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QUAD Summit 2022 in Hindi: चार देशों की मीटिंग से चीन को क्यों ऐतराज?

QUAD KYA HAI

QUAD Summit 2022 जापान के टोक्यो शहर में आयोजित की गई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इसमें भाग लिया. वहीं चीन ने इस पर असहमति जताई. QUAD एक ऐसा समूह है (QUAD Kya hai?)  जिस पर चीन ने कभी भी अपनी सहमति नहीं दी और न ही चीन ने इसे गंभीरता से लिया. लेकिन अमेरिका ने इसे काफी गंभीरता से लिया और भारत और अन्य देशों का साथ देते हुए QUAD नाम के एक अंतर्राष्ट्रीय समूह को पहचान दी. 

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QUAD क्या है? (QUAD Explain in Hindi) 

QUAD एक अंतर्राष्ट्रीय समूह है जिसके सदस्य सिर्फ चार देश है. इन चार देशों में भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया (QUAD Countries Name) शामिल है. QUAD का पूरा नाम Quadrilateral Security Dialogue है. (QUAD Full Form) मतलब ये एक चार पक्षीय सुरक्षा वार्ता होती है. साल 2007 से इसे बनाने को लेकर कोशिश की जा रही है लेकिन इसे असली रूप साल 2017 में जापान के प्रधानमंत्री की कोशिशों के बाद मिला.  

QUAD की स्थापना कैसे हुई? (How QUAD Established?) 

QUAD की स्थापना के पीछे साल 2004 में आई सुनामी का महत्वपूर्ण योगदान है. QUAD कैसे बना इसकी पूरी टाइमलाइन को समझते हैं.

– दिसंबर 2004 में सुनामी ने कई देशों को प्रभावित किया. जिसके बाद भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान ने एक ग्रुप बनाया, जिसका मकसद इन्टरनेशनल कम्यूनिटी को लीड करना था.

– साल 2007 में जापान ने इस अनौपचारिक ग्रुप को औपचारिक बनाने की इच्छा रखी. इस समय चीन ने इसका बेहद विरोध किया और इसे काफी हल्के में लिया. 

QUAD SUMMIT 2022

– 2017 तक इसे बनाने को लेकर बैठक होती रही लेकिन 2021 में ये सही तौर पर अस्तित्व में आया.

– मार्च 2021 में पहली बार QUAD Summit हुई और क्वाड देशों के नेता विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये जुड़े. 

इसके बाद से QUAD Summit होती आ रही है. 

QUAD का क्या कार्य है? (Motto of QUAD)

QUAD कैसे बना? इस बारे में आप जान गए हैं लेकिन क्वाड का कार्य क्या है और इसे क्वाड को क्यों बनाया गया है इसे भी जानना जरूरी है. 

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QUAD का मकसद चारों देशों के साथ मिलकर हिन्द प्रशांत क्षेत्र की समस्या को सुलझाना है. हिन्द प्रशांत क्षेत्र में कोई भी समस्या हो चाहे वो हैल्थ की हो, तकनीक की हो, इन्फ्रास्ट्रक्चर की हो, क्लाइमेट चेंज की हो या फिर रिजनल गवर्नमेंट की हो. उससे निपटने के लिए QUAD को बनाया गया है. यदि हिन्द प्रशांत क्षेत्र में कोई समस्या उत्पन्न होती है तो ये चारों देश एक साथ मिलकर उस समस्या को सुलझाने पर विचार करेंगे. यही QUAD का मुख्य उद्देश्य है.  

QUAD से चीन क्यों चिढ़ता है? (China problems with QUAD) 

QUAD के बनने और इसकी मीटिंग होने से दुनिया में सबसे ज्यादा परेशानी चीन को है. चीन को लगता है कि क्वाड के रूप में एशिया के भीतर NATO जैसा समूह बन जाएगा जो चीन की सैन्य ताकत पर हावी पड़ेगा. 

QUAD के माध्यम से चारों देश एक ऐसा सिस्टम तैयार करना चाहते हैं जिससे हिन्द प्रशांत क्षेत्र पर इन्टरनेशनल पॉलिसी लागू हो सके. लेकिन हिन्द प्रशांत क्षेत्र के केंद्र में चीन है और चीन इस एरिया में अपनी सैन्य गतिविधियों के कारण अपना दबाव बनाए हुए है. 

QUAD यदि पूरे एरिया पर International Policy को लागू कर दे तो फिर चीन को QUAD के हिसाब से उस एरिया में अपना काम करना पड़ेगा और चीन बिलकुल भी ऐसा नहीं चाहेगा. इसलिए चीन QUAD से असहमत होता है. 

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QUAD की महत्वपूर्ण बैठके (Important QUAD Meetings) 

QUAD की बैठकों का सिलसिला पिछले साल मार्च से शुरू हुआ था. अभी हुआ QUAD Summit पहला शिखर सम्मेलन है.

– 12 मार्च 2021 को पहली क्वाड मीटिंग आयोजित की गई थी. ये एक वर्चुअल मीटिंग थी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के नेतृत्व में आयोजित की गई थी.

– 24 सितंबर 2021 दूसरी क्वाड मीटिंग भी जो बाइडेन के द्वारा अमेरिका के व्हाइट हाउस में आयोजित की गई थी.

– 4 मार्च 2022 को तीसरी क्वाड मीटिंग विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये आयोजित की गई थी.

– 24 मई 2022 को टोक्यो, जापान में चौथी क्वाड मीटिंग आयोजित की गई है. 

QUAD Summit इसी तरह आगे भी होती रहेंगी. लेकिन इनका मकसद इंडो-पेसिफिक रीज़न में सुधार लाना और यहाँ तेजी से व्यापार की संभावनाओं को तराशना है.

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