सफलता को लेकर कई तरह की बातें कही गई हैं. हर व्यक्ति के लिए सफल होने के मायने अलग-अलग होते हैं. किसी के लिए पैसा, शोहरत और लाइफ में सैटल हो जाना सफलता है तो किसी के लिए फैमिली में सभी का मिल-जुलकर और परिवार के साथ रहना.
कोई कलाकार अपनी कृति के जनप्रिय होने पर सफलता महसूस करता है तो वहीं एक खिलाड़ी खेल के मैदान में लगातार अच्छा परफॉर्म करने पर. इस तरह सफलता एक सापेक्ष चीज है. हर व्यक्ति के अपने लक्ष्य हैं और वह उनकी पूर्ति के लिए लगातार प्रयास करता है और उसे पाने के बाद सफल कहा जाता है.
सफलता के बारे में महान लोगों के विचार
जैसे व्यक्ति के लिए परिस्थिति के मुताबिक सफलता की परिभाषा अलग है वैसे ही दुनिया के महान लोगों ने सफलता को अपने हिसाब से परिभाषित किया है.
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने कहा है दक्षता ही सफलता है. यानी जिस काम को आप करते हैं यदि उसे करने में आप दक्ष हो गए तो यकीं मानिए सारे लोग आपका लोहा मानेंगे.
गांधी गीता के कर्मेशु कौशलम् के सिद्धांत को मानते हैं. जहां दक्षता है लेकिए परिणाम और वाह-वाही या फिर लोकप्रियता के प्रति आकर्षण नहीं. देखा जाए तो यह व्यवहारिक रूप से संभव नहीं है, लेकिन जिसने इस सिद्धांत को अपना लिया वह सफलता से भी आगे निकल गया.
सफलता प्रयास करने का नाम है
ऐसे ही एक जगह अमेरिकी राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन ने कहा है- ”हमेशा याद रखिये कि सफलता के लिए किया गया आपका अपना संकल्प किसी भी और संकल्प से ज्यादा महत्व रखता है’.
ऐसे ही विश्व के महान लेखक और अमेरिकी विचारक डेल कार्निगी ने कहा है- असफलता से सफलता का सृजन कीजिये. निराशा और असफलता, सफलता के दो निश्चित आधार स्तम्भ हैं.
दरअसल, इसका अर्थ हुआ कि जीवन में आप जो भी काम करते हैं वह उसमें बाधाएं आएंगी और उन बाधाओं को दूर करने में जो प्रयास होगा वही आपका संघर्ष होगा. इस संघर्ष से आप सीखेंगे और एक दिन उस चीज को हासिल कर लेंगे जो आपकी सफलता को परिभाषित करेगी.
सफलता फील्ड की होती है जीवन की नहीं
इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि सफलता या असफलता स्थायी नहीं होती. जो सफलता हम आज प्राप्त करते हैं, वह किसी विशेष कार्यक्षेत्र या सेक्टर की होती है, न कि पूरे जीवन की. यदि व्यक्ति किसी एक क्षेत्रों में असफल हो जाता है तो वही दूसरे किसी अन्य क्षेत्र में गौरवपूर्ण उपलब्धियां हासिल करके वाह-वाही लूट सकता है.
खूब गलतियां कीजिए, लेकिन सीखिए भी
किसी काम को करने में मुश्किलें आती हैं और भूल भी होती है. यह जीवन का हिस्सा है, और जरूरी भी है. याद रखें यदि आप गलती नहीं कर रहे हैं तो किसी बड़ी चूक की ओर जा रहे हैं.
गलतियां आपको सीखने का अवसर देती हैं. गलतियों से डरे नहीं इसे स्वाभाविक मानें. ध्यान रखें छोटा सा बालक बार बार गिरता, उठता है और एक दिन चलना, दौड़ना सीख जाता है.
असफलता से निराश न हों
इस पूरे ब्रह्मांड और दुनिया में केवल परिवर्तन ही सच है. परिवर्तन से ही दिन-रात, सर्दी-गर्मी, दुखः सुख और धूप छांव है. जहां बदलाव है वहीं सफलता है. नई राहें और मंजिलें हैं. सफलता और असफलता भी आनी-जानी है.
आदमी कोई काम करते समय उसका एक ही पहलू देखता है-वह है सफलता प्राप्त करना. असफलता की कल्पना ही नहीं करता या उसे सहन ही नहीं कर पाता. निराशा, कुंठा, हताशा और विक्षिप्तता ऐसे ही मनुष्यों की दुखद नियति बन जाती है.
सफलता के लिए जरूरी है लगातार प्रयास
दुनिया में जितने भी सफल लोग हुए हैं वे लगातार प्रयास करते रहे और असफलताओं से सीखते रहे. लोग भूल जाते हैं कि जीवन की उन्नति किसी एक प्रयत्न की सफलता पर आधारित नहीं होती. वह तो लगातार मेहनत और प्रयत्न पर टिकी होती है.
अपनी असफलता से सीखें
कोई सफल होता है या असफल, यह पूरी तरह से उस व्यक्ति की मनोवृत्ति और धारणाओं पर निर्भर करता है. जो केवल सफलता की ही कामना करते हैं वे अक्सर अपने आप को एक असफल आदमी मान बैठते हैं. दुख, निराशा और हीनता ऐसे व्यक्तियों की नियति बन जाती है और उनका जीवन किन्हीं गुमनाम अंधेरों में खोता चला जाता है.
जिस तरह आग में तपकर सोना निखर उठता है उसी तरह मनुष्य असफलता के कारणों से प्रेरणा लेकर, परिश्रम और प्रयास के द्वारा पहले से भी अधिक परिष्कृत होकर सामने आयेगा.
दुनिया का सबसे महान दिमाग आइन्सटीन
वर्ल्ड फेमस साइटिंस और एक तरह से विश्वविख्यात गणितज्ञ आइन्सटीन अपने विद्यार्थी जीवन में सबसे अधिक कमजोर गणित में थे. इसी विषय में उन्हें प्रायः असफल होना पड़ता था, लेकिन हर असफलता उनकी सफलता का साधन बनी और वे गणित के क्षेत्र में कुछ अद्भुत और अद्वितीय करने में सफल रहे.
कभी भी अपनी असफलता पर निराश नहीं होना चाहिये क्योंकि असफलता सफलता की आखिरी कुंजी होती है. थॉमस एडीसन की कहानी सफलता की सबसे महान कहानी है. जाइए इंटरनेट पर और उस कहानी को जरूर पढ़िए.