पर्यावरण में रुचि रखने वाले लोगों ने रामसर साइट (Ramsar Sites in India) यानि रामसर स्थलों के बारे में जरूर सुना होगा. हालांकि ये नाम कई लोगों के लिए नया हो सकता है लेकिन फिर भी भारत के लिए ये काफी महत्वपूर्ण नाम है. भारत में अभी 40 से ज्यादा रामसर साइट हैं इसलिए ये जानना जरूरी हो जाता है कि रामसर साइट क्या है? (What is Ramsar Sites?) भारत में कितनी रामसर साइट हैं? दुनिया में कितनी रामसर साइट्स हैं? भारत में रामसर साइट कौन सी हैं?
रामसर साइट क्या होता है? (What is Ramsar Sites?)
रामसर साइट (Ramsar Sites in Hindi) उन जगहों को घोषित किया गया है जो आर्द्रभूमि हैं और जिनका अंतर्राष्ट्रीय महत्व है. दुनियाभर में आद्रभूमि के संरक्षण और उसे बढ़ावा देने के लिए युनेस्को द्वारा ईरान के रामसर में साल 1971 को आद्रभूमि सम्मेलन (Ramsar Convention 1971 ) हुआ. जिसमें कई देशों ने संधि पर हस्ताक्षर किए. जिसमें भारत भी शामिल हैं. इस पर हस्ताक्षर करने वाले देश को अपने देश में आर्द्रभूमि का संरक्षण करना होता है. तथा उन्हें रामसर साइट घोषित करना होता है.
रामसर साइट का वर्गीकरण 3 तरह से किया गया है.
1) समुद्री/तटीय आद्रभूमि
2) अन्तर्देशीय आद्रभूमि
3) मानव निर्मित आद्रभूमि
रामसर साइट का क्या महत्व है? (Important of Wetlands?)
रामसर साइट का तात्पर्य आद्रभूमि (Meaning of Ramsar Sites) से होता है जो भूमि पर रहने वाले जीवों और समुद्र में रहने वाले जीवों दोनों के लिए आवश्यक हो. रामसर साइट के कई महत्व हैं.
– रामसर साइट भोजन, पानी, भूजल रिचार्जिंग, कटाव नियंत्रण, जलवायु विनिमय जैसे महत्वपूर्ण संसाधनों और पारिस्थितिकी तंत्र के लाभ की एक विस्तृत श्रृंखला है.
– हम सभी के लिए पानी एक प्राकृतिक महत्वपूर्ण स्त्रोत है. इसकी पूर्ति आद्रभूमि द्वारा ही होती है, ये ग्राउंड रिचार्ज में भी मदद करते हैं.
– आद्रभूमि पर्यावरणीय, सामाजिक और आर्थिक सेवाओं की महत्वपूर्ण श्रेणी प्रदान करती है. ये आदिवासी लोगों के लिए काफी महत्वपूर्ण हैं.
– आर्द्रभूमि में उपयोगी वनस्पति तथा औषधियां पाई जाती हैं.
आर्द्रभूमि क्या है? (What is Wetland?)
रामसर साइट जिन्हें हम वेटलैंड या फिर आर्द्रभूमि (Wetland in Hindi) कहते हैं. इसका तात्पर्य ऐसे क्षेत्रों से है जहां भरपूर नमी पाई जाती है. मतलब ऐसी भूमि जहां पानी की अधिकता होती है. जैसे भारत में सुंदरवन. ये आंशिक रूप से या पूर्ण रूप से जल से भरे रहते हैं.
भारत में रामसर साइट की लिस्ट (Ramsar Sites List in India)
साल 2021 तक भारत में कुल 42 रामसर साइट को लिस्ट किया गया है. वहीं पूरी दुनिया में 2400 से भी ज्यादा रामसर साइट हैं. भारत की 42 रामसर साइट के नाम आप नीचे देख सकते हैं.
1. Asan Conservation Reserve (Uttarakhand)
2. Asthamudi Wetland (Kerala)
3. Beas Conservation Reserve (Punjab)
4. Bhitarkanika Mangroves (Orissa)
5. Bhoj Wetland (Madhya Pradesh)
6. Chandertal Wetland (Himachal Pradesh)
7. Chilka Lake (Orissa)
8. Deepor Beel (Assam)
9. East Kolkata Wetland (West Bengal)
10. Harike Lake (Punjab)
11. Hokera Wetland (Jammu and Kashmir)
12. Kabartal Wetland (Bihar)
13. kanjli Lake (Punjab)
14. Keoladeo Ghana NP (Rajasthan)
15. Keshopur Miani Community Reserve (Punjab)
16. Kolleru Lake (Andhra Pradesh)
17. Loktak Lake (Manipur)
18. Lonar Lake (Maharashtra)
19. Nalsarovar Bird Sanctuary (Gujrat)
20. Nandur Madhmeshwar (Maharashtra)
21. Nangal Wildlife Sanctuary (Punjab)
22. Nawabganj Bird Sanctuary (Uttar Pradesh)
23. Parvati Agra Bird Sanctuary (Uttar Pradesh)
24. Point Calimere Wildlife and Bird Sanctuary (Tamil Nadu)
25. Pong Dam Lake (Himachal Pradesh)
26. Renuka Wetland (Himachal Pradesh)
27. Ropar Lake (Punjab)
28. Rudrasagar Lake (Tripura)
29. Saman Bird Sanctuary (Uttar Pradesh)
30. Samaspur Bird Sanctuary (Uttar Pradesh)
31. Sambhar Lake (Rajasthan)
32. Sandi Bird Sanctuary (Uttar Pradesh)
33. Sarsai Nawar Jheel (Uttar Pradesh)
34. Sasthamkotta Lake (Kerala)
35. Sunder bans Wetland (West Bengal)
36. Surinsar-Mansar Lakes (Jammu and Kashmir)
37. Sur Sarovar (Uttar Pradesh|)
38. Tso Kar Wetland Complex (Ladakh)
39. Tsomoriri Lake (Jammu and Kashmir)
40. Upper Ganga River (Uttar Pradesh)
41. Vembanad Kol Wetland (Kerala)
42. Wular Lake (Jammu and Kashmir)
रामसर कन्वेन्शन (Ramsar Conventions)
रामसर वेटलैंड कन्वेन्शन एक अंतर सरकारी संधि है. 2 फरवरी 1971 को ईरान के रामसर में दुनिया के विभिन्न देशों ने इस संधि पर हस्ताक्षर किए थे. 2 फरवरी के दिन ही विश्व आर्द्रभूमि दिवस मनाया जाता है. साल 2015 तक की रिपोर्ट के अनुसार दुनियाभर के 169 दल इस पर अपनी सहमति दर्ज करा चुके हैं जिनमें भारत भी शामिल है. इसके अलावा दुनियाभर में 2400 से अधिक रामसर साइट को लिस्ट किया जा चुका है. इसका मुख्य उद्देश्य वेटलैंड का संरक्षण करना और उनके प्रबंधन हेतु पहल करना है.
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