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